Chittorgarh News: 22 दिनों बाद BMS का धरना समाप्त हुआ. सांसद सीपी जोशी की मध्यस्थता के बाद गतिरोध थमा. जानिए पूरा मामला क्या है.
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Chittorgarh News: चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा स्थित परमाणु बिजलीघर संयंत्रों में ठेकेदारों की ओर से श्रमिकों से अवैध वसूली के मामले में अपडेट सामने आया है. पिछले 22 दिनों से चल रहा मजदूरों का धरना प्रदर्शन आखिर जनप्रतिनिधियों की मध्यस्थता के बाद समाप्त हो गया.
इस मामले को लेकर सांसद सीपी जोशी की ओर से भेजे जनप्रतिनिधियों की मध्यस्थता में बिजलीघर प्रबंधन के अधिकारियों व मजदूर संगठनों की मेवाड़ गेस्टहाउस में बैठक रखी गई.
बैठक में सांसद प्रतिनिधी मंडल में शामिल शिरीष त्रिपाठी ने बताया कि रावतभाटा में मजदूरों के शोषण व धरना प्रदर्शन की राष्ट्रीय नेतृत्व तक बात जाने पर सभी मुद्दों को सुनकर हल निकालने के लिए बिजलीघर प्रबंधन, स्थानीय प्रशासन व मजदूरसंघठन बीएमएस की त्रीपक्षीय बैठक हुई. जिसका नतीजा सकारात्मक निकला.
उन्होंने कहा हालांकि बीएमएस अध्यक्ष जोत सिंह सोगरवाल वार्ता से कुछ खास संतुष्ट नहीं नजर आए. उनका कहना है कि कुछ मांगों का आश्वासन मिला है. जिसमें सात दिन का समय दिया गया. अगर सात दिन में समाधान नही हुआ तो मजदूर फिर से मैदान में उतरेंगे.
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चित्तौड़गढ़ जिले में वन्यजीव नील गाय का शिकार कर मांस बंटवारा कर रहे पांच लोगों को ग्रामीणों ने घेर लिया. घटना मुकुंदरा नेशनल पार्क में नाका श्रीपुरा जवाहर सागर वनमंडल मुकुंदरा वन खंड पीर मगरा ब्रह्मणी नदी के समीप की बताई जा रही है. उपवन संरक्षक अनुराग भटनागर ने बताया कि नील गाय के शिकार के लिए आरोपियों ने तारों का फंदा बिछाया था. फंदे में फंसने के बाद आरोपियों ने कुल्हाड़ी से वार से नीलगाय की हत्या कर दी.
तफरी के दौरान चार आरोपी खेत में घुसकर भाग निकले. जबकि एक आरोपी को वनकर्मियों ने हिरासत में लिया. भागते - भागते भी चार आरोपी बंटवारे का मांस ले जाने में सफल हो गए. जिनकी तलाश की जा रही हैं. मौके पर मौजूद नील गाय के क्षत विक्षत मृत शरीर को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम किया गया है. वहीं आरोपियों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9 के तहत प्रकरण दर्ज़ किया गया है. वन विभाग की टीम चारों फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है.