सरकार ने खेलों बजट में खोला दिल, लेकिन फिर भी सादुलपुर के खेल मैदान पर भूखे रहे खिलाड़ी
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सरकार ने खेलों बजट में खोला दिल, लेकिन फिर भी सादुलपुर के खेल मैदान पर भूखे रहे खिलाड़ी

मुख्यमंत्री ने खेलों के लिए बजट भी दिल खोल कर दिया है, मगर स्थानीय स्तर पर कई जगह व्यवस्थाओं में खामियां भी देखने आई है.

सरकार ने खेलों बजट में खोला दिल, लेकिन फिर भी सादुलपुर के खेल मैदान पर भूखे रहे खिलाड़ी

Sadulpur : सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चूरू जिले की सादुलपुर तहसील से राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों का शुभारंभ किया और खिलाड़ियों से मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने इस दौरान कुछ देर तक खड़े रहकर मैच का लुत्फ भी उठाया और खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया.

राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल के द्वितीय चरण के खेलों के शुभारंभ के साथ ही ग्रामीण खिलाड़ियों में खेलों को लेकर काफी उत्साह जगा और खिलाड़ी पूरे दमखम के साथ मैदान में उतरे. ग्रामीण खेलों में बच्चे ही नही बुजुर्गों ने भी भाग लिया.

खिलाड़ियों में खेलों को लेकर इतना उत्साह था कि उनका कहना था कि हम हमारे जिले के लिए ही नहीं देश के लिए खेलने को तैयार है, अगर सरकार ने इसी तरह से हमें मौका और सहयोग दिया, तो वो दिन भी दूर नहीं होगा कि हम अंतरराष्ट्रीय मैदान में देश का परचम फहराने की इच्छा रखते है.

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इधर ब्लॉक स्तरीय ओलंपिक खेलों में अधिकारी भी पहुंच कर खेल मैदान में पहुंचकर खिलाड़ियों का हौसला बढ़ा रहे है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल पर जिले में 12 से 15 सिंतबर तक ब्लॉक स्तरीय टूर्नामेंट्स में 1252 टीमों का गठन किया गया था. कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने बताया कि कबड्डी में 406, शूटिंग वॉलीबॉल में 139, टेनिस बॉल क्रिकेट में 290, खो-खो में 195, वॉलीबॉल में 168 और हॉकी में 54 टीमों का गठन किया गया था.

हालांकि मुख्यमंत्री ने खेलों के लिए बजट भी दिल खोल कर दिया है, मगर स्थानीय स्तर पर कई जगह व्यवस्थाओं में खामियां भी देखने आई है. खिलाड़ियों को समय पर भोजन नहीं मिलने से खिलाड़ियों में आक्रोश भी देखने को मिला है.

बीदासर के राजेंद्र सुरेंद्र चोरड़िया स्टेडियम में ब्लॉक स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल प्रतियोगिता का कार्यक्रम में खिलाडियों ने बताया, कि सुबह 8 बजे खेल प्रतियोगिता शुरू हो गई थी, लेकिन दो घंटे तक पीने के पानी का इंतजार करते रहे. उसके बाद पानी की व्यवस्था हुई, खाने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण अफरा तफरी मची और सैकड़ो खिलाड़ी खाने से वंचित रहे गये. जिसको लेकर खिलाड़ियों ने विरोध प्रदर्शन किया और अपने निजी खर्च से बिस्किट, भुजिया, नमकीन खाकर भूख शांत की.

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ब्लॉक शिक्षा अधिकारी संदीप व्यास ने बताया की हमारी तरफ से खिलाड़ियों को ड्रेस व्यवस्था की गयी थी जो पर्याप्त थी, खाने पीने संबंधित व्यवस्था पंचायत समिति की तरफ से की गयी थी. कुलमिला कर ब्लॉक स्तरीय राजीव गांधी ओलंपिक खेल प्रतियोगिता मुख्यमंत्री की उपस्थिति को छोड़कर, सभी दिन अव्यवस्था के शिकार होते दिखे. जबकि सरकार की तरफ से पर्याप्त बजट इन खेलों के लिए दिया गया था.

रिपोर्टर- गोपाल कंवर

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