NCRB Accident Report: रोड एक्सीडेंट को लेकर सामने आई चौंकाने वाली रिपोर्ट, 86% हादसों के पीछे सिर्फ ये वजह
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NCRB Accident Report: रोड एक्सीडेंट को लेकर सामने आई चौंकाने वाली रिपोर्ट, 86% हादसों के पीछे सिर्फ ये वजह

Accident Report 2021: साल 2017 में जहां 4.45 लाख एक्सीडेंट में 1.5 लाख लोगों की जान गई थी. वहीं साल 2021 में हादसों की संख्या तो कम हो कर 4.03 लाख हो गई लेकिन मरने वालो की संख्या बढ़कर 1.55 लाख हो गई.

NCRB Accident Report: रोड एक्सीडेंट को लेकर सामने आई चौंकाने वाली रिपोर्ट, 86% हादसों के पीछे सिर्फ ये वजह

NCRB Accident Report 2021: सड़क हादसों में हर साल देश में औसतन 424 लोगों की जान गई है. फैलते हुए सड़कों के जाल, बढ़ती हुई गाड़ियों के साथ हादसों की संख्या में भी इजाफा होता जा रहा है. देश में 86 प्रतिशत हादसे खराब ड्राईविंग के कारण होते हैं. तमिलनाडु में सबसे ज्यादा रोड हादसे होते हैं, लेकिन सबसे ज्यादा जाने यूपी में जाती है. मरने वालों में 44 प्रतिशत लोग दोपहिया सवार होते हैं. वहीं, पैदल सवारों के लिए बिहार सबसे घातक साबित हुआ है.  

पिछले पांच सालों में हादसों की संख्या कम, मृतकों की संख्या बढ़ी 

साल 2017 में जहां 4.45 लाख एक्सीडेंट में 1.5 लाख लोगों की जान गई थी. वहीं साल 2021 में हादसों की संख्या तो कम हो कर 4.03 लाख हो गई लेकिन मरने वालो की संख्या बढ़कर 1.55 लाख हो गई. यहां ध्यान देने वाली बात है कि साल 2021 में पहले छमाही में भी कोविड का प्रभाव देखा गया था. लगातार बढ़ती गाड़ियों के साथ हादसों को आंकने का बेहतर तरीका मृत्यु प्रति हजार वाहन (Rate of Death per Thousand Vehicle) है. इसके आधार पर जहां साल 2017 में प्रति लाख वाहनों पर 59 लोगों की मौत हो जाती थी, वो अब साल 2021 में 10 प्रतिशत कम हो गई है. अब प्रति लाख वाहनों पर 53 लोगों की मौत होती है.  

86 प्रतिशत रोड हादसों का कारण खराब ड्राइविंग 

वहीं, अगर रोड एक्सीडेंट के कारणों पर नजर डालें तो जरुरत से ज्यादा रफ्तार (Over Speeding) सबसे ज्यादा घातक साबित होती है. 60 प्रतिशत से ज्यादा हादसे ओवर स्पीड के कारण ही होते हैं. लापरवाह या खतरनाक ड्राइविंग दूसरा सबसे बड़ा हादसों का कारण है. साल 2021 में 26 प्रतिशत हादसे इसी कारण हुए थे. हादसों का तीसरा सबसे खतरनाक कारण खराब मौसम है. जिससे साल 2021 में 11,110 हादसे हुए जिसमें 5,405 लोगों की जान गई.  

मरने वालों में 44% दोपहिया वाहन सवार 

हमेशा की तरह साल 2021 में भी देश में सबसे ज्यादा जानें दोपहिया वाहन सवारों की हई है. इस साल 69240 लोगों की मौत हुई. इसके बाद दूसरा सबसे ज्यादा मौतें (23521) कार, जीप जैसे चार पहिया वाहनों से हुए, जो कि कुल मौतों का 12 प्रतिशत से ज्यादा है. पैदल चलने वालों के लिए देश की सड़कें सुरक्षित नहीं है. ऐसा आकड़ें भी दिखाते हैं. साल 2021 में 18936 पैदल चलने वालों की मौत हुई. 

तमिलनाडु में सबसे ज्यादा हादसे, यूपी में सबसे ज्यादा मौतें  

तमिलनाडू में देश मे सबसे ज्यादा हादसे (55682) होते हैं लेकिन मौतों की संख्या में ये दूसरे नम्बर(15384) पर है. हादसों में सबसे ज्यादा मौतें उत्तर प्रदेश (21792) में होती है. देश में 53 फीसदी मौतें देश के 6 राज्यों में होती है.उत्तर प्रदेश, तमिलनाडू के अलावा महाराष्ट्र में 13911, मध्य प्रदेश में 12480,राजस्थान में 10043 और कर्नाटक में10038 लोगों को सड़क हादसों में जान गंवानी पड़ी है.  

मृतकों में 12 प्रतिशत पैदल सवार, बिहार सबसे खतरनाक  

सड़क हादसों में मरने वालों में 12 प्रतिशत से ज्यादा लोग पैदल चलने वाले हैं. राज्यवार इन आकड़ों को खंगालने पर पता चलता है कि बिहार में वाहनों की संख्या अपेक्षाकृत कम होने के बाद भी राज्य में देश में सबसे ज्यादा पैदलसवारों (2796) की मौत हुई है.  इसके बाद तमिलनाडू (2085),कर्नाटक (1631), महाराष्ट्र (1383) और गुजरात (1354) पैदल सवारों के लिए खतरनाक राज्यों शामिल हैं. 

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