ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिए हो रहा धर्मांतरण, छोटे बच्चे सॉफ्ट टारगेट
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ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिए हो रहा धर्मांतरण, छोटे बच्चे सॉफ्ट टारगेट

धर्म परिवर्तन (Conversion)एक ऐसा मुद्दा जो केरल स्टोरी (Kerala Story)फिल्म के बाद से गर्म है. केरल समेत देश के कई इलाकों में लव जिहाद से कई मामले सामने जा चुके हैं. लेकिन इस बार धर्म परिवर्तन में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है, यूपी के गाजियाबाद में ऐसा ही एक मामला सामने आया है.

 

ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिए हो रहा धर्मांतरण, छोटे बच्चे सॉफ्ट टारगेट

Online Gaming App : अगर आपका बच्चा भी दिन रात ऑनलाइन गेमिंग का आदी हो चुका हकै. तो ये खबर आपके लिए है. धर्म परिवर्तन के लिए अब ऑनलाइन गेमिंग का सहारा लिया जाने लगा है. जैसा की आप जानते हैं. ऑनलाइन गेमिंग की लत दिमाग को पूरी तरफ से कंट्रोल कर लेती है. ऑनलाइन गेम खेलने वाले सिर्फ जीतना चाहते हैं. चाहे तरीका कोई भी हो.

इसी लत का फायदा धर्म परिवर्तन के लिए अब होने लगा है. जिसके तार पाकिस्तान और जाकिर नाइक से जु़ड़े बताये जा रहे हैं. दरअसल इस मामले का खुलासा तब हुआ जब गाजियाबाद में एक व्यापारी ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करायी.

व्यापारी के 17 साल के बेटे ने इस्लाम कबूल कर लिया था. वो घर में झूठ बोलकर 5 वक्त की नमाज पढ़ने लगा. व्यापारी ने शक होने पर उसका पीछा किया तो मालूम चला कि बेटा मस्जिद में नमाज पढ़ रहा है. पूछने पर उसने इस्लाम कबूल करने और उसके पीछे की वजह बतायी.

मामले में 4 जून 2023 को गाजियाबाद पुलिस ने मौलवी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया. जिसके बाद इस ऑनलाइन गेम की आड़ में चल रहे धर्म परिवर्तन के गेम की इनसाइड स्टोरी सामने आई.

ऑनलाइन गेमिंग एप फोर्ट नाइट और डिस्कॉर्ड के जरिए इस लड़के का ब्रेनवॉश हुआ था. पहले उसे गेम में हराया गया, फिर जीतने के लिए कुरान पढ़ने को कहा गया. जिसके बाद वो जीतने लगा. लड़के को लगा की जीत के लिए कुरान पढ़नी जरूरी है और धीरे धीरे उसका झुकाव कुरान की तरफ हो गया.

पुलिस की जांच के मुताबिक ये गिरोह यूपी समेत कई राज्यों में फैला है. जिसके तार जाकिर नाइक और पाकिस्तान से जु़ड़ें है. जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र में तो 300 से 400 लोगों का ऑनलाइन धर्मांतरण हो भी चुका है.

इससे पहले एमपी में भी एटीएस में धर्मांतरण गैंग के 16 लोगों को पकड़ा था. पुलिस के मुताबिक इस ऑनलाइन गेमिंग एप फोर्ट नाइट और डिस्कार्ड को सोशल मीडिया के जरिये प्रचारित किया गया. जिसे गूगल प्ले-स्टोर से नहीं बल्कि वेबसाइट के जरिए डाउनलोड कराया जाता है.

जब गेम यूजर्स इस्लाम में आस्था दिखाने लगते थे तो फिर ये गैंग उसको कट्टर बनाते. जाकिर नाइक के वीडियो स्पीच सुनाए जाते और इस्लामिक लिट्रेचर देकर बाकी की जानकारी दी जाती थी. पूरी तरह से  झांसे में लाकर यूजर्स का धर्मांतरण होता और कई तरह का लालच दिया जाता.

यही नहीं यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर इस्लाम से जुड़े रील्स पोस्ट होते, जिसमें इस्लाम की तारीफ होती है.जिसके जरिए छोटे बच्चे, गरीब घर के लड़के और लड़कियां टारगेट पर होती हैं. इस्टा पर फॉलोअर्स और पोस्ट पर लाइक बढ़ने पर भी बच्चे इस्लाम के प्रति आकर्षित होते.

पुलिस की जांच में सामने आया है कि चंडीगढ़ , गाजियाबाद, फरीदाबाद में जिन नाबालिग लड़कों के धर्मांतरण की कोशिश हुई वो सभी 'यूथ क्लब' यूट्यूब चैनल से जुड़े थे. पुलिस का दावा है कि ये चैनल पाकिस्तान से संचालित हो रहा है जिसके करीब 12 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर है.

 

 

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