केंद्र सरकार से 12 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल, बैंकिंग सेवाओं पर असर
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केंद्र सरकार से 12 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल, बैंकिंग सेवाओं पर असर

 केंद्रीय श्रमिक संगठनों की ओर से दो दिन की हड़ताल का आज दूसरा दिन है. हड़ताल के चलते दूसरे दिन भी केंद्र सरकार से जुड़े विभागों में कामकाज प्रभावित रहा. मजदूरों और श्रमिक यूनियनों के अलावा सरकारी क्षेत्र के विद्युत, बैंक, बीमा, आयकर कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल रहे.

केंद्र सरकार से 12 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल

Jaipur: केंद्रीय श्रमिक संगठनों की ओर से दो दिन की हड़ताल का आज दूसरा दिन है. हड़ताल के चलते दूसरे दिन भी केंद्र सरकार से जुड़े विभागों में कामकाज प्रभावित रहा. मजदूरों और श्रमिक यूनियनों के अलावा सरकारी क्षेत्र के विद्युत, बैंक, बीमा, आयकर कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल रहे.

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बैंकों के निजीकरण एवं पुरानी पेंशन बहाल किए जाने की मांग को लेकर बैंक कर्मचारी आज दूसरे दिन अर्थात 29 मार्च को भी हड़ताल पर रहे. हड़ताली कर्मचारी अहिंसा सर्किल के पास केनरा बैंक के सामने एकत्र होकर केंद्र सरकार की जन विरोधी एवं श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ नारे लगाए.

प्रदर्शनकारियों को राजस्थान प्रदेश बैंक एंप्लाइज यूनियन के अध्यक्ष आरजी शर्मा महासचिव महेश मिश्रा कोषाध्यक्ष महेश शर्मा ,बैंक ऑफिसर एसोसिएशन के अध्यक्ष लोकेश मिश्रा तथा सहकारी बैंकों के महासचिव सूरजभान सिंह आमेरा के साथ ग्रामीण बैंक के महासचिव आर के शर्मा ने नारे लगाए एवं संबोधित किया.

हड़ताली संगठनों के संयोजक महेश मिश्रा ने बताया कि दो दिन की हड़ताल से अधिकांश बैंकों में काम बाधित रहा, बहुत से काउंटर बंद रहे जिससे ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ा. हड़ताल में प्रदेश में कार्यरत सार्वजनिक निजी ग्रामीण एवं सहकारी बैंकों की 4000 शाखा में कार्यरत लगभग 20000 कर्मचारियों ने भाग लिया।

इस हड़ताल के बाद भी सरकार ने किसी भी बैंक का निजीकरण किया तो बैंक कर्मचारी फिर से हड़ताल करेंगे. आयकर मुख्यालय जयपुर पर भी कार्मिक संगठनों के पदाधिकारियों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान केंद्र सरकार से वेतन समझौतों को लागू करने, गेड पे बढ़ाने और आउट सोर्सिंग को रोकने की मांग की गई.

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