स्पीकर ओम बिरला से मिलने पहुंचे नन्हे मेहमान, कहा- ग्लोबल वार्मिंग की समस्या को दूर करने में भारत विश्व का नेतृत्व करेगा स्पीकर ओम बिरला से मिलने पहुंचे नन्हे मेहमान, कहा- ग्लोबल वार्मिंग की समस्या को दूर करने में भारत विश्व का नेतृत्व करेगा
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स्पीकर ओम बिरला से मिलने पहुंचे नन्हे मेहमान, कहा- ग्लोबल वार्मिंग की समस्या को दूर करने में भारत विश्व का नेतृत्व करेगा स्पीकर ओम बिरला से मिलने पहुंचे नन्हे मेहमान, कहा- ग्लोबल वार्मिंग की समस्या को दूर करने में भारत विश्व का नेतृत्व करेगा

संसद भवन में स्पीकर ओम बिरला से मिलने के लिए शुक्रवार को कुछ खास मेहमान पहुंचे. खास मेहमान ईको-आर्मी से जुड़े हुए 8 से 14 वर्ष के बच्चे हैं. ईको आर्मी देश भर में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम कर रही है. इस आर्मी के मुख्य यौद्धाभावी पीढ़ी छोटे बच्चे हैं.

स्पीकर ओम बिरला से मिलने पहुंचे नन्हे मेहमान, कहा- ग्लोबल वार्मिंग की समस्या को दूर करने में भारत विश्व का नेतृत्व करेगा स्पीकर ओम बिरला से मिलने पहुंचे नन्हे मेहमान, कहा- ग्लोबल वार्मिंग की समस्या को दूर करने में भारत विश्व का नेतृत्व करेगा

Delhi/ Jaipur: संसद भवन में स्पीकर ओम बिरला से मिलने के लिए शुक्रवार को कुछ खास मेहमान पहुंचे. खास मेहमान ईको-आर्मी से जुड़े हुए 8 से 14 वर्ष के बच्चे हैं. ईको आर्मी देश भर में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम कर रही है. इस आर्मी के मुख्य यौद्धाभावी पीढ़ी छोटे बच्चे हैं. बच्चों ने स्पीकर बिरला को अपनी गतिविधियों तथा अब तक किए गए कार्यों की जानकारी दी.

बिरला ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की भावना हमारे संस्कृति और संस्कारों में हैं. यह इन बच्चों को देखकर नजर आता है. छोटी सी उम्र में पर्यावरण के प्रति इतनी जागरूकता प्रभावित करती है. इन बच्चों को देखकर यह विश्वास जागृत होता है कि ग्लोबल वार्मिंग की समस्या को दूर करने में भारत ही विश्व का नेतृत्व करेगा. इससे पूर्व लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पीएचडी चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के 117 वें वार्षिक अधिवेशन में भाग लिया. बिरला ने उद्योग, वाणिज्य और व्यापार क्षेत्र में सराहनीह कार्य कर रही विभूतियों को सम्मानित किया.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्पीकर बिरला ने वाणिज्य एवं उद्योग जगत से भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के विजन के साथ कार्य करने का आव्हान किया. उन्होंने कहा कि हमारे युवा नवाचार और शोध की अपनी क्षमता से सभी चुनौतियों का समाधान कर सकते हैं. वाणिज्य और उद्योग जगत उन्हें रिसर्च के लिए उचित प्लेटफार्म और रिसोर्सेज उपलब्ध करवाएं.

बिरला ने कहा कि वाणिज्य और उद्योग जगत के कारण आज विश्व में भारत की अलग ही साख है. मैन्यूफैक्सचरिंग और सर्विस सेक्टर अब पूरे विश्व में विराट स्वरूप लेते जा रहे हैं. दोनों ही क्षेत्रों में दुनिया भारत को बड़ी उम्मीदों से देख रही है. हमें इस अवसर का लाभ उठाना है. हमारी कोशिश होनी चाहिए कि इन दोनों ही क्षेत्रों में हम अपनी युवा आबादी का उपयोग करते हुए विश्व का सबसे आकर्षक हब बनें. इसमें वाणिज्य एवं उद्योग जगत की अहम भूमिका रहेगी.

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