Karnataka: अमित शाह को जब येदियुरप्‍पा गुलदस्‍ता देने के लिए बढ़े आगे, एक 'इशारे' ने बताए सियासी समीकरण
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Karnataka: अमित शाह को जब येदियुरप्‍पा गुलदस्‍ता देने के लिए बढ़े आगे, एक 'इशारे' ने बताए सियासी समीकरण

Karnataka Election 2023: गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) आज कर्नाटक (Karnataka) के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) के घर पर ब्रेकफास्ट मीटिंग के लिए पहुंचे. जहां अपने स्वागत के दौरान उन्होंने प्रदेश की जनता को संदेश देते हुए इशारों-इशारों में बीजेपी (BJP) के नेताओं और कार्यकर्ताओं को ये समझा दिया है कि येदियुरप्‍पा कितने जरूरी हैं.

Karnataka: अमित शाह को जब येदियुरप्‍पा गुलदस्‍ता देने के लिए बढ़े आगे, एक 'इशारे' ने बताए सियासी समीकरण

Amit Shah B S Yediyurappa Meeting: कर्नाटक (Karnataka) में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में बीजेपी (BJP) दक्षिण भारत का मजबूत गढ़ बचाने के लिए लगातार रणनीति बनाने में जुटी है. इस कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) आज सुबह कर्नाटक के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा (B. S. Yediyurappa) के घर पर ब्रेकफास्ट मीटिंग के लिए पहुंचे. जहां उनके साथ मुख्यमंत्री बोम्मई (CM Basavraj Bommai) और बीजेपी के कुछ और नेता मौजूद रहे.

'येदियुरप्पा BJP के लिए कितने जरूरी'

अमित शाह और येदियुरप्पा की चुनाव की तैयारियों से पहले इस मुलाकात को अहम माना जा रहा है. दरअसल आगामी चुनावों में बीजेपी बीएस येदियुरप्पा के चेहरे को आगे करके मैदान में उतरने का प्लान बना रही है. गौरतलब है कि चुनावों से पहले ही राजनीति से रिटायरमेंट का ऐलान कर चुके 80 साल के येदियुरप्पा राज्य के चार बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं. वो बहुत बड़े जनाधार वाले प्रभावशाली लिंगायत समुदाय के बीच खासी पकड़ रखते हैं. ऐसे में बीजेपी आलाकमान की चाहत है कि येदियुरप्पा कर्नाटक विधानसभा चुनाव में अपनी बड़ी भूमिका निभाएं. 

'अमित शाह ने इशारों-इशारों में बहुत कुछ कह दिया'

इस मुलाकात और येदियुरप्पा की अहमियत को इस बात से समझा जा सकता है कि येदियुरप्पा जब अपने घर पर अमित शाह का स्वागत करने के लिए फूलों का गुलदस्ता देने आगे बढ़ते है तो शाह इशारा करते हुए ये कहते हैं, गुलदस्ता विजयेन्द्र को देने दीजिये! येदियुरप्पा यह सुनकर गुलदस्ता अपने बेटे विजयेन्द्र को देते है और अमित शाह उसके हाथ से गुलदस्ता लेते हुये विजेंदर को गले लगाते है. इसके बाद येदियुरप्पा दूसरा गुलदस्ता देकर शाह का स्वागत करते हैं.

यानी सांकेतिक रूप से अमित शाह ने कर्नाटक और विशेष कर लिंगायत समाज को ये मेसेज देने की कोशिश की है भले ही येदयुरप्पा इस बार चुनाव नही लड़ रहे पर अभी भी वो पार्टी के लिये अहम है. ऐसे में उनकी युवा पीढ़ी जो अबतक पार्टी के लिये काम करती आयी है उसे अहमियत दी जाएगी.

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