Rajsamand News: चैत्र नवरात्रि पर मां अन्नपूर्णा के दरबार में भक्तों का तांता, लग रहे जयकारे
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Rajsamand News: चैत्र नवरात्रि पर मां अन्नपूर्णा के दरबार में भक्तों का तांता, लग रहे जयकारे

Rajsamand News: नवरात्रि के दौरान मां अन्नपूर्णा माताजी की दर्शन करने मात्र से ही घर में अन्न धन के भंडार भरे रहते हैं और परिवार में सुख समृद्धि के साथ भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. बता दें कि मां अन्नपूर्णा के नवमी के दिन यानि बुधवार को महायज्ञ किया जाएगा और संध्याकाल को देवी के रूप में कन्या पूजन किया जाएगा.

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Rajsamand News: राजसमंद जिला मुख्यालय पर चैत्र नवरात्रि के दौरान जिला मुख्यालय की पहाड़ी पर स्थित राजराजेश्वरी मां अन्नपूर्णा माताजी के मंदिर में शहरवासी सहित दूर दराज से श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. बता दें कि नवरात्रि के दौरान माता के मंदिर में नित्य दुर्गा सप्तशती पाठ और संध्याकाल को दुर्गा कवच पाठ के साथ महाआरती का भक्त लाभ उठा रहे हैं. 

मान्यता है कि नवरात्रि के दौरान मां अन्नपूर्णा माताजी की दर्शन करने मात्र से ही घर में अन्न धन के भंडार भरे रहते हैं और परिवार में सुख समृद्धि के साथ भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. बता दें कि मां अन्नपूर्णा के नवमी के दिन यानि बुधवार को महायज्ञ किया जाएगा और संध्याकाल को देवी के रूप में कन्या पूजन किया जाएगा और विशाल महाप्रसादी का आयोजन होगा.

इस बारे में मंदिर के पुजारी गोपाल श्रोत्रिय का कहना है कि मां अन्नपूर्णा माताजी का मंदिर लगभग 380 साल पुराना बताया जा रहा है. पुजारी का कहना है कि राजसमंद झील के स्थापना के साथ ही इस परिसर का निर्माण हुआ था लेकिन अभी तक किसी को भी ज्ञात नहीं है कि मां अन्नपूर्णा माता कब से यहां पर विराजमान हैं. आपको बता दें कि आज चैत्र नवरात्रि का 8वां दिन है. चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन नवदुर्गा के 8वें स्वरूप यानि मां महागौरी की उपासना की जाती है. इस दिन लोग विशेष उपवास रखते हैं. तो वहीं कुछ श्रद्धालु द्वारा आज के दिन भी कन्या पूजन किया जाता है. 

बताया जा जाता है कि भगवान शिव की प्राप्ति के लिए मां महागौरी ने कठोर पूजा की थी, जिससे इनका शरीर काला पड़ गया था. जब भगवान शिव ने इनको दर्शन दिया तब उनकी कृपा से इनका शरीर अत्यंत गौर हो गया और इनका नाम गौरी हो गया. माना जाता है कि माता सीता ने श्री राम की प्राप्ति के लिए इन्ही की पूजा की थी. मां गौरी श्वेत वर्ण की हैं और श्वेत रंग में इनका ध्यान करना अत्यंत लाभकारी होता है. विवाह सम्बन्धी तमाम बाधाओं के निवारण में इनकी पूजा अचूक होती है.

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