निर्माणाधीन श्री बाल हनुमान मंदिर परिसर में अमृत मोहत्सव के तहत किया पौधारोपण
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निर्माणाधीन श्री बाल हनुमान मंदिर परिसर में अमृत मोहत्सव के तहत किया पौधारोपण

शहर के चान्दारूण रोड़ स्थित निर्माणाधीन श्री बाल हनुमान मंदिर परिसर में मंदिर कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया.बैठक में निर्माणाधीन श्री बाल हनुमान मंदिर के निर्माण को लेकर आपसी चर्चा की गई.इस दौरान मंदिर कमेटी अध्यक्ष ने बताया कि मंदिर परिसर के चारो ओर चार दिवारी का निर्माण नगरपालिका

निर्माणाधीन श्री बाल हनुमान मंदिर परिसर में अमृत मोहत्सव के तहत किया पौधारोपण

 

नागौर: शहर के चान्दारूण रोड़ स्थित निर्माणाधीन श्री बाल हनुमान मंदिर परिसर में मंदिर कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया.बैठक में निर्माणाधीन श्री बाल हनुमान मंदिर के निर्माण को लेकर आपसी चर्चा की गई.इस दौरान मंदिर कमेटी अध्यक्ष ने बताया कि मंदिर परिसर के चारो ओर चार दिवारी का निर्माण नगरपालिका प्रशासन द्वारा किया गया है साथ ही जल्द ही मंदिर में विधायक कोष से हाई माक्स लाइट एवं नगरपालिका द्वारा मंदिर के सामने सीसी सड़क का निर्माण कार्य करवाया जाएगा.

बैठक के दौरान रिटायर्ड व्याख्याता लालचंद लखारा ने प्रवासी भामाशाह रामकुमार मानधना एवं राजगोपाल मालपानी सहित गणमान्य नागरिकों को मंदिर निर्माण कार्यो का पूरा अवलोकन करवाया. मंदिर निर्माण को लेकर सहयोग करवाने सहित मंदिर विकास को लेकर सुझाव देने की बात कही. इस दौरान मंदिर निर्माण कमेटी के सदस्यों ने मंदिर निर्माण कार्यो का लेखा जोखा भी प्रस्तुत किया. बैठक के बाद मंदिर परिसर ने सभी सदस्यों द्वारा अमृत महोत्सव के दौरान पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया.

51 पौधे लगाकर सुरक्षा की दी गई जिम्मेदारी

इस दौरान नीम ,सीसम सहित कई प्रकार के 51 पौधे हर एक सदस्यों द्वारा लगवाए गए. साथ ही सभी सदस्यों को एक एक पौघा गोद देकर उनकी देखभाल करने की जिमेदारी भी दी गई.इस अवशर पर पंचायत समिति सदस्य डॉ हनुमान जाजुन्दा ने कहा कि पेड़-पौधे हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं. इनसे पृथ्वी पर ऋतु चक्र बना रहता है. ऋतु चक्र को संतुलित बनाए रखने के लिए अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाना और उनका संरक्षण करना अनिवार्य है. हमें पौधे का पेड़ बनने तक बच्चों की तरह संरक्षण करना चाहिए. पौधा पेड़ बनकर हमें फल देता है. वहीं एक पेड़ सैकड़ों जिंदगियां बचाने में सक्षम होता है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग अज्ञानता और स्वार्थ के चलते पेड़ों की कटाई कर देते हैं. इससे पर्यावरण को नुकसान होता है. 

प्रधानाचार्य श्रवण आचार्य ने कहा कि पेड़-पौधे पशु-पक्षियों के प्राकृतिक आवास हैं. मनुष्य द्वारा प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करने से अनेकों पशु-पक्षियों की प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर हैं. वहीं पेड़ों की कटाई से पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है. इसका असर पृथ्वी के प्रत्येक प्राणी पर पड़ता है. उन्होंने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण करना प्रत्येक मनुष्य की नैतिक जिम्मेदारी है. इसके लिए हमें आगे आना चाहिए और दूसरों को भी प्रेरित करना चाहिए.

पर्यावरण के संरक्षण के लिए हमें अपने जीवन में एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए.मंदिर कमेटी के सदस्यों द्वारा आए हुए सभी भामाशाहो एवं गणमान्य नागरिकों का दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया गया.इस अवशर पर रामकुमार मानधना,राजगोपाल मालपानी,लालचंद लखारा,माहेश्वरी समाज अध्यक्ष राधेश्याम करवा,पंचायत समिति सदस्य हनुमान जाजुन्दा, पूर्व पार्षद भंवरलाल धोजक,ड़ॉ के सी माथुर,प्रधानाचार्य श्रवण आचार्य,त्रिलोक राम,गोविंद गिलड़ा,रामकुमार आसोपा,कैलाश दर्जी,मंदिर कमेटी अध्यक्ष रामकिशोर नावन्धर,मुकेश लखारा,पूनम गुर्जर,सुनील दर्जी,प्रतीक लखारा सहित मंदिर कमेटी के सदस्य रहे मौजूद.

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Reporter- Damodar Inaniya

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