जयपुर जिले के चाकसू में 66 वीं राज्य स्तरीय माध्यमिक और उच्च माध्यमिक खेलकूद खो-खो प्रतियोगिता के उपविजेता को शील्ड देकर बधाइयां दी.
Trending Photos
Chaksu, Jaipur News: जयपुर जिले के चाकसू में 66 वीं राज्य स्तरीय माध्यमिक और उच्च माध्यमिक 17 व 19 वर्ष छात्र खेलकूद खो-खो प्रतियोगिता के पारितोषिक वितरण समारोह में मुख्य अतिथि वेद प्रकाश सोलंकी ने विजेता उपविजेता को शील्ड देकर बधाइयां दी.
यह भी पढ़ें - मायके वालों के पहुंचने से पहले ससुराल वालों ने कर दिया बहू का अंतिम संस्कार, फिर बहाए घड़ियाली आंसू
समारोह में उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि बालकों के सर्वांगीण विकास में खेलों का अहम स्थान है. बालकों का स्वास्थ्य अच्छा होगा, तभी वह समाज एवं देश के नव निर्माण में अपनी महती भूमिका निभा सकते हैं. खेलों से खिलाड़ियों में स्फूर्ति, उत्साह, उमंग,आत्मविश्वास, अनुशासन एवं निर्णय लेने की क्षमता के साथ ही भावी जीवन की तैयारी होती है. साथ ही उन्होंने उत्कृष्ट खेल खेलकर विजेता बनने वाली टीम को बधाई देने के साथ ही बहुत कम अंतर से स्थान नहीं बना पाने वाली टीम के खिलाड़ियों को भी अपना हौसला बुलंद रखते हुए और अधिक मेहनत और तैयारी कर सफलता के लिए शुभकामनाएं दी.
वेद प्रकाश सोलंकी ने सर्वश्रेष्ठ एवं पात्र खिलाड़ियों का ही चयन कर आगे नाम भेजने के लिए निर्णयकों से कहा एवं सफल आयोजन के लिए प्रतियोगिता संचालक, भामाशाह, व्यवस्था प्रभारियों एवं आयोजक समस्त टीम को एवं निर्विवाद एवं पारदर्शी तरीके से खेल कराने के लिए चयनकर्ताओं, निर्णायकों शकील खान, दौलत सिंह एवं पूनमाराम सुथार राष्ट्रीय चयनकर्ताओं की टीम और शारीरिक शिक्षकों को धन्यवाद देकर सम्मानित किया.
साथ ही सुविधा युक्त आवास व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए केडी कॉलेज के सह निदेशक सुमित शर्मा समेत अन्य आवास व्यवस्थापकों का सम्मान कर आभार जताया और आगामी दिनों में इससे भी बड़े खेल आयोजन को भव्य और व्यवस्थित तरीके से करवाने के लिए कहा कार्यक्रम के प्रारंभ में मां सरस्वती के समक्ष माल्यार्पण दीप प्रज्वलन के उपरांत अतिथियों के स्वागत सत्कार के बाद कार्यक्रम संयोजक रामलाल मीणा प्राचार्य द्वारा स्वागत भाषण एवं प्रतियोगिता प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया. वहीं बालिकाओं ने सरस्वती वंदना, स्वागत गीत के साथ रंगारंग एवं आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए.
विशिष्ट अतिथि चाकसू एसीपी डॉ संध्या यादव ने खेलों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए खिलाड़ियों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया एवं राष्ट्रीय प्रतियोगिता में खेलने जाने वाले खिलाड़ियों को पूरी दमखम से अपना श्रेष्ठ से श्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए कहा. एसएचओ थाना अधिकारी भूरी सिंह ने भी बालकों के सर्वांगीण विकास में खेलों की महती भूमिका के बारे में बताया.
आपको बता दें कि खो-खो के फाइनल में खिलाड़ियों के खेल का लुफ्त उठाने के लिए खेल-प्रेमी दर्शकों के साथ ही बड़े-बुजुर्ग, युवा, महिलाएं, बेटियां सभी प्रांत स्तर के मुकाबले में राज्य भर की खेल प्रतिभाओं के उच्च खेल कौशल एवं शानदार प्रतिस्पर्धाओं का भरपूर आनंद ले कर ''खेल-खिलाड़ी जिंदाबाद'' एवं ''शीतला माता की जय'' का उद्घोष करते नजर आए.
