Rajasthan: विधानसभा में गूंजा डॉक्टरों पर लाठी का मुद्दा, राजेंद्र राठौड़ बोले- पुलिस की बर्बरता
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Rajasthan: विधानसभा में गूंजा डॉक्टरों पर लाठी का मुद्दा, राजेंद्र राठौड़ बोले- पुलिस की बर्बरता

Right to Health Bill: राजस्थान की गहलोत सरकार मंगलवार 21 मार्च को संशोधित राइट टू हेल्थ बिल सदन में प्रस्तुत करने जा रही है. लेकिन इस बिल के विरोध में डॉक्टर अब सड़क पर उतर आए हैं, जिन्होंने बीते 2 दिनों से निजी अस्पतालों में इलाज भी बंद कर दिया है.

Rajasthan: विधानसभा में गूंजा डॉक्टरों पर लाठी का मुद्दा, राजेंद्र राठौड़ बोले- पुलिस की बर्बरता

Right to Health Bill News: राजस्थान की गहलोत सरकार मंगलवार 21 मार्च को संशोधित राइट टू हेल्थ बिल सदन में प्रस्तुत करने जा रही है. लेकिन इस बिल के विरोध में डॉक्टर अब सड़क पर उतर आए हैं, जिन्होंने बीते 2 दिनों से निजी अस्पतालों में इलाज भी बंद कर दिया है.अब इससे आगे बढ़ते हुए नाराज डॉक्टरों ने जयपुर में विधानसभा घेराव का ऐलान भी किया और बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर राजस्थान विधानसभा घेराव के लिए निकले भी लेकिन पुलिस ने स्टेच्यू सर्किल पर ही डॉक्टरों को आगे बढ़ने से रोक दिया.

जिसके चलते पुलिस और डॉक्टरों के बीच कुछ तकरार की स्थिति भी बनी और पुलिस को डॉक्टरों को रोकने के लिए हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा. बल प्रयोग से नाराज डॉक्टर स्टेच्यू सर्किल पर ही धरने पर बैठ गए हैं लेकिन डॉक्टरों पर लाठीचार्ज के आरोप राजस्थान विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने लगाए हैं. 

उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि राजस्थान विधानसभा के सामने प्रदेश का चिकित्सक प्रभारी अपनी बात करने आए थे, लेकिन उन पर बर्बर लाठीचार्ज हुआ. जिसके चलते डॉक्टर अब धरने पर बैठे हैं. राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि चिकित्सक हमारी समाज का सबसे प्रभुत्व अंग है,ऐसे में मेरी प्रार्थना है कि आप स्वास्थ्य मंत्री को कहे कि वो पता करे कि कितने लोगों को चोट आई है इसका पता करें.

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उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि डॉक्टर आमरण अनशन पर बैठ गए हैं. इसके बारे में सबको चिंता करने की जरूरत है. राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि पिछले 2 दिन से राजस्थान में निजी चिकित्सकों ने अपनी सेवाएं बंद कर दी है जिसके चलते कई लोगों की असमय मौत भी हो जाएगी, ऐसे में हम कोई पोलिटिकल माइलेज लेना नहीं चाहते इसलिए पूरी घटना क्या है? कैसे हुई ? और कैसे हम कैसे वार्ता करके इस घटना को रोक सके इस पर संज्ञान में लिया जाए.

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