'मैं नफरत के बाज़ार में मोहब्बत की दुकान खोलने आया हूं', राहुल गांधी की पांच बड़ी बातें
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'मैं नफरत के बाज़ार में मोहब्बत की दुकान खोलने आया हूं', राहुल गांधी की पांच बड़ी बातें

bharat jodo yatra : राहुल गांधी ने राजस्थान के अलवर में सभा को संबोधित करते हुए गहलोत सरकार की योजनाओं की तारीफ की. वहीं, सरकार को कुछ सुझाव भी दिए. इसके अलावा बीजेपी पर जमकर निशाना साधा.  

'मैं नफरत के बाज़ार में मोहब्बत की दुकान खोलने आया हूं', राहुल गांधी की पांच बड़ी बातें

अलवर: भारत जोड़ो यात्रा आज दौसा से अलवर पहुंच गई है. मालाखेड़ा में राहुल गांधी ने यात्रा को संबोधित करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा. राहुल ने कहा कि मुझे बीजेपी वाले बुरे नहीं लगते. मैं रास्ते में जाता हूं तो वो पूछते हैं कि क्या कर रहे हो? मैं उन्हें कहता हूं कि नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहा हूं.

आइए आप भी बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलिए. महात्मा गांधी, बाबा साहब अंबेडकर, सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल सभी ने मोहब्बत की दुकान खोली थी. मैं भी वही कर रहा हूं. राहुल गांधी के संबोधन की पांच बड़ी बातें जो उन्होंने अलवर की सभा में कहीं.

राहुल गांधी के भाषण की पांच बड़ी बातें 

मैं बीजेपी से नफरत नहीं करता, उनकी विचारधारा के खिलाफ हूं

राहुल गांधी ने कहा कि मैं कई बार यात्रा के दौरान बीजेपी के दफ्तर के सामने से भी निकला. वे हाथ बांधकर खड़े रहते हैं. हाथ हिलाकर अभिवादन नहीं करना चाहते, क्योंकि कार्यकर्ताओं को मना है. मैं उन्हें हाथ हिलाकर अभिवादन करता हूं. मैं नफरत के बाजार में मुहब्बत की दुकान खोल रहा हूं. आप मुझसे नफरत करो, गाली दो, यह आपके दिल की बात है, लेकिन मेरी दुकान में तो मुहब्बत है. महात्मा गांधी, अंबेडकर जी सभी ने नफरत के बाजार में मुहब्बत की दुकान खोली थी. राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी के जो लोग मुझसे पूछते हैं कि मैं कर क्या रहा हूं? मैं उनको जवाब देता हूं कि हमारा देश मोहब्बत का है, मैं बीजेपी से नफरत नहीं करता. उनकी विचारधारा के खिलाफ जरूर बोलता हूं और लड़ता हूं.

गहलोत सरकार की योजनाओं को सराहा

 भारत जोड़ो यात्रा इस दौरान राहुल गांधी ने  गहलोत सरकार की योजनाओं की तारीफ भी की और कुछ चीजों को लेकर आलोचना भी. राहुल ने गहलोत सरकार की चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, सैनेट्री नेपकिन के लिए उड़ान योजना, मनरेगा की तर्ज पर शहरी रोजगार योजना ओल्ड पेंशन योजना समेत कई योजनाओं को लेकर जमकर सराहा.

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अंग्रेजी अंग्रेजी स्कूल खोलने की तारीफ 

राहुल गांधी ने अशोक गहलोत को अंग्रेजी स्कूल खोलने को लेकर प्रशंसा की. हालांकि, उन्होंने कहा कि यह संख्या अभी कम है. इसे और बढ़ाने की जरूरत है. राज्य में सिर्फ 1700 इंग्लिश मीडियम स्कूल हैं. इसकी संख्या बढ़ाने की जरूरत है. राहुल गांधी ने अंग्रेजी भाषा को लेकर बीजेपी नेताओं पर भी निशाना साधा. राहुल ने कहा कि अमित शाह के बच्चे अंग्रेजी स्कूल में पढ़ें और गरीब के बच्चे हिंदी स्कूल जाए. यह कैसा न्याय है. बीजेपी वाले नेता जहां भी जाते हैं वहां पर अंग्रेजी भाषा का विरोध करते हैं, वह कहते हैं हिंदी पढ़ो बंगाली पढ़ो कोई दूसरी भाषा पढ़ लो, लेकिन अंग्रेजी मत पढ़ों. मैं आपसे कहना चाहता हूं कि हिंदुस्तान की हर भाषा पढ़ो, क्योंकि आप जब अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस जाएंगे तो वहां अंग्रेजी भाषा में ही बात करनी होगी. इसलिए राजस्थान के सभी बच्चों को अंग्रेजी भाषा सीखने का मौका मिलना चाहिए.उन्हें यह ऐहसास हो कि वह दुनिया में कही भी जाएं तो अंग्रेजी में बात करने से घबराए नहीं.

