अलवर: केंद्रीय जेल में रातोंरात हरे भरे पेड़ों की कटाई, शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं
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अलवर: केंद्रीय जेल में रातोंरात हरे भरे पेड़ों की कटाई, शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं

एनसीआर क्षेत्र में लगातार बढ़ते पॉल्यूशन को कम करने की दिशा में पर्यावरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट से लेकर सभी सम्बंधित विभाग और सरकारें चिंतित है ,आए दिन बढ़ते एक्यूआई को लेकर एनसीआर क्षेत्र में पाबंदियां भी लगाई जा रही है.

अलवर: केंद्रीय जेल में रातोंरात हरे भरे पेड़ों की कटाई, शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं

अलवर: एनसीआर क्षेत्र में लगातार बढ़ते पॉल्यूशन को कम करने की दिशा में पर्यावरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट से लेकर सभी सम्बंधित विभाग और सरकारें चिंतित है ,आए दिन बढ़ते एक्यूआई को लेकर एनसीआर क्षेत्र में पाबंदियां भी लगाई जा रही है. वहीं, लगातार पर्यावरण को बचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने के लिए लोगों को जागरूक किया जाता है, उसी तरह अलवर में भी जिला प्रशासन द्वारा हरित अलवर अभियान चलाया ,लेकिन कही न कही इन सब बातों की अनदेखी भी हो रही है. अलवर में इन दिनों जेल परिसर में चल रहे निर्माण कार्य के दौरान दर्जनों हरे भरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलायी जा रही है, जिसके चलते आमजन में भी आक्रोश बना हुआ है.

अलवर में केंद्रीय कारागार परिसर में रातों रात दर्जनों हरे भरे पेड़ काट दिए गए , जबकि पेड़ काटने का प्रयास पहले भी किया गया था तब 12 जनवरी को समाजसेवी डॉ पंकज गुप्ता ने मौके पर पहुंच कर आक्रोश जताया था तब पेड़ काटने वाले भाग निकले थे, तब इसकी शिकायत डॉ पंकज गुप्ता द्वारा एसडीएम और पुलिस को भी की गई बावजूद इसके शनिवार रात को फिर हरियाली पर कुल्हाड़ी चली और रातों रात दर्जनों पेड़ों को जमींदोज कर दिया गया.

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पेड़ों की कटाई से नाराजगी

रविवार सुबह उन्ही सब पेड़ों के सफाई किये जाने की जानकारी मिलने पर ब्रज भूमि कल्याण परिषद के राष्ट्रीय संयोजक डॉ पंकज गुप्ता मौके पर पहुंचे और आक्रोश जताया , इस मामले में उन्होंने दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कही ,

दरअसल इस सरकारी जमीन पर पेट्रोल पंप बनाने की योजना है साथ यहां मेडिकल कॉलेज का भी निर्माण चल रहा है लेकिन इस तरह रात के अंधेरे में इन पेड़ों को क्यों काटा जा रहा है यह बड़ा सवाल है , जबकि अलवर क्षेत्र एनसीआर में बढ़ते पॉल्यूशन की पाबंदियों की मार झेल रहा है ऐसे में इस तरह हरे पेड़ो की कटाई न्याय संगत नही कही जा सकती

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