Chittorgarh:जन्माष्टमी पर सांवलिया सेठ के दर्शन करेंगे CM गहलोत, 12 कृष्ण लीलाएं और 1000 ड्रोन से भर जाएगा आकाश
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Chittorgarh:जन्माष्टमी पर सांवलिया सेठ के दर्शन करेंगे CM गहलोत, 12 कृष्ण लीलाएं और 1000 ड्रोन से भर जाएगा आकाश

Sanwaliya Seth Janmashtami: मेवाड़ के सुप्रसिद्ध कृष्णधाम सांवलियाजी में श्री सांवलिया सेठ मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जाएगी. जन्माष्टमी पर्व को लेकर मंदिर मंडल की ओर से व्यापक तैयारियां की जा रही है. बताया जा की जन्माष्टमी पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत यहां दर्शन करेंगे और  सांवलिया सेठ  के दर्शन करेंगे.

Chittorgarh Sanwaliya Seth

Sanwaliya Seth Janmashtami: कृष्ण भक्तों की आस्था का प्रतीक भगवान सांवलिया सेठ का मंदिर न केवल मेवाड़ वरन् मालवा, गुजरात, हाड़ौती, वागड़, ढूढाड़ सहित देश और प्रदेश के कई क्षेत्रों में अपनी विशिष्ठ पहचान रखने के साथ आस्था का एक बड़ा स्थल है। जहां प्रतिदिन हजारों श्रृद्धालु अपने आराध्य के दर्शन करने आते है। इस मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी और जलझूलनी एकादशी पर्व का विशेष महत्व होता है। इसी कड़ी में गुरूवार को भाद्र पद कृष्ण अष्टमी के पावन अवसर पर भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव भव्य रूप से मनाया जाएगा। जिसमें लाखों श्रृद्धालु पहुंचेगें।

सीएम अशोक गहलोत करेंगे सांवलिया सेठ के दर्शन

वहीं, कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर 7 सितंबर को दोपहर 2 बजे प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हेलीकॉप्टर से श्री सांवलिया सेठ के दर्शन करने पहुंचेंगे। दर्शन सहित मंदिर मंडल की परियोजनाओं के शिलान्यास व शुभारंभ के दौरान मुख्यमंत्री सांवलियाजी मंदिर में करीब एक घंटे रूकने के बाद हेलीकॉप्टर से उदयपुर के लिए रवाना हो जाएंगे।

ईधर, जन्माष्टमी कार्यक्रम आयोजन की भव्यता के लिये मंदिर मंडल द्वारा मंदिर परिसर से बाहर भी पांडाल सजाये जा रहे है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर रात्रि 12 बजे भगवान श्री सांवलिया सेठ के मंदिर परिसर में आकर्षक व भव्य आतिशबाजी करते हुए भगवान श्री सांवलिया सेठ का जन्मोत्सव मनाया जाएगा।

वहीं माधव रॉक बैंड़ की मधुर धुने और ड्रोन शो आकर्षण का केंद्र होंगे। जिसमें मध्य रात्रि में घंटा घड़ियाल, शंखनाद, ढोल, नंगाड़ो के साथ भगवान सांवलिया सेठ की महाआरती कर भक्तों को पंजेरी का प्रसाद वितरित किया जायेगा।

ड्रॉन शों  
इस बार मंदिर मंडल की ओर से पहली बार नवाचार किया गया है। जिसमें श्री जन्माष्टमी पर 7 सितंबर को श्री सांवलियाजी मंदिर में रात 10 बजे ड्रोन शो किया जाएगा। इस 25 मिनट के ड्रॉन शॉ में 1000 ड्रॉन आकाश में उड़ाते हुए भगवान श्री सांवलिया सेठ की 12 कृष्ण लीलाओं का प्रदर्शन किया जाएगा। इन रचनाओं के साथ म्यूजिक को भी सिंक किया जाएगा। यह काम आईपीएल ओपनिंग सेरिमनी में ड्रोन शो करवाने वाली कंपनी की ओर से करवाया जा रहा है। इस ड्रॉन शॉ को लेकर किसी तरह की दिक्कत ना हो इसलिए मंगलवार रात को इसका रिहर्सल किया गया।
इसके अलावा जन्माष्टमी की रात 10.30 बजे वृंदावन के माधव रॉक बैंड द्वारा भजन संध्या का आयोजन भी किया जाएगा। रात के 12 बजे कान्हा के जन्मदिन पर जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान विशेष आरती होगी और उसके बाद भव्य आतिशबाजी की जाएगी।

 श्रीसांवलिया सेठ को मानते है अपना  बिजनेस पार्टनर
इस मंदिर की मान्यता है की देशभर के कोने कोने से लोग श्रीसांवलिया सेठ को अपना बिजनेस पार्टनर बनाते है. भगवान सांवलिया सेठ की कृपा से उन्हें बिजनेस में बड़ा फायदा भी होता है, जिसके बाद तय पार्टनरशिप के आधार पर मुनाफे की रकम सांवलिया सेठ के दरबार में चढ़ाते है। वहीं चढ़ाई गई रकम का कई गुना फायदा दोबारा से बिजनेस में होता हैं। इसी वजह से सांवलिया सेठ के भंडारे में भरपूर चढ़ावा आता है।

 चतुर्दशी  पर खोला जाता है ठाकुरजी का भंडार 
मंदिर में प्रतिमाह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तथा अमावस्या को भगवान श्री सांवलिया सेठ का दो दिवसीय मासिक मेला आयोजित किया जाता है। जिसमें चतुर्दशी को वर्षों पुरानी परंपरा के अनुसार ठाकुरजी का भंडार खोला जाता है। भंडार से प्रतिमाह लगभग 10 करोड रुपए नगद व सोने तथा चांदी के आभूषण प्राप्त होते हैं। साथ ही अमावस्या को परंपरा के अनुसार विशाल ब्रह्म भोज भंडारा आयोजित किया जाता है जिसमें हजारों श्रद्धालु पहुंचकर ठाकुरजी का महाप्रसाद ग्रहण करते हैं।

भगवान श्री सांवलिया सेठ का मंदिर मेवाड़ राजस्थान ही नहीं पूरे विश्व में प्रसिद्ध है जहां पर मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र सहित विभिन्न राज्यों सहित अन्य देशों के श्रद्धालु भी सांवलियाजी पहुंचकर ठाकुरजी के दर्शन करते हैं। भगवान श्री सांवलिया सेठ का तीन दिवसीय विशाल मेला प्रतिवर्ष जलझूलनी एकादशी को आयोजित किया जाता है जिसमें लाखों श्रद्धालु वार्षिक मेले का लाभ लेने के लिए पहुंचते हैं जिसमें जलझूलनी एकादशी को चांदी के रथ में ठाकुरजी के बाल स्वरूप को विराजित कर नगर भ्रमण करवाया जाता है। भगवान श्री सांवलिया सेठ के विशाल तीन दिवसीय मेले में सांवलिया जी मंदिर मंडल के द्वारा विभिन्न प्रकार के आयोजन किए जाते हैं।

भगवान श्री सांवलिया सेठ के मंदिर में करोडों रुपए चढ़ावें के रूप में प्राप्त होने के साथ ही श्री सांवलिया जी मंदिर मंडल के द्वारा ठाकुर जी के दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं के लिए हर प्रकार की व्यवस्थाएं करवाई जाती है। साथ ही श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल की एक विशाल गौशाला भी है जहां पर लगभग 3000 गायें भी रहती है जिनकी सभी प्रकार की व्यवस्थाएं मंदिर मंडल के द्वारा संचालित है।

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