Barmer: एक साल में 16 सब स्टेशनों की 48 मेगावाट क्षमता बढ़ी, 7 नए सब स्टेशनों का हुआ निर्माण
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Barmer: एक साल में 16 सब स्टेशनों की 48 मेगावाट क्षमता बढ़ी, 7 नए सब स्टेशनों का हुआ निर्माण

बाड़मेर जिले में एक साल  में 16 सब स्टेशनों की 48 मेगावाट क्षमता बढ़ी है. साथ ही 7 नए सब स्टेशनों का हुआ निर्माण हुआ है.इससे जिले के हजारों कृषि, घरेलू उपभोक्ताओं को राहत मिली है.

 

Barmer: एक साल  में 16 सब स्टेशनों की 48 मेगावाट क्षमता बढ़ी, 7 नए सब स्टेशनों का हुआ निर्माण

Barmer: सरहदी बाड़मेर जिले में आगामी गर्मी के मौसम को देखते हुए डिस्कॉम द्वारा कृषि व घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को बेहतर व निर्बाध विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराने एवं वोल्टेज की समस्या का समाधान कराने के लिए किए जा रहे प्रयासों के तहत विगत एक वर्ष में जिले में 33/11 केवी क्षमता के 16 सब स्टेशनों की क्षमता वृद्धि की गई जबकि 7 नए सब स्टेशनों का निर्माण किया गया. इससे जिले के हजारों कृषि, घरेलू उपभोक्ताओं को राहत मिली.

बाड़मेर विद्युत विभाग ने गर्मी के मौसम में बिजली सप्लाई में होने वाली ट्रिपिंग की समस्या से निपटने के लिए कई कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. विद्युत विभाग गर्मी के मौसम में बिजली सप्लाई को ज्यादा बेहतर बनाने के लिए कार्य कर रहा है. जिसके तहत विभाग कुछ जगहों पर नए ट्रांसफॉर्मर लगाने के साथ-साथ अन्य जरूरी रिपेयर का कार्य भी युद्ध स्तर पर चल रहा है. जोधपुर डिस्कॉम, बाड़मेर के अधीक्षण अभियंता अजय माथुर ने बताया कि बाड़मेर जिले में बढ़ते कृषि एवं घरेलू उपभोक्ताओं के विद्युत भार के कारण वोल्टेज की समस्या उत्पन्न हुई. इसके समाधान के लिए पूर्व में स्थापित 33/11 केवी क्षमता के 20 सब स्टेशन की क्षमता वृद्धि के प्रस्ताव राज्य सरकार को स्वीकृति के लिए भेजे गए, जिसकी स्वीकृति प्राप्त हुई.

इसके बाद इस वित्तीय वर्ष में 16 सब स्टेशनों पर अधिक क्षमता के पावर ट्रांसफॉर्मर स्थापित कर 48 मेगावाट की क्षमता वृद्धि की गई. वहीं अब इन सब स्टेशनों की कुल क्षमता 103 मेगावाट हो गई हैं. इससे करीब 40 हजार घरेलू व कृषि उपभोक्ताओं के वोल्टेज की समस्या का समाधान हुआ. वहीं उन्हे गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति प्राप्त हुई. इसी क्रम में जिले में करीब 7 नए 33/11 केवी सब स्टेशनों की स्वीकृति प्राप्त कर उसका निर्माण इस वित्तीय वर्ष में कराया जा चुका हैं.

इन नए सब स्टेशनों के निर्माण होने से इसके आस-पास के ग्रामीण ईलाको में रहने वाले करीब 14 हजार कृषि व घरेलू उपभोक्ताओं को राहत मिली.  बाड़मेर जिले में किसानों पेंडिंग कृषि कनेक्शन दिलाने लंबे समय से मांग बढ़ रही है जिसको लेकर अधीक्षण अभियंता अजय माथुर ने बताया कि लगातार बाड़मेर विद्युत विभाग किसानों को कृषि कनेक्शन जारी करने के लिए कटिबद्ध है और पिछले वर्ष 2550 कृषि कनेक्शन जारी किए गए थे और इस वर्ष 2 महीनों में ही 4100 कृषि कनेक्शन किसानों को जारी कर दिए हैं. जो पिछले साल से कई गुना अधिक है. जैसे-जैसे कृषि कनेक्शन विद्युत सामग्री मिल रही है उसी के आधार पर विभाग लगातार कृषि कनेक्शन जारी करने में लगा हुआ है.

इन सब स्टेशनों की क्षमता बढ़ी

जोधपुर डिस्कॉम, बाड़मेर के अधीक्षण अभियंता अजय माथुर ने बताया कि समदड़ी रोड़ बालोतरा, चाडियाली, असाड़ी, नागड़दा, गंगासरा, गडरारोड़, खानियानी, हरियाली, गिराब, सनावड़ा, बाटाड़ू, लूखू, बामरला डेर, जैताणियों की ढ़ाणी, शौभाला जेतमाल, भीमडा, जानपालिया, रोहिला ईस्ट, कितनोरिया व रतनपुरा सब स्टेशनों की क्षमता वृद्धि के प्रस्ताव स्वीकृत हुए थे जिसमें से समदड़ी रोड़ बालोतरा, चाडियाली, असाड़ी, नागड़दा, गंगासरा, गडरारोड़, खानियानी, हरियाली, गिराब, सनावड़ा, बाटाड़ू, लूखू, शौभाला जेतमाल, भीमडा, कितनोरिया पर अधिक क्षमता वृद्धि के पावर ट्रांसफॉर्मर स्थापित कर करीब 48 मेगावाट की क्षमता वृद्धि की गई.

सात नए सब स्टेशनों का हुआ निर्माण

जोधपुर डिस्कॉम, बाड़मेर के अधीक्षण अभियंता अजय माथुर ने बताया कि सब स्टेशनों की क्षमता वृद्धि के साथ ही जिले में इस वित्तीय वर्ष में 7 नए सब स्टेशनों का निर्माण किया गया. जिसमें मिठीबेरी, कालान, अंतरा, गंगासरा, कोनरा, चांदेसरा व नगड़ाणी फांटा शामिल हैं.

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