Rajasthan News: प्रदेश में खराब कानून व्यवस्था, महिला अपराध और बेलगाम अपराधों के मुद्दे पर सत्ता में आई भाजपा सरकार के सामने अब इनसे निपटना बड़ी चुनौती है. मुख्यमंत्री कार्यालय में शुक्रवार को प्रदेश के आईजी, एडीजी और डीजी स्तर के अधिकारियों की पहली बार बैठक बुलाई गई.
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Rajasthan News: प्रदेश में खराब कानून व्यवस्था, महिला अपराध और बेलगाम अपराधों के मुद्दे पर सत्ता में आई भाजपा सरकार के सामने अब इनसे निपटना बड़ी चुनौती है. यही कारण है कि पहली बार प्रदेश के आईपीएस अफसरों से रूबरू हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एक्शन में नजर आए. भजनलाल शर्मा ने पुलिस अफसरों से दो टूक शब्दों में कहा कि आम आदमी को मैसेज जाना चाहिए कि सरकार बदल गई है और उसे रिलीफ महसूस होना चाहिए.
मुख्यमंत्री कार्यालय में शुक्रवार को प्रदेश के आईजी, एडीजी और डीजी स्तर के अधिकारियों की पहली बार बैठक बुलाई गई. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने करीब तीन घंटे चली बैठक में पुलिस अफसरों को राजस्थान में अपराध की बनी छवि को बदलने की बात कही. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस जरूरी है.
वहीं आम आदमी को मैसेज जाना चाहिए कि सरकार परिवर्तित हो गई, आम आदमी को रिलीफ महसूस होना चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछले सालों में अपराधों में हुई बढ़ोतरी से राज्य की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. हमें राज्य की इस छवि को बदलना होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस के ध्येय वाक्य ''आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय'' को लेकर जनता को भरोसा होना चाहिए. इसमें राज्य सरकार द्वारा आपको हर प्रकार का सहयोग दिया जाएगा.
पेपरलीक मामले को लेकर भी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एक सामान्य परिवारिक पृष्ठभूमि से आता हूं, मुझे पता है कि अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए माता-पिता को कितनी तकलीफ उठानी पड़ती है. ऐसे में पेपरलीक कर युवाओं एवं उनके परिवारों की आशाओं पर कुठाराघात करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. युवाओं को यातनाएं सहनी पड़ी है एवं उनका परिश्रम एवं पैसा बर्बाद हुआ है. उन्होंने कहा कि इन मामलों की जांच के लिए गठित एसआईटी प्रभावी कार्रवाई करते हुए सभी दोषियों को सजा दिलाएगी एवं पेपरलीक के पीड़ित युवाओं को न्याय देगी.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि महिला सुरक्षा सरकार की पहली प्राथमिकता है. पिछले कुछ सालों में महिला और बच्चियों पर गैंगरेप व अन्य दुष्कर्म सहित अन्य अपराधिक मामलों के कारण प्रदेश शर्मसार हुआ है. इसलिए गश्त में बढ़ोतरी और गुंडागर्दी में कमी हो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए. पुलिस अधिकारी गश्त करें तथा फील्ड में ज्यादा से ज्यादा समय दें और लोगों का भरोसा जीतने का प्रयास करें. पुलिस को राज्य में संगठित अपराधों पर रोक लगाने के साथ ही गैंग्स और गैंगस्टर को कुचलने की कार्रवाई करनी चाहिए.
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि महकमें में सभी स्तरों पर भ्रष्टाचार ख़त्म होना चाहिए. भ्रष्टाचारियों को सहयोग करने वाले को भी नहीं बख्शा जाए. साइबर अपराध की रोकथाम बहुत जरूरी है. सीएम ने कहा कि अपराधियों से मुक़ाबले के लिए पुलिस में और अधिक आधुनिक संसाधनों में वृद्धि की जाएगी.
प्रदेश से संगठित अपराध हो समाप्त, आमजन को मिले राहत
मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को संगठित अपराध करने वाले गिरोहों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि राज्य में संगठित अपराध पूरी तरह समाप्त होना चाहिए. प्रदेशवासियों को गैंग्स के आतंक से मुक्ति मिलनी चाहिए. जेलों के अंदर से गैंग ऑपरेट करने की प्रवृत्ति पर भी पूरी तरह से रोक लगनी चाहिए. इस संबंध में गठित टास्क फोर्स गैंग्स को पूरी खत्म करने का कार्य करेगी.
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि कानून व्यवस्था के उत्कृष्ट संधारण के लिए प्रदेश में सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से प्रभावी मॉनिटरिंग की जाए. समयबद्ध रूप से इनकी मरम्मत एवं रख-रखाव सुनिश्चित किए जाए. अधिकारी किसी भी स्रोत से प्राप्त अपराध की सूचना को गंभीरता से लेकर तत्काल संज्ञान लें. शर्मा ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए की कहीं पर भी कानून-व्यवस्था बिगड़ने की संभावना के पहले संकेतों पर ही प्रो-एक्टिव अप्रोच के साथ कार्य करें. अधिकारी स्वयं समय-समय पर अपने क्षेत्र में दौरे कर स्थिति का जायजा लें. साथ ही, नियमित रूप से जनसुनवाई भी करें ताकि आमजन से फीडबैक मिलता रहे. मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को विभाग में अपनी-अपनी शाखाओं से संबंधित अपराधों की रोकथाम के लिए कार्ययोजना, सुझावों, आवश्यक संसाधनों का ब्यौरा तैयार कर जल्द से जल्द प्रस्तुत करने के निर्देश दिए.
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