Rajasthan: इंडियन आइडल के मंच पर पोते की दादी को गुरु दक्षिणा, मोहम्मद रफी के गाने 'एहसान तेरा होगा मुझ पर' गाकर किया याद
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Rajasthan: इंडियन आइडल के मंच पर पोते की दादी को गुरु दक्षिणा, मोहम्मद रफी के गाने 'एहसान तेरा होगा मुझ पर' गाकर किया याद

Rajasthan: राजस्थान के एक छोटे से शहर बालोतरा के पीयूष पनवर ने, सभी प्रतियोगीयों को पीछे छोड़ कर टॉप-24 में जगह लिया हैं. इंडियन आइडल जीतकर अपनी दादी का सपना पूरा करना चाहता है. 

फाइल फोटो

Rajasthan: कामयाबी किसे पसंद नहीं होती. पर हर किसी का नसीब इतना अच्छा कहा की कामयाबी उनके जीवन में दस्तक दे कर जाए. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते है जो नसीब को पिछे छोड़ कर सफलता की परचम लहराते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ पीयूष पंवार के साथ.

राजस्थान के एक छोटे से शहर बालोतरा के होने के बावजूद, कई परेशानियों को झेल कर इंडियन आइडल जैसे फेमस रियलिटी सिंगिंग शो में अपनी धमाकेदार परफॉर्मेंस से  टॉप-24 में जगह बनाना आसान नहीं होता. लेकिन पीयूष पनवर ने सभी प्रतियोगीयों को पीछे छोड़ कर, ऐसा कर के दिखाया.

पीयूष पनवर की कामयाबी पर पूरे परिवार में खुशी का माहौल छाया हुआ हैं. साथ ही बेटे से दूर होने का गम भी हैं. पीयूष ने अपने सफलता पूरे देश में राजस्थान और बालोतरा शहर का नाम रौशन किया हैं.

सफलता की वज़ह

आपको बता दें की पीयूष की दादी दम्यंती देवी चाहती थी कि उन्का बेटा संगीत में नाम रौशन करे. उन्होंने ही पीयूष को संगीत सिखाया है. जब पीयूष का इंडियन आइडल में सिलेक्शन हुआ तब वे बहुत खुश थी. लेकिन प्रकृति को कुछ और ही मंजूर था. रिजल्ट आने से पहले 22 सितंबर को ही उनका निधन हो गया. और वह इस सपने को साकार होते नहीं देख सकी, जिसका पूरे परिवार को अफसोस है.

हालांकि, दादी के निधन की खबर सुनकर पीयूष मुंबई से बालोतरा भी आया था, लेकिन अंतिम दर्शन नहीं कर सका. अब वह इंडियन आइडल जीतकर अपनी दादी का सपना पूरा करना चाहता है. 
पीयूष ने सबसे पहले दादी से हारमोनियम बजाना सीखा था. फिर उसे सुरों से खेलने की आदत सी पड़ गई. जिसके बाद  सुर, लय और ताल उसकी पहचान बन गई. पीयूष अपनी दादी की तरह गाना,गाना चाहता है. क्योंकि वह भी एक अच्छी गायिका थीं.

पीयूष ने अपनी पढ़ाई-लिखाई बालोतरा से ही की हैं. दादी से बचपन में ही संगीत से रूबरू करवा देने के बाद धीरे-धीरे परफॉर्मेंस करते हुए छोटे-मोटे स्टेज शो करता था. बता दें कि पीयूष ने इंडियन आइडल में दूसरी बार परफॉर्मेंस दी है. 

तीन साल पहले साल 2020 में फाइनल कंटेस्टेंट के तौर पर वह  सिलेक्ट नहीं हो पाया था, लेकिन कोशिश और कड़ी मेहनत से इस बार टॉप 24 तक पहुंच कर अगले राउंड के लिए पीयूष ने जगह बना ली है.

आपको बता दें कि पीयूष के फेवरेट सिंगर मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर, सोनू निगम, अनूप कुमार राठौड़, विशाल ददलानी, श्रेया घोषाल, कुमार सानू, और कुछ ऐसे सिंगर्स हैं, जो उनके दिल में बसे हुए हैं. वही इंडियन आइडल के तीनों जज पीयूष के फेवरेट सिंगर्स में से एक है. 

पीयूष पनवर लंबे समय से कई बड़े कार्यक्रमों में परफॉर्म कर रहे हैं. इंडियन आइडल के मंच पर पहला गाना दादी का फेवरेट 'एहसान तेरा होगा मुझ पर' गाया था. जिसने जजों को काफी इमोशनल कर दिया था. साथ ही तीनों जजों ने बहुत तारीफ की और गाने की क्षमता को निखारने की सलाह दी.

पीयूष ने अपनी कामयाबी से पूरे परिवार को गर्वित कर दिया हैं. रिश्तेदार, गली, मोहल्ले के लोग भी पीयूष की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. 

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