Rajasthan Politics: राजस्थान के 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले है, जिसको लेकर तारीखों का ऐलान कर दिया गया है. वहीं, 23 नवम्बर को 19.36 लाख वोटर्स प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला सुनाएंगे.
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Rajasthan News: राजस्थान में विधानसभा की 7 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए रणभेरी बज गई है. उपचुनाव के लिए मतदान 13 नवम्बर को होगा और 23 नवम्बर को नतीजे आएंगे. 19.36 लाख वोटर्स प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला सुनाएंगे. चुनाव घोषणा के साथ ही संबंधित जिलों में चुनावी आचार संहिता लग गई है.
इन जिलों में होंगे उपचुनाव
राज्य में झुंझुनूं, रामगढ़ (अलवर), दौसा, देवली-उनियारा (टोंक), खीन्वसर (नागौर), सलूम्बर (उदयपुर) और चौरासी (डूंगरपुर) विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होना है. यहां उपचुनाव की घोषणा होते ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि चुनावी आचार संहिता विधानसभा सीट वाले जिले में लागू होगी. आचार संहिता दौसा और डूंगरपुर के सम्पूर्ण जिलों में तथा अलवर, झुंझुनू, टोंक, नागौर और सलूम्बर के नवीन पुनर्गठित राजस्व जिलों में लागू रहेगी.
इस प्रकार रहेगा चुनावी कार्यक्रम
उप चुनाव के लिए अधिसूचना 18 अक्टूबर को जारी होगी और उसके साथ ही उम्मीदवारों के लिए नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी, जो 25 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे तक चलेगी. नामांकन पत्रों की समीक्षा 28 अक्टूबर को की जाएगी एवं 30 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे.
देनी होगी आपराधिक पृष्ठभूमि की जानकारी
महाजन ने कहा कि चुनाव में भाग लेने वाले सभी प्रत्याशियों एवं राजनीतिक दलों को अपनी वेबसाइट, टीवी चैनल्स, राष्ट्रीय एवं स्थानीय समाचार पत्रों में प्रत्याशी की आपराधिक पृष्ठभूमि के बारे में कम से कम तीन बार प्रकाशित प्रसारित करवाना होगा. उन्होंने कहा कि पोलिंग एजेंट को यह निर्देश दिया जाए कि वे मतदान के दिन सुबह मतदान शुरू होने से 90 मिनट पूर्व ईवीएम मशीन पर मॉक पोल के लिए आवश्यक रूप से मौजूद रहें.
सात विधानसभा क्षेत्रों में 19.36 लाख मतदाता
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि विधानसभा उपचुनाव के दौरान 19,36,533 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. इसके लिए 7 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 1,862 मतदान केंद्र और 53 सहायक मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे.
चुनाव की तैयारियों को लेकर दी जानकारी
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने संबंधित क्षेत्रों में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों के निस्तारण के लिए सी-विजिल एप के बारे में जानकारी दी. उन्होंने मतदाता जागरूकता के लिए चलाए जा रहे अभियानों, 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग और 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं के लिए होम वोटिंग की सुविधा सहित अन्य स्वीप गतिविधियों, मतदाता सूचियों के अपडेशन, चुनावी खर्च की मॉनिटरिंग पर विस्तार से जानकारी दी. साथ ही, उन्होंने मतदाता जागरूकता तथा आचार संहिता उल्लंघन के मामलों में मीडिया की प्रभावी भूमिका पर चर्चा की. उन्होंने मीडियाकर्मियों से इन गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल होकर निष्पक्ष, भयमुक्त और धनबल के प्रभाव से रहित चुनाव संपन्न कराने में सहयोग का आह्वान किया.
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