एनडीए ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार की घोषणा कर दी है. पार्टी ने द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है. द्रौपदी मुर्मू झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं.
Trending Photos
जयपुर: एनडीए ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार की घोषणा कर दी है. पार्टी ने द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है. द्रौपदी मुर्मू झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं. अगर द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति बनती हैं तो प्रतिभा पाटिल के बाद ये दूसरी महिला राष्ट्रपति एनडीए की तरफ से होंगी. राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं. 2015 से वह झारखंड की राज्यपाल बनी हुई हैं. पहली ओडिया नेता, जिन्हें किसी भारतीय राज्य की राज्यपाल नियुक्त किया गया है.
संसदीय बोर्ड की बैठक में लिया गया फैसला
राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम पर मंथन के लिए पार्टी मुख्यालय में बीजेपी की संसदीय बोर्ड की बैठक हुई. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित संसदीय बोर्ड के अन्य सदस्य बैठक में मौजूद रहे. वहीं, राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों की ओर से संयुक्त उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को प्रत्याशी बनाया गया है. मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है.
यह भी पढ़ें: राजस्थान के बच्चों को दिल्ली में मिलेगी फाइव स्टार वाली सुविधाएं, सीएम ने किया बड़ा ऐलान
आदिवासी चेहरे पर एनडीए का दांव
राष्ट्रपति पद के लिए बीजेपी ने इस बार आदिवासी चेहरे पर दांव खेला है. पिछली बार बीजेपी ने दलित चेहरे को राष्ट्रपति पद का चेहरा बनाया था. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद यूपी के कानपुर के रहने वाले थे. और 2017 में एनडीए की तरफ से उम्मीदवार बनाए जाने से पहले वो बिहार के राज्यपाल के पद पर थे. ऐसे में दलित के बाद अब आदिवासी चेहरे पर दांव खेलकर बीजेपी ने यूपीए के खिलाफ बड़ा दांव खेला है. द्रोपदी मुर्मू संथाल परिवार से आती हैं. वह मूलत ओडिशा से आती हैं. 2000 से 2004 तक ओडिशा विधानसभा में रायरंगपुर से विधायक भी रही चुकी हैं. द्रौपदी मुर्मू भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल की गठबन्धन सरकार में, 6 मार्च 2000 से 6 अगस्त 2002 तक वाणिज्य और परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार की राज्य मंत्री। 6 अगस्त 2002 से 16 मई 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री रही हैं.