राज्य स्तरीय खो-खो प्रतियोगिता के संयोजक एवं नोडल अधिकारी, रामलाल मीणा प्राचार्य राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय चाकसू ने बताया कि इस राज्य स्तरीय क्रीडा प्रतियोगिता में पधारे 1000 मेहमान खिलाड़ियों की बेहतरीन और आरामदायक आवास एवं भोजन व्यवस्था की गई है. प्रतियोगिता मार्गदर्शक मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, चाकसू हनुमान सहाय मीणा, एसीबीईओ अशोक तंवर, प्रकाश मीणा भोजन, आवास एवं अन्य समस्त व्यवस्थाओं का जायजा लेकर पर्यवेक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश लगातार देकर इस आयोजन को सफल बनाने की भरपूर कोशिश की गई.
सभी खिलाड़ियों के लिए विधायक वेद प्रकाश सोलंकी के निर्देशानुसार खिलाड़ियों को भरपेट, स्वास्थ्य के अनुकूल पौष्टिक एवं स्वादिष्ट नाश्ते एवं भोजन की अच्छी व्यवस्था की गई. भगवान श्री गोपीनाथ मंदिर,मनोहर तालाब में खिलाड़ियों की भोजन की तमाम व्यवस्थाओं को दिनेश कुमार शर्मा समिति अध्यक्ष एवं सहयोगी टीम पूरे सेवा भाव से सुबह जल्दी से देर रात्रि तक संभाल कर ''अतिथि देवो भव:'' की परंपरा को साकार किया.शील की डूंगरी शीतला माता की पावन धरा धार्मिक नगरी में खो-खो खेल के इस महाकुंभ से कस्बे वासियों समेत आसपास के गांव के सभी लोगों में खेलों के प्रति एक माहौल एवं उत्साह बना है.
यह भी पढ़ें - बेडरूम में ऐसे-ऐसे पोज दे रही थी कियारा आडवाणी, लोग बोले- बेड पर ये कपड़े कौन पहनता
बालकों के सर्वांगीण विकास में खेलों का एक अहम स्थान है. स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है. बालकों में उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन कर अपना उज्ज्वल भविष्य बनाने की प्रेरणा जगी है. मीडिया प्रभारी देवेश कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि आज हुए फाइनल मुकाबले में जिलों की टीम ने स्फूर्ति और त्वरित निर्णय लेकर दमखम दिखाते हुए टीम फाइनल में विजेता बनाने के पूरे प्रयास किए. 19 वर्ष में सार्दुल स्पोर्ट्स बीकानेर की टीम विजेता एवं जयपुर प्रथम की टीम उपविजेता रही है. भीलवाड़ा तीसरे स्थान पर रहा. वहीं 17 वर्ष के फाइनल मुकाबले में दिलचस्प एवं रोमांच से भरे कड़ी प्रतिस्पर्धा के मैचों में टीम के खिलाड़ियों ने खेल भावना एवं समन्वय से खेलते हुए उत्कृष्ट एवं बेहतरीन प्रदर्शन, कर टीम को फाइनल में विजेता बनाने के पूरे प्रयास किए.
आपको बता दें कि भीलवाड़ा विजेता एवं सीकर उपविजेता रहा एवं जयपुर द्वितीय ने तीसरा स्थान प्राप्त किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी हनुमान सहाय मीणा ने खिलाड़ियों का हौसला अफजाई करते हुए एवं विजेता खिलाड़ियों को जीत की शुभकामनाएं देते हुए आयोजन की व्यवस्था में लगे सभी अधिकारियों कर्मचारियों को सफल व्यवस्थित आयोजन के लिए धन्यवाद दिया एवं आगंतुक अतिथियों का आभार जताया. कार्यक्रम के अंत मे मुख्य अतिथि सोलंकी द्वारा प्रतियोगिता के समापन की घोषणा की गई एवं ध्वजावतरण कर सम्मान के साथ खेल ध्वज संयोजक को समर्पित किया गया.
Reporter - AMIT YADAV