जालोर- गाजे-बाजे के साथ निकाली गई गाय की शव यात्रा, वैदिक मंत्रोच्चार के साथ किया अंतिम संस्कार
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जालोर- गाजे-बाजे के साथ निकाली गई गाय की शव यात्रा, वैदिक मंत्रोच्चार के साथ किया अंतिम संस्कार

जालोर जिले सांचोर में जहां एक गाय के मालिक ने उसकी मौत के बाद परिवार के एक सदस्य की ही तरह उसे अंतिम विदाई दी, जिसमें पड़ोसियों ने भी नम आंखों से गाय को विदाई दी.

जालोर- गाजे-बाजे के साथ निकाली गई गाय की शव यात्रा, वैदिक मंत्रोच्चार के साथ किया अंतिम संस्कार

Sanchore: इंसान और जानवरों के बीच का प्रेम सदियों पुराना है. इस स्नेह में कई बार अनोखी तस्वीरें सामने आती रहती है, जिसमें इंसान और पशुओं के बीच का यही प्रेम एक मिसाल बन जाता है. कुछ ऐसा ही हुआ जालोर जिले सांचोर में जहां एक गाय के मालिक ने उसकी मौत के बाद परिवार के एक सदस्य की ही तरह उसे अंतिम विदाई दी, जिसमें पड़ोसियों ने भी नम आंखों से गाय को विदाई दी.

शहर के रमेश कॉलोनी के रहने वाले ओम प्रकाश सोनी के परिवार में बीते 20 सालों से परिवार की तरह पाल रहे पालतू गाय की लंपी स्किन बीमारी चलते मौत हो गई. गाय को परिवार ने अपने बच्चों की ही तरह पाल कर बड़ा किया था. लिहाजा गाय की मौत से पूरा परिवार बेहद गमगीन हो गया, जिसके बाद गाजे-बाजे के साथ शव का अंतिम यात्रा निकाली गई, जिसमें आस-पास के कई लोग शामिल हुए.

शहर निवासी रमेश कॉलोनी में रहने वाले ओम प्रकाश सोनी बताते है कि रविवार की सुबह करीब 8 बजे लंपी स्किन बीमारी से गाय की मौत हो गई. गाय 20 सालों से परिवार में थी. 10 वर्षों तक परिवार की तरह ही सेवा की. इसको घर में लाने के बाद से लेकर आज दिन तक गाय को उनके सहित पूरे परिवार ने परिवार के सदस्य की तरह पाला पोसा. अब गाय निधन पर पूरे परिवार में गमगिन माहौल हो गया है. इस दौरान पूरे परिवार के सभी सदस्यों के साथ मिलकर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गाय की गाजे-बाजे के साथ अंतिम यात्रा निकाल कर विदाई की.

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अंतिम यात्रा में सजाई ट्रैक्टर-ट्रॉली 
गाय की मौत हो जाने के बाद जैसे एक व्यक्ति की अंतिम यात्रा को सजाया जाता है. ठीक उसी तरह से गाय की अंतिम यात्रा के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली सजाई गई और उसमें गाय माता के शव को रखा गया, जिसके बाद परिवार के सभी सदस्यों और पड़ोसियों ने नम आंखों से गाय को विदाई दी और अंतिम यात्रा गाजे- बाजे के साथ प्रमुख मार्गों से होती हुई गुजरी. बाद में पूरे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान गाय का मालिक बेहद भावुक हो गया. 

Reporter- Dungar Singh

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