मोबाइल के IMEI नंबर क्रैक करने वाले गिरोह का खुलासा, आरोपियों के कब्जे से 250 मोबाइल किए गए बरामद
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मोबाइल के IMEI नंबर क्रैक करने वाले गिरोह का खुलासा, आरोपियों के कब्जे से 250 मोबाइल किए गए बरामद

Jaipur News: मोबाइल के IMEI नंबर क्रैक करने वाले गिरोह का खुलासा पुलिस ने किया है. साथ ही आरोपियों के कब्जे से 250 मोबाइल बरामद किए गए हैं. मामले की जांच की जा रही है.

Accused in police custody

Jaipur News: राजधानी जयपुर की कोतवाली थाना पुलिस और DST नॉर्थ ने एक ऐसे शातिर गिरोह को गिरफ्त में लिया है जो कि चोरी छिपे मोबाइल फोन के IMEI नंबर को क्रैक कर बदल देते. साथ ही मोबाइल के लॉक कोड खोलकर उसे भी बदल देते. यह काम करने के लिए गैंग में शामिल शातिर सदस्य करीब 25-25 हजार रुपए के ऑनलाइन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते. कोतवाली थानाप्रभारी राजेश शर्मा की अगुवाई में पुलिस टीम ने इंदिरा बाजार स्थित रायसर प्लाजा में मोबाइल शॉप रिपेयरिंग की आड़ में चल रहे इस गोरखधंधे का खुलासा किया.

डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा डूडी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी अतुल गुप्ता, महेश मुरजानी, गौतम सैनी और लोकेश गर्ग है. ये लोग अपने कम्प्यूटर में कई ऑनलाइन सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन इंस्टॉल रखते हैं फिर किसी भी मोबाइल फोन हैंडसेट का IMEI नंबर क्रैक कर किसी दूसरे मोबाइल के IMEI नंबरों को इंस्टॉल कर बदल देते हैं. आरोपियों के कब्जे से 250 से ज्यादा मोबाइल फोन रिकवर हुए हैं. इनमें 100 फोन हैंडसेट ऐसे है, जिनमें IMEI नंबर क्रैक कर सॉफ्टवेयर से बदल दिया गया.

पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 250 से अधिक मोबाइल फोन, कंप्यूटर, डेस्कटॉप, मोबाइल फोन का लॉक व IMEI नंबर क्रैक करने का सॉफ्टवेयर डिवाइस भी बरामद किए. डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा डूडी ने बताया कि लंबे समय से इस संबंध में सूचनाएं सामने आ रही थी. सूचनाओं के आधार पर यह कार्रवाई की गई. पुलिस गिरफ्त में आए ये आरोपी कंप्यूटर और सॉफ्टवेयर के जरिए एक मोबाइल फोन के IMEI नंबर किसी दूसरे फोन में डाल देते थे. ऐसे मोबाइल फोन का इस्तेमाल किसी अवैध गतिविधि में भी हो सकता है. प्रारंभिक जांच में पुलिस ने 100 से अधिक बदले गए मोबाइल फोन के IMEI नंबर का रिकॉर्ड ट्रेस किया है.

पुलिस की माने तो मोबाइल फोन IMEI नंबर बदल कर किसी अवैध गतिविधि को अंजाम दिया जा सकता है. जिन लोगों के मोबाइल नंबर की IMEI का इस्तेमाल कर उन्हें दूसरे मोबाइल फोन में डाला जाता अब उन लोगों के बारे में भी पुलिस जानकारी जुटा रही है.

पुलिस ने मोबाइल फोन की IMEI नंबर क्रैक करने वाले और उसका लॉक अनलॉक कर लॉक का पैटर्न बदलने वाले गिरोह का खुलासा तो कर दिया लेकिन इस गिरोह से कितने लोगों ने अपने मोबाइल फोन में IMEI नंबर बदलवाए हैं इसके बारे में जानकारी जुटाना अब पुलिस के लिए एक बड़ा टास्क है. देखना होगा कि पुलिस इस पूरे प्रकरण में आगे कार्रवाई करते हुए और कितने लोगों का चेहरा बेनकाब करती है.

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