एनसीआरबी के मुताबिक दंगों और हिंसा के ग्राफ में कमी आई है. इस बारे में पीएम मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद (EAC-PM) की सदस्य प्रोफेसर शमिका रवि ने अपने ट्विटर पर ये जानकारी शेयर की है.
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बीते 50 वर्षों में भारत में दंगों की रफ्तार लगातार कम हुई है. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के मुताबिक, देश पिछले 50 वर्षों के दौरान सबसे शांत रहा है. एनसीआरबी के मुताबिक दंगों और हिंसा के ग्राफ में कमी आई है. इस बारे में पीएम मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद (EAC-PM) की सदस्य प्रोफेसर शमिका रवि ने अपने ट्विटर पर ये जानकारी शेयर की है.
शमिका रवि ने अपने ट्वीट में बताया है कि एनडीए-टू यानी 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से देश में हिंसा और दंगों की घटनाओं में लगातार गिरावट दर्ज की गई है. NCRB के डेटा के मुताबिक, 2021 में भारत में सबसे कम दंगे हुए हैं.
Riots (violence) in India is on a steady decline. The country is most peaceful in 50 years. Here’s the updated analysis using NCRB data: https://t.co/RT5ppFdW20 pic.twitter.com/ko9FpA8g21
— Prof. Shamika Ravi (@ShamikaRavi) June 15, 2023
एनसीआरबी के आंकड़ों को देखें तो 1980 से 1990 के दौरान देश में दंगों के आंकड़े सबसे ज्यादा दर्ज किए गए. ये वो समय था जब हिंसा की घटनाएं अपने चरम पर थीं. एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 1981 में सबसे ज्यादा हिंसा की घटनाएं दर्ज की गई थीं. आंकड़ों में इनकी संख्या 1,10,361 थी.’
हालांकि, 1990 से 2000 तक के समय के दौरान इनमें काफी गिरावट देखी गई. हालांकि, 2000 से लेकर साल 2004 तक देश में दंगों की संख्या एकदम से नीचे की तरफ आई. ये वो समय था जब देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी और प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी थे.
साल 2004 में सत्ता परिवर्तन हुआ और कांग्रेस को जीत हासिल हुई. इसके बाद मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री बने. मनमोहन सिंह के कार्यकाल में दंगों की संख्या में वृद्धि देखी गई. लेकिन एक बार फिर ये तब कम हुए जब नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने.