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नागौर: डेगाना उपखण्ड में इन दिनों गायों के मरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. पहले डेगाना के जाखेड़ा गांव की एक गोशाला में 150 से ज्यादा गायों की मौत का मामला थमा भी नहीं था कि मेवड़ा में अच्छीनाथ गोशाला में 35 गायों की अकाल मौत से हड़कंप मच गया है. गोशाला संचालकों और गोपालकों में दहशत फैल गई है. ग्रामीणों ने प्रशासन को इसकी जानकारी दी,तब प्रशासन हरकत आया।गौशाला की देखरेख करने वाली गोसेवा प्रबंधन समिति के लोग गायों को दफनाने लगे, जब इसकी भनक लोगों को लगी तो उनको दफनाने से रोका गया.
इसके बाद प्रशासन ने टीम का गठन कर पशुपालन एवं चिकित्सा विभाग की टीमें मौके पर भेजी. डॉ.कमल सोनी ने जानकारी में बताया कि गोशाला में शनिवार को दोपहर को गायें अचानक बीमार होने की जानकारी मिली थी, जहां गोशाला में पहुंचने के बाद गायों का उपचार किया गया. इस दरम्यान करीब 10 से 12 गायों ने दम तोड़ दिया. कुछ और गायें भी बीमार हैं. हालांकि, उनमें से ज्यादातर की हालत ठीक बताई गई है. जो बीमार गाये हैं उनका दो-तीन दिन लगातार इलाज जारी रहेगा.
ग्रामीणों का कहना है कि शनिवार को गौशाला प्रशासन के द्वारा गोवंश को खिलाने के लिए हर रोज लाने वाला हरा चारा इसबार 2 से 3 दिन पहले का लेकर आने के बाद गोवंश को खिलाया गया है जिसकी वजह से गोवंशों के लिए फूड पॉयजनिंग बन गया।इसको लेकर ग्रामीणों की मांग है कि गोवंश को पुराना हरा चारा खिलाने के लिए जिम्मेदार कौन है जिसकी वजह से सेकंडों गोवंश मौत के घाट उतर गई. प्रशासन उपखण्ड की हर गोशाला की जांच करे तभी इसका खुलासा हो पाएगा. लोगों ने कहा कि आए दिन प्रशासन की लापहरवाही से गाय मर रही हैं.
ग्रामीणों की मांग है कि पिछले दिनों जाखेड़ा की गौशाला में मरी गायों की मौत होने के बाद हर गोशाला की गायों की जांच करना स्थानीय प्रशासन का दायित्व बनता था लेकिन प्रशासन के द्वारा गौशाला की गायों की जांच नही करने की वजह से इस बार मेवडा की गोशाला की गायें मरी है।यदि आगे भी प्रशासन क्षेत्र की हर गौशाला की गायों की जांच नही करवाई गई तो बड़ी संख्या में गोवंश बिना चारा,बिना पानी के मर सकती है.
नोडल चिकित्सा अधिकारी ने दिया ये जवाब
भेरुन्दा का कहना है कि शनिवार को मेवडा की श्री अच्छी नाथ गोशाला में अचानक 33 गोवंशों की मौत होने की खबर हमारे विभाग के डॉक्टर कमल सोनी को मिली तो तुरन्त मेडिकल टीम मौके पर पहुंचकर गौवंशो का इलाज शुरू किया गया उसके बाद कोई गोवंश की मौत नही हुई है।लेकिन रविवार को मृतक गायों का पोस्टमार्टम कर जांच।जयपुर भेज दी गई है।जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही कारणों का स्पष्ठ पता चल पाएगा।
REPORTER - HANUMAN TANWAR