रेशमा ने बॉडी बिल्डिंग में जीता खिताब, 72 टांके नहीं तोड़ पाए सपना
Advertisement

रेशमा ने बॉडी बिल्डिंग में जीता खिताब, 72 टांके नहीं तोड़ पाए सपना

 रेशमा (Reshma) को बॉडी बिल्डिंग का शोक है, जिसने अपने जीवन में इतनी मुश्किले होने के बाद अपना सपना पूरा कर दिखाया और शेरू क्लासिक 2022 का खिताब अपने नाम किया.

रेशमा ने बॉडी बिल्डिंग में जीता खिताब, 72 टांके नहीं तोड़ पाए सपना

Reshma: कहते हैं कि पूरी लगन, मेहनत से कोई काम किया जाए, तो आपकी कमोजरी भी आपकी हिम्मत बनकर साथ देती है. हम आज आपको एक ऐसे की लड़की के बारे में बताने जा रहे है, जिसने ये लाइन हकीकत में बदल दी है. 

दिव्यांग लड़की रेशमा (Reshma) को बॉडी बिल्डिंग का शोक है, जिसने अपने जीवन में इतनी मुश्किले होने के बाद अपना सपना पूरा कर दिखाया और शेरू क्लासिक 2022 ( SHERU CLASSIC- 2022) का खिताब अपने नाम किया. चलिए जानते है, रेश्मा की कहानी.... 

दिव्यांग होने के बाद भी नहीं मानी हार 
रेशमा को बचपन से ही बॉडी बिल्डिंग करनी थी, लेकिन वह पोलियो से ग्रसित हो गई. वहीं, तेज बुखार आने और पोलियो होने से रेशमा का आधा शरीर पैरालाइज हो गया. इसके कारण रेशमा को बढ़ी परेशानियां हुई. वहीं, परिजनों ने रेशमा को डॉक्टर को दिखाया तो डॉक्टर ने सर्जरी करने के लिए कह दिया. बाद में रेशमा के पैरों की सर्जरी हुई, इसमे 72 टांके लगाए गए. 

रेशमा के पिता की मृत्यु 
रेशमा एक गरीब परिवार से थी. वहीं, रेशमा को बॉडी बिल्डिंग करनी थी, जिसके अच्छी डायट की जरूरत होती थी, पिता के मृत्यु के बाद रेशमा की मां उनका ख्याल रखती और अच्छी डाइट देती. वहीं, घर की हालत देख रेशमा भी कुछ काम करने लगी. इसके साथ ही रेशमा ने अपने आप का फिट रखने के लिए अपना पूरा ध्यान रखा. 

 
 
 
 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

A post shared by (@warrior_reshma)

एक महीने की तैयारी के बाद जीता खिताब 
रेशमा ने बताया कि उन्होंने पहले शेरू क्लासिक के बारे में पता किया और फिर तैयारी की. उन्होंने कहा कि वह 24 लोगों में अकेली महिला थी और उन्होंने साल 2022 का शेरू क्लासिक खिताब (SHERU CLASSIC- 2022) जीता. रेशमा ने बताया कि उन्होंने केवल एक महीने की तैयारी कर बॉडी बिल्डिंग में जीत हासिल की. 

Trending news