कांग्रेस के गढ़ नोहर से BJP ने शुरू की परिवर्तन यात्रा, क्या जनता बदलेगी विधायक, जानें चुनावी समीकरण
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कांग्रेस के गढ़ नोहर से BJP ने शुरू की परिवर्तन यात्रा, क्या जनता बदलेगी विधायक, जानें चुनावी समीकरण

Nohar Hanumangarh Vidhansabha Seat: विधानसभा चुनाव 2018 मे कांग्रेस से अमित चचाण ने भाजपा के अभिषेक मटोरिया को 13727 वोटों के अंतर से हराया था. जानें इस सीट के समीकरण..

कांग्रेस के गढ़ नोहर से BJP ने शुरू की परिवर्तन यात्रा, क्या जनता बदलेगी विधायक, जानें चुनावी समीकरण

Nohar Hanumangarh Vidhansabha Seat: हनुमानगढ़ जिले में कुल 5 विधानसभा सीट आती हैं. यहां चार सीटें सामान्य वर्ग के लिए हैं, जबकि 1 सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है. सामान्य सीटों में संगरिया, हनुमानगढ़, नोहर और भादरा है, जबकि पीलीबंगा आरक्षित सीट है और नोहर जनसंख्या के हिसाब से जिले की दूसरी बड़ी विधानसभा है. बात करें 1951 मे बनी नोहर विधानसभा की तो जनता अब तक 17 विधायकों को आजमा चुकी है, और ये एक मात्र सीट है जो मारवाड़ इलाके मे पड़ती है.

इस सीट पर जब पहली बार  विधानसभा चुनाव हुए तब हनुमानगढ़ नोहर विधानसभा में आता था, और 1951 मे कांग्रेस के प्रत्याशी मनफूल सिंह ने निर्दलीय सहीराम को 8679 वोटों से पराजित कर 14610 मत प्राप्त किये थे और सही राम (निर्दलीय) को 5931 मत प्राप्त हुए थे और अंतिम विधानसभा चुनाव 2018 मे कांग्रेस से अमित चचाण ने भाजपा के अभिषेक मटोरिया को 13727 वोटों के अंतर से हराया था. अमित चचाण 46.00% के साथ 93851 वोट और भाजपा के अभिषेक मटोरिया को 39.00% के साथ 80,124 वोट मिले थे. अब तक कुल 15 चुनाव और 2 उप चुनाव हो चुके है,जिसमे कांग्रेस 7 बार,बीजेपी 2 बार, निर्दलीय 2 बार,1 बार स्वतंत्र पार्टी,1 बार जनता पार्टी 1 बार जनता दल और 1 बार इनलो के उम्मीदवार ने जीत हांसिल की है.

विधानसभा - नोहर

वोटर - 217571

जातीय समीकरण - जाट बाहुल्य क्षेत्र है लेकिन,मुस्लिम,बनिए,ओबीसी, आदि वोट भी है

विधायक - अमित चाचाण - (कांग्रेस)

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क्यों है प्रसिद्ध

एक समय था नोहर द्दषद्वती व सरस्वती नदियां मिलती थी यहाँ प्राचीन जोहड़ थे, हवेलीया थी और नाम था अवस्थित नगर लेकिन वर्तमान मे ऐसा कुछ भी नही है, नाम बदला अवस्थित नगर का नाम क्रोन्चूगर रखा गया. फिर कालान्तर बाद अपभ्रंश होकर करोतनगर प्रचलित हो गया था और अब नोहर है. जिले की नोहर तहसील के गोगामेड़ी में प्रसिद्ध लोकदेवता गोगाजी महाराज का मंदिर है. यह स्थान राजस्थान की राजधानी जयपुर से करीब 359 किलाेमीटर और देश की राजधानी दिल्ली से 245 किलाेमीटर दूर है. यह स्थान हिंदू और मुस्लिम एकता का प्रतीक है. और यहाँ हर वर्ष उत्तरी भारत का प्रसिद्ध मेला भी भरता है जिसमे देश भर लाखों श्रद्धालु यूपी, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब आदि से शीश निवाने और मन्नते मांगने आते ही है साथ ही हर राजनीतिक पार्टी के नेता भी सबसे पहले यहीं से मत्था टेक चुनाव और सभायों का आगाज करता है हाल ही में बीजेपी की परिवर्तन संकल्प यात्रा का आगाज ही गोगामेड़ी से हुआ और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व अन्य नेताओं ने गोगा जी मंदिर मे पूजा अर्चना करने बाद ही यात्रा शुरू की है. इस वक़्त ये मेला नोहर के गोगामेड़ी मे चल रहा है.

बड़ी समस्याए

अब बात करें नोहर की स्थानीय समस्याओं की तो सड़क,पानी निकासी की समस्याओं से लोगबाग जूझ ही रहे है लेकिन मुख्य समस्या की तो 500-500 वर्ष पुराने जोहड़ की जिन पर धीरे धीरे कब्जे होते जा रहे और वर्षो पुराने जोहड़ खत्म होते जा रहे है. दूसरी बड़ी समस्या नहरी सिंचाई पानी चोरी की है और हलांकि इसके लिए राजस्थान का पहला पानी चोरी रोकने के थाना भी बना लेकिन इसके बाद भी पूर्ण रूप से समस्या का हल नही हुआ है. सबसे बड़ी बात की स्वयं कांग्रेस के वर्तमान विधायक तक सिंचाई पानी को रोकने के लिए सड़क पर तम्बू लगाकर धरने पर बैठा चुके है, जिससे इस समस्या का अंदाजा लगाया जा सकता है. मुख्यमंत्री द्वारा बजट मे नोहर के 15 असिंचित गाँवो के लिए 100 करोड़ की घोषणा की थी जो पूर्ण रूप से पूरी नही हुईं है. इसी तरह क्षेत्र के लिए 2 वर्ष पूर्व 2 करोड़ की बजट मे घोषणा की थी जो आज तक पूरी नही हो पाई है.

खासियत- कृषि प्रधान क्षेत्र

यहाँ के अधिकतर लोग क़ृषि पर निर्धारित है और इस क्षेत्र में अधिकांशतः दो प्रकार की मिट्टी पाई जाती है. पहली क्लेई लोम मिट्टी जो ज्वार, सरसों ,गेंहू ,मक्का एवं नरमा आदि फसलों के लिये अच्छी मानी जाती है. दूसरी बालूई मिट्टी जिसमें बारानी फसलें होती हैं , इनमें बाजरा ,ग्वार,मूंग,चना व मोठ आदि फसलों की उपज होती है. नोहर तहसील में भाखड़ा एवं इन्दिरा गांधी नहर परियोजनाओं से पानी मिलने से अच्छी पैदावार होती है.

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