मैंने शहीद की पत्नी के गर्भ में पल रहे बच्चे तक को नौकरी में दिया आरक्षण- CM गहलोत
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मैंने शहीद की पत्नी के गर्भ में पल रहे बच्चे तक को नौकरी में दिया आरक्षण- CM गहलोत

Jaipur News: वीरांगनाओं के मुद्दे को लेकर सीएम गहलोत ने कहा कि 25 साल पहले मुख्यमंत्री रहते हुए मैंने जो पैकेज बनाया था, ऐसा पैकेज कहीं अन्यत्र नहीं है, नौकरी ऑफर कर दिए गए. स्कूल का नामाकरण कर दिया, शहीद की पत्नी के गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए तक नौकरी आरक्षित कर दी ऐसा कहीं है ही नहीं.

 

मैंने शहीद की पत्नी के गर्भ में पल रहे बच्चे तक को नौकरी में दिया आरक्षण- CM गहलोत

Jaipur: राजस्थान राज्य अन्य प्रशासनिक सेवा परिषद का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया. समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिरकत करी. कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से की गई. इसी के साथ ही मुख्यमंत्री ने नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को शपथ दिलाकर उज्ज्वल कार्यकाल की शुभकामनाएं दी.

मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा संवेदनशील पारदर्शी और जवाबदेह सरकार आप लोगों के विश्वास से चल रही है इसी सोच को आगे बढ़ाने में आपकी महत्ती भूमिका है. कर्मचारियों के कारण ही कोविड़ 19 में राजस्थान देश में सर्वश्रेष्ठ रहा पूरे देश में राजस्थान की तारीफ हहुई. राजस्थान में सबसे पहले हमने कोरोना से सरकारी कर्मचारी की मृत्यु हो जाने पर 50 लाख रुपए की घोषणा करी थी. इसी के साथ कोई भूखा नहीं सोए इस सोच पर काम करा, सबने मिलकर काम करा, राजस्थान की परंपरा को निभाया गया. केंद्र सरकार ने ओपीएस बंद कर दिया लेकिन हमने देश कि किसी प्रदेश में पहली बार फिर से ओपीएस लागू करा. Ops कल आप प्रदेश की जनता को जब मिलने लगा तो विपक्ष हमारी योजना को लेकर आलोचना करने लगा. सामाजिक सुरक्षा के लिए ops जरूरी है.

आजादी के समय सड़क स्कूल पानी बिजली कुछ नहीं था आज कांग्रेस सरकार के विजन के कारण गांव में बिजली सहित अन्य सुविधाएं मिल रही है. अदाणी और शेयर मार्केट को पूरा देश देख रहा है. इस तरह के लोग देश में काम करेंगे तो सामाजिक सुरक्षा की बहुत बड़ी जरूरत है. देश में पहली बार सामाजिक सुरक्षा के तहत पेंशन 1000 रुपए की गई. चिरंजीवी योजना के माध्यम से 25 लाख रुपए तक का इलाज फ्री दिया जा रहा है. 

इसी के साथ सभी सरकारी अस्पतालों में जांच और दवाई फ्री मिल रही है. सरकार की योजनाओं को बढ़ाने में आप अपना योगदान दें जिससे अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजना का लाभ मिले. इंद्रा रसोई 8 रुपये में भरपेट खाना देकर प्रदेश की जनता को बहुत बड़ी राहत मिली है यह बड़ा काम सरकार ने किया है. प्रदेश में ठेका प्रथा खत्म कर दी जाएगी, जिससे काम करने वाले कर्मचारियों को राहत मिलेगी. 

संविदा कर्मियों के लिए अलग से नियम कायदे कानून बनाए गए है. सेवा परिसंघ की मांगों को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा राजस्थान में ओपीएस लागू किया गया, पहले भी देश में विकास होता रहा है, ops के तहत पेंशन देने से आगे भी देश का विकास कायम रह सकता है. शेयर बाजार के भरोसे उनकी पेंशन नहीं रहनी चाहिए, सामाजिक सुरक्षा भी कोई चीज है इसका ख्याल सभी सरकारों को रखना चाहिए. 

गहलोत ने कहा जितनी नौकरी हम लगा रहे हैं वह हिंदुस्तान के किसी राज्य में नहीं लग रही है, 50 हजार नौकरियां 1 महीने में लग जाएगी और कुछ के परिणाम आएंगे, उसके बाद उन्हें भी जल्द ही नौकरी दी जाएगी. हमने जो बजट पेश किया है वह एक मिसाल है. बजट में सोशल सिक्योरिटी में पूरा ध्यान रखा है, इसके साथ हर सेक्टर पर फोकस किया गया है. 

अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि केंद्र सरकार जल्द से जल्द सोशल सिक्योरिटी एक्ट लेकर आए, व्यक्ति को वृद्धावस्था में पेंशन मिलनी चाहिए क्योंकि उस वक्त वह काम नहीं कर सकता, पूरे देश में एक सी पेंशन होनी चाहिए, पार्लियामेंट में सोशल सिक्योरिटी एक्ट बनना चाहिए उससे सभी राज्य सरकारें और केंद्र सरका मिलकर लागू कर सके, हम सब विश्व गुरु बनने की बातें करते हैं लेकिन हमारे परिवारों की रक्षा तो होनी चाहिए, जीवन यापन करने का पैसा हर एक परिवार को मिलना चाहिए.

वीरांगनाओं के मुद्दे पर फिर बोले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

सीएम गहलोत ने कहा कि 25 साल पहले मैं मुख्यमंत्री रहते हुए मैंने जो पैकेज बनाया था, ऐसा पैकेज कहीं अन्यत्र नहीं है, नौकरी ऑफर कर दिए गए. स्कूल का नामाकरण कर दिया, शहीद की पत्नी के गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए तक नौकरी आरक्षित कर दी, ऐसा कहीं है ही नहीं, वहीं अशोक गहलोत ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा 2019 में जो घटना हुई तब तो मांग नहीं कि गई अचानक 4 साल के बाद यह मांग कैसे उठाई गई, यह गुमराह किया जा रहा है. 

देशभर में राजस्थान की बदनामी की जा रही, है यह सबसे अच्छा पैकेज देने वाली सरकार है. विपक्ष इस तरह की हरकतों का जनता जवाब देगी, बच्चे की नौकरी के बजाय किसी अन्य की नौकरी कैसे मांगी जा सकती है कल वीरांगनाओं ने मुझसे मुलाकात की थी उन्होंने साफ कहा कि यह कैसा मजाक है. हमारे बच्चों के अलावा किसी को भी नौकरी नहीं दी जाए, इनकी सरकार आज केंद्र में सत्ता में है उसके बावजूद भी यह जिम्मेदारी के साथ में अपनी भूमिका अदा नहीं कर रहे हैं. यह मेरा बीजेपी के नेताओं पर आरोप है जिन्होंने इसे भड़काने का काम किया.
Reporter- Anup Sharma
 

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