Rajasthan Politics: कई ग्राम पंचायत के दौरे पर निकले मदन दिलावर तब नाराज हो गए, जब उन्होंने गणतंत्र दिवस के खास मौके पर भी पंचायत ऑफिस में साफ-सफाई देखी. इसके लिए जिम्मेदार लोगों की उन्होंने जमकर फटकार लगाई. कई जगहे तो सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
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Rajasthan Politics: 26 जनवरी के खास मौके पर कोटा में गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर झंडा फहराने के बाद मंत्री मदन दिलावर ने 3 ग्राम पंचायतों का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने पंचायत कार्यालय में गंदगी देखी तो वे नाराज हो गए. उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई. वहीं गोदलियाहेड़ी ग्राम पंचायत में एक कोने और गंदगी में ध्वजारोहण देख मदन दिलावर सरपंच पर फूट पड़े. उन्होंने सरपंच को गणतंत्र दिवस का सम्मान करने की सलाह दे डाली.
मदन दिलावर ने पहले तीरथ ग्राम पंचायत का दौरा किया. वहां पर पंचायत कार्यालय पर गंदगी के ढेर लगा देख मंत्री ने ग्राम विकास अधिकारी से सवाल कर डाले, मंत्री ने कहा कि सफाई कब से नहीं की यहां पर. इस पर ग्रामीणों ने अधिकारियों की पोल खोल दी और बताया कि सफाई यहां होती ही नहीं है. मंत्री दिलावर ने ग्रामीणों को बताया कि सरकार से 12 लाख रुपए प्रति वर्ष यानी 1 लाख रुपए प्रति माह भेजे जाते हैं. फिर ग्राम पंचायत में सफाई क्यों नहीं हो रही? इन सबके बाद उन्होंने पंचायत की कार्यवाही रजिस्टर, मूवमेंट रजिस्टर और कैश बुक की भी जांच की है.
वहीं रजिस्ट्र में एंट्री ठीक से नहीं मिली, सफाई का ठेका 8 जनवरी 2025 किया जाना बताया गया, लेकिन फर्म ने केवल 2 बार ही गांव में सफाई हुई है. इस पर मंत्री ने ठेका फर्म मेसर्स जगदीश को ब्लैकलिस्ट करने के साथ उसका भुगतान रोक कर जमानत राशि जब्त करने और जुर्माना लगाने के बीडीओ को निर्देश दे दिए. नाराज मंत्री ने सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी को चेतावनी भी दी कि 10 दिन का समय है, सफाई नहीं हुई तो सरपंच निर्मला नायक और ग्राम विकास अधिकारी ज्योति दोनों को हटा दिया जाएगा.
इसके बाद मंत्री दिलावर गोदलियाहेड़ी ग्राम पंचायत पहुंचे. पंचायत कार्यालय के परिसर में गंदगी और झाड़ देखे कर यहां भी वह काफी निराश और गुस्से में नजर आए. मंत्री ने कहा कि आज गणतंत्र दिवस है. कम से कम आज इस परिसर की झाड़ू लगा लेते. तुम सब गणतंत्र दिवस का भी सम्मान नहीं कर पाते. वहीं सरपंच से सवाल किया गया कि झंडा रोहन किया या नहीं. इस पर सरपंच ने एक कोने में लगे झंडे की तरफ इशारा कर कहा ये हो गया है. मंत्री ने कहा कि ध्वजारोहण किया या झंडे का अपमान किया है.