संसद भवन में मोटे अनाज से बाड़मेर की टीम ने बनाई स्पेशल डिशेज, पीएम और सांसद बोले- लाजवाब है
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संसद भवन में मोटे अनाज से बाड़मेर की टीम ने बनाई स्पेशल डिशेज, पीएम और सांसद बोले- लाजवाब है

 बाड़मेर की टीम द्वारा तैयार बाजरा सहित मोटे अनाज से बनी स्पेशल डिशेज को प्रधानमंत्री मोदी सहित केंद्रीय मंत्री परिषद के सदस्यों ने सराहा. अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के तहत संसद भवन परिसर में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ.

संसद भवन में मोटे अनाज से बाड़मेर की टीम ने बनाई स्पेशल डिशेज, पीएम और सांसद बोले- लाजवाब है

बाड़मेर: आज कृषि मंत्रालय की ओर से संसद भवन में मिलेट्स भोज दिया गया. इसके लिए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी के मार्गदर्शन में मिलेट्स भोज के लिए संसदीय क्षेत्र बाड़मेर से आई विशेष टीम द्वारा मिलेट्स (ज्वार, बाजरा एवं रागी जैसे पोषक मोटे अनाज) में भी विशेष रूप से मारवाड़ क्षेत्र के मुख्य खाद्यान्न बाजरा से विभिन्न प्रकार की पौष्टिक एवं स्वादिष्ट खाद्य सामग्री तैयार की गई.

मिलेट्स भोज के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्य एवं लोकसभा व राज्यसभा के सांसदगण बाजरे से बने विभिन्न व्यंजनों की गुणवत्ता से अवगत हुए और केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी सहित बाड़मेर टीम के प्रयासों की सराहना की.

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अपने प्रांत की झलक देख रोमांचित और भावुक हूं- कैलाश चौधरी

मिलेट्स भोज के बाड़मेर की टीम द्वारा तैयार की गई डिशेज को लेकर प्रसन्नता जाहिर करते हुए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि नई दिल्ली संसद भवन में अपने प्रान्त की यह झलक देख कर रोमांचित हूँ और भावुक भी. बचपन से जिस बाजरे की रोटी को हम अपने दैनिक आहार के रूप मे ग्रहण करते आए हैं. वह हमारा भोजन हमारी मिट्टी की महक लिए आज अपनी पौष्टिकता एवं स्वाद से सम्पूर्ण विश्व मे अपनी पहचान बनाने के लिए तैयार हो रहा है. कैलाश चौधरी ने कहा कि धन्य है हमारी धरती. धन्य है हमारी माताएं जो सदियों से अपने हाथों से ये गुणकारी आहार खिलाकर हमें स्वस्थ एवं ऊर्जावान बनाए रखती है.

वर्ष 2023 को ''अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष'' घोषित किया गया

मिलेट्स भोज की कार्यक्रम को लेकर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने बताया कि निश्चित रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्य एवं लोकसभा व राज्यसभा के सांसदगण बाजरे सहित मोटे अनाज से बने विभिन्न व्यंजनों की गुणवत्ता से अवगत. मार्च 2021 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा भारत की ओर से दी गई प्रस्तावना को सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया है, जिसके अंतर्गत वर्ष 2023 को ''अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष'' घोषित किया गया है। इस प्रस्ताव का 70 से अधिक देशों ने समर्थन किया। ऐसे में अब माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश-दुनिया में मिलेट्स (मोटा अनाज) आमजन तक पहुँचाना हम सभी की सहभागिता से संभव है.

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