Pratapgarh News: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बगरोदा इंडस्ट्रियल एरिया में एक बंद फैक्ट्री से 1814 करोड़ के मेफेड्रीन (एमडी) की बरामदगी के मामले में प्रतापगढ़ का कनेक्शन सामने आया है. जांच में पता चला है कि इस ड्रग्स की बड़ी फैक्ट्री का सरगना प्रतापगढ़ जिले के देवल्दी का रहने वाला शोएब लाला है.
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Pratapgarh News: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बगरोदा इंडस्ट्रियल एरिया में एक बंद फैक्ट्री से 1814 करोड़ के मेफेड्रीन (एमडी) की बरामदगी के मामले में प्रतापगढ़ का कनेक्शन सामने आया है. जांच में पता चला है कि इस ड्रग्स की बड़ी फैक्ट्री का सरगना प्रतापगढ़ जिले के देवल्दी का रहने वाला शोएब लाला है.
भोपाल पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि फैक्ट्री में बनने वाला ड्रग्स मंदसौर के रास्ते दूसरे राज्यों में भेजा जा रहा था. ड्रग्स की तस्करी के लिए प्रतापगढ़ भी शुरू से ही चर्चा में रहा है. हालांकि प्रतापगढ़ जिले में शोएब लाला के खिलाफ इससे पहले कोई भी तस्करी और एनडीपीएस से जुड़ा मामला पुलिस में दर्ज नहीं है. भोपाल ड्रग्स मामले में मध्यप्रदेश के मंदसौर के गिरफ्तार आरोपी हरीश ने राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के देवल्दी निवासी शोएब लाला का नाम लिया है. बताया जा रहा है कि पूरा नेटवर्क वही ऑपरेट करता था. हरीश ने कुल 5 नाम लिए हैं, इनमें से एक मंदसौर का प्रेमसुख पाटीदार भी है. इस मामले में आगे की जांच जारी है.
इसी पूरे मामले को लेकर जिले के अखैपुर गांव में कुछ दिनों पूर्व में एनसीबी और गुजरात एटीएस की टीम के साथ मध्यप्रदेश पुलिस ने दबिश देते हुए अखेपुर गांव से एक व्यक्ति को डिटेन कर कई लक्जरी वाहनों को जब्त किए हैं. प्रतापगढ़ पुलिस के तत्कालीन एएसपी बनवारी लाल मीणा ने अखेपुर में दी दबिश की पुष्टि भी की थी.
इससे पहले महाराष्ट्र एटीएस ने देवल्दी कुछ समय से तीन ड्रग माफियाओं हकीम गुल खान, जीवनलाल मीना और अमीना हमजा शेख को पकड़ा था. 56 वर्षीय हकीम और 21 वर्षीय जीवनलाल को अक्टूबर 2021 में लगभग 5 किलो हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया था. एटीएस ने इनको शोएब लाला। पकड़ने के लिए एक गुप्त अभियान चलाया था, जो हेरोइन बेचने के लिए डोंगरी आए थे. जब्त दवाओं का बाजार मूल्य 15 करोड़ रुपए बताया था. मुंबई में देवल्दी के तस्करों को कोई अनजान महिला वहां मदद करती है और तस्करी की सबसे बड़ी सौदागर भी है.
जिले के अखेपुर गांव में ड्रग्स का बड़ा कारोबार चल रहा है. यहां के तस्कर बड़े लेवल पर ड्रग की सप्लाई करते हैं. पुलिस जब भी आरोपियों की तलाश में आती है, तो यहां के तस्कर घर की महिलाओं को आगे कर देते हैं. प्रतापगढ़ पुलिस की टीम ने पहले भी अखेपुर गांव में दबिश दी थी, इसमें आरोपी रफीक को गिरफ्तार किया गया था. उसके भाई गुलनवाज ने पुलिस पर फायरिंग की और भाग गया था. इस गांव से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ड्रग की सप्लाई की जाती है.
मध्य प्रदेश के मंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी एक कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को भी उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में एक नई समस्या पैदा हो गई है. यहां के नोजवान नशे की ओर दौड़ रहे है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस ने अच्छी कार्रवाई की है हमें संतोष है, लेकिन संतुष्टि नहीं है. इसका कारण है कि चोर को तो पकड़ रहे है लेकिन चोर की माँ को नहीं पकड़ पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह सब ड्रग्स प्रतापगढ़ से आ रहा हैं. उन्होंने कहा कि मेरे पास नशे के सौदागरों की डिटेल्स भी है. भोपाल पुलिस हस्तक्षेप करे व राजस्थान की पुलिस के साथ कार्रवाई करें.
अब पूरे मामले में प्रतापगढ़ एसपी विनीत कुमार बंसल ने कहा कि अभी तक उनसे इस मामले को लेकर कोई भी जानकारी शेयर नहीं करी है. भोपाल पुलिस और एनसीबी गुजरात की ने अभी तक ऑफीशियली कोई भी कम्युनिकेशन नहीं किया है. जब भी ऑफीशियली कम्युनिकेशन किया जाएगा तो हम उनका पूरा सहयोग करेंगे. एसपी ने कहा कि अभी तक जो जानकारियां प्राप्त हुई है. हम भी हमारे एरिया में जिन भी संदिग्ध के नाम आ रहे हैं उनके ठिकानों पर दबिश दे रहे हैं.