राहुल गांधी के साथ ही सीएम अशोक गहलोत ने भी जनता को महंगाई से राहत देने की बड़ी घोषणा कर दी. अशोक गहलोत ने कहा कि उज्जवला योजना के तहत गैस उपभोक्ता और बीपीएल उपभोक्ताओंं को राजस्थान में 12 सिलेंडर अब 500 रुपये में मिलेंगे. यह 1 अप्रैल से लागू होगा. उन्होंने इसे जनता को भारत जोड़ो यात्रा का तोहफा बताते हुए कहा की यह महंगाई से मुकाबला करने में थोड़ी राहत देगी.

सरकार के मंत्री एक दिन में 15 KM पैदल चलें और जनता का दर्द समझें

राहुल गांधी ने यात्रा को संबोधित करते हुए कहा कि पहले सरकार की तारीफ की, अब कड़वी बात कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में एक रस्सी है. उसके भीतर की तरफ सभी वरिष्ठ नेता हैं, उस रस्सी के बाहर कार्यकर्ता, लोकल बॉडी के नेता और आमजन हैं. यह रस्सी तोड़नी होगी. उन्होंने कहा कि हमारे जमीनी कार्यकर्ता और आम लोगों की आवाज सरकार और हर दफ्तर में सुनाई देनी चाहिए. राहुल गांधी ने सरकार के हर मंत्री को 15 किलोमीटर पैदल चलने का भी सुझाव दिया.राहुल ने कहा कि जैसे हम कन्याकुमारी से कश्मीर तक चले, महीने में एक बार राजस्थान की पूरी कैबिनेट सड़कों पर चले. इससे सबका फायदा होगा.

आप लोग 25 किमी चले हैं, तो 15 किमी क्या है? उन्होंने कहा कि एक मंत्री को एक जिला दीजिए, जनता के बीच भेजिए. उनका दुख दर्द समझिए, यह भारत यात्रा एक सोच है.  राहुल गांधी के सुझाव पर जनता ने भी हल्ला करके समर्थन जताया. वे बोले कि अगर सरकार महीने में एक बार पैदल चल ले,तो लोगों की जो भी कठिनाई है, वो सामने आ जाएगी. राहुल बोले कि खड़गे जी और गहलोत जी को यह मेरा सुझाव है, अगर ये करना चाहें तो कर सकते हैं. इससे कांग्रेस पार्टी के साथ, सब नेताओं और सरकार का फायदा होगा।

सामाजिक सुरक्षा देना जरूरी

राहुल गांधी ने असंगठित कामगारों की सामाजिक सुरक्षा के लिए प्रावधान करने की बात की. उन्होंने आदिवासियों के लिए बने कानून को पूरी तरह लागू करने की भी पैरवी की. राहुल ने बताया कि मैंने दो चीजें इन सड़कों पर सुनी है. वो अशोक गहलोत जी से कहना चाहता हूं. आदिवासियों को जो हक दिए गए हैं, उन्हें राजस्थान सरकार सौ फीसदी लागू करके दिखा दें. इक्कीसवीं सदी में छोटे- छोटे काम करने वाले गिग वर्कर के बारे में सोचना है. सरकारी कर्मचारी के लिए पेंशन है. लेकिन गिग वर्कर की सामाजिक सुरक्षा के लिए भी सोचना चाहिए. राहुल गांधी बोले कि ओला, उबर और दूसरे छोटे-छोटे काम करने वाले असंगठित कामगारों की कोई नहीं सोचता है. ऐसे लोगों को सामाजिक सुरक्षा के लिए कुछ काम किया जाना चाहिए.

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