Jaipur News: निगम हैरिटेज प्रशासन ने कबाड़ से किया कमाल,हाथी-घोडे,मछली से शहरवासी होंगे आकर्षित
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Jaipur News: निगम हैरिटेज प्रशासन ने कबाड़ से किया कमाल,हाथी-घोडे,मछली से शहरवासी होंगे आकर्षित

Jaipur News: नगर निगम हैरिटेज हैरिटेज निगम पार्कों में कबाड़ से बने हाथी-घोड़े, स्कलपचर लगाने जा रहा है.इसमें प्लास्टिक, लोहे का कबाड का उपयोग किया गया है.आपको शायद यह जानकर हैरानी हो सकती है, लेकिन यह हकीकत है.

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Jaipur News:अक्सर हम लोग प्लास्टिक के बॉटल, डिब्बे, लोहे का कबाड कचरा समझकर फेंक देते हैं, लेकिन क्या आप जानते है कि उसी कबाड से कमाल हो सकता हैं.आपको शायद यह जानकर हैरानी हो सकती है, लेकिन यह हकीकत है.

नगर निगम हैरिटेज हैरिटेज निगम पार्कों में कबाड़ से बने हाथी-घोड़े, स्कलपचर लगाने जा रहा है.इसमें प्लास्टिक, लोहे का कबाड का उपयोग किया गया है.वेस्ट टू वंडर के तहत ये नवाचार नगर निगम हैरिटेज कर रहा है.

ऐसा करने से न सिर्फ कचरे का सही उपयोग हो रहा है, बल्कि लोगों को भी यह संदेश देने का प्रयास किया है कि जीव जंतुओं का ध्यान रखें.अब शहर के अलग अलग लोकेशन पर कबाड़ से बनी स्कल्पचर शहरवासियों को आकर्षित करेंगी.नगर निगम हैरिटेज प्रशासन कबाड़ से शहर को खूबसूरत बनाने के इस प्लान में कई चीजों का इस्तेमाल किया जाएगा.

हैरिटेज निगम पार्कों में कबाड़ से बने हाथी-घोड़े लगाने जा रहा है.इसमें प्लास्टिक का उपयोग किया गया है.आस-पास हरियाली लगाई जाएगी ताकि ये मूर्तियां सुंदर दिखे.इनको नगर निगम हैरिटेज ऑफिस, जैकब रोड, जलमहल की पाल, सरदार पटेल मार्ग, बजाज नगर, जयनिवास उद्यान, शहीद भगत सिंह पार्क, राष्ट्रपति मैदान से लेकर अन्य पार्कों में लगाया जाएगा.

इनके अलावा लोहे के कबाड़ से एक महिला की आकृति तैयार की गई है.उसको भी जल्द नगर निगम जगह फाइनल कर लगवाएगा.नगर निगम आयुक्त अभिषेक सुराणा ने बताया की यहां उन वस्तुओं को प्रयोग में लाया जा रहा है, जो कचरा समझकर घरों से फेंक दी जाती हैं.वेस्ट टू वंडर के तहत ये नवाचार निगम कर रहा है.ऐसा करने से न सिर्फ कचरे का सही उपयोग हो रहा है, बल्कि लोगों को भी यह संदेश देने का प्रयास किया है कि जीव जंतुओं का ध्यान रखें.

इस नवाचार में शहर के कई आर्टिस्ट को जोड़ा है.....उन्होने बताया की यह मुहिम केवल कचरा निस्तारण करने के लिए ही नहीं बल्कि ट्रिपल आर (रिड्यूज, रियूज, रिसाइकिल) को भी बढ़ावा मिलेगा..स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 की थीम भी ट्रिपल आर ही तय की गई है..ऐसे में नगर निगम स्वच्छ सर्वेक्षण को ध्यान में रखकर भी इस दिशा में काम कर रहा है.ऐसा करने वाले निकाय को अंक भी मिलते हैं.पहली बार हैरिटेज निगम में इस तरह का प्रयोग किया जा रहा है.

ह्यूमन फेस
सरदार पटेल मार्ग, बजाज नगर पर स्थापित किया जाएगा. इसका काम लगभग पूरा हो चुका है. ह्यूमन फेस तैयार करने के लिए निगम की ओर से ही कबाड़ आर्टिस्ट को मुहैया करवाया गया था. पांच कलाकारों की टीम ने इसे मूर्त रूप दिया है.

मछलियां और गैंडा स्कल्पचर बनाने में कबाड़ से निकले तारों का उपयोग किया गया है. प्लास्टिक बोतलों को कलर करके स्कल्पचर में भरा जाएगा. ये स्कल्पचर जल्द तैयार हो जाएंगे. गैंडा को हैरिटेज कार्यालय और मछलियों को जलमहल की पाल और द्रव्यवती नदी के किनारे रखने की योजना है.

नगर निगम आयुक्त अभिषेक सुराणा ने बताया की कबाड से बने स्कलपचर के अलावा छोटे टायरों का उपयोग कर पेड़ का आकार दिया जा रहा है जिसे ट्रू ट्री नाम दिया गया हैं.इसी तरह से गैराज शाखा के खराब टायर और कबाड़ में आने वाले टायरों से क्लाइबर तैयार किया जा रहा है.इस पर बच्चे खेल सकेंगे.

कबाड़ में आने वाले गत्तों का उपयोग कर सोफा बनाया गया है.टेबल-कुर्सी फर्नीचर बनाने में प्लास्टिक वेस्ट का उपयोग किया जा रहा है.....हाल ही में प्लास्टिक वेस्ट से बने कुर्सी और गत्तों से बने सोफे को फर्नीचर को डीएलबी ऑफिस में रखवाया गया हैं.जिससे ऑफिस में आने वाले लोग उस पर बैठ सकें.

आर्टिस्ट मोहित जांगिड़ ने बताया की प्लास्टिक वेस्ट का दुष्प्रभाव हमारे वातावरण पर देखने के लिए मिल रहा है.जंगल, जमीन, नदियां, हिमालय और जीव जंतु इससे बहुत प्रभावित हो रहे हैं. सरकार के प्रयासों के बावजूद भी यह परेशानियां विकराल रूप धारण करती नजर आ रही है.

इसलिए हमने प्लास्टिक वेस्ट को इस तरह से उपयोग करने की सोची जिससे यह वातावरण के लिए हानिकारक न बनकर उपयोगी बने.उन्होने कहा की नगर निगम हैरिटेज प्रशासन ने जो काम फाइनल किए हैं उनमें से कुछ पर काम शुरू किया है.निगम ने कबाड़ और अन्य जरूरी सामान उपलब्ध करा रहा है.जिससे इन आइटमों को तैयार किया जा रहा है.

बहरहाल, कई शहर हैं जो दुनियाभर में टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर मशहूर हैं.कोई पहाड़ों की वजह से आकर्षण का केंद्र बनता है तो कुछ अपने हिस्टोरिकल बैकग्राउंड की वजह से आकर्षित करता हैं.जयपुर शहर भी दुनियाभर में अपनी ऐतिहासिक इमारतों, लजीज व्यंजनों के कारण फेमस हैं.लोग यहां बने महलों और प्राचीन इमारतों को निहारने के लिए आते हैं.अब इस शहर को चार चांद लागने के लिए हैरिटेज निगम ने वेस्ट टू वंडर की शुरुआत की है.

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