Alwar News: अलवर की स्थापना दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन, भानगढ़ से शुरू हुआ तीन दिवसीय मत्स्य उत्सव
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Alwar News: अलवर की स्थापना दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन, भानगढ़ से शुरू हुआ तीन दिवसीय मत्स्य उत्सव

भानगढ़ से मत्स्य उत्सव का भव्य आगाज हुआ है. आज अलवर का 250वां स्थापना दिवस है, जिस मौके पर शहर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. अलवर शहर 4 वर्ग किलोमीटर से अब 60 वर्ग किलोमीटर तक फैल गया है. 1775 में मछली के राव प्रताप सिंह ने आधुनिक अलवर की स्थापना की थी.

Alwar News: अलवर की स्थापना दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन, भानगढ़ से शुरू हुआ तीन दिवसीय मत्स्य उत्सव

Rajasthan News: भानगढ़ से मत्स्य उत्सव का भव्य आगाज हुआ है. आज अलवर का 250वां स्थापना दिवस है, जिस मौके पर शहर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. अलवर शहर 4 वर्ग किलोमीटर से अब 60 वर्ग किलोमीटर तक फैल गया है. 1775 में मछली के राव प्रताप सिंह ने आधुनिक अलवर की स्थापना की थी. जगन्नाथ मंदिर में महाआरती का आयोजन किया गया, जबकि रात में महल चौक में संस्कृतिक कार्यक्रम हुए.

अलवर की स्थापना दिवस पर तीन दिवसीय मत्स्य उत्सव का भानगढ़ के ऐतिहासिक पर्यटन स्थल से भव्य आगाज हुआ. ऐतिहासिक पर्यटन केंद्र पर आने वाले पर्यटकों का राजस्थान की संस्कृति के अनुरूप स्वागत किया गया. इस दौरान पर्यटकों के स्वागत के लिए लोक कलाकारों द्वारा लोक गीत व नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई. इस साल तीन दिवसीय मत्स्य उत्सव की शुरुआत भानगढ़ से की गई है.

विशेष__सन 1775 में माचाड़ी के राम प्रताप सिंह ने आधुनिक अलवर की स्थापना की. जब अलवर शहर में राजधानी बनी तो यहां पर सिटी पैलेस, जनाना दूनी से लेकर नई बाजार शाही कार्यालय खुला तब शहर के लाल दरवाजा गणेश मंदिर के परकोठे तक महज 4K वर्ग किलोमीटर में बसा था. अब 2024 में अलवर ने विकास की उड़ान भरी है. अलवर का दायरा करीब 60 वर्ग किलोमीटर है.

पर्यटन विभाग की सहायक निदेशक टीना यादव ने बताया कि जिला प्रशासन व पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित मत्स्य उत्सव का इंतजार पूरे साल शहरवासियों को रहता है.पहले दिन भानगढ़ से हुई शुरू हुई मत्स्य उत्सव की यात्रा दोपहर 2:30 बजे सिलीसेढ़ झील पर पहुंची. जहां झील की पाल पर लोक कलाकारो की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. 

इसमें लोक कलाकारो द्वारा सिलीसेढ़ झील पर आने वाले पर्यटकों को अपनी प्रस्तुति से रिझाया. इसके बाद शाम 6:30 बजे अलवर के आराध्य माने जाने वाले भगवान जगन्नाथ मंदिर में विधिवत रूप से 51 दीपकों से महाआरती का आयोजन किया गया. आज हुई मारुति कार्यक्रम में एडीएम सेकंड योगेश डागुर, नगर निगम आयुक्त जितेंद्र नरूका, पर्यटन अधिकारी टीना यादव एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे. मंदिर महंत पुष्पेंद्र शर्मा और देवेंद्र शर्मा ने महा आरती कराई.

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