राजस्थान पटवार संघ के बैनर तले प्रदेश भर की पटवारी 7 सूत्रीय मांगों के साथ ही 3 जुलाई और 4 अक्टूबर 2022 को हुए समझौते को लागू करने की मांग को लेकर लामबंद है और सरकार के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन करते हुए आंदोलन को उग्र किया जा रहा है.
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Ajmer: राजस्थान पटवार संघ के बैनर तले आमरण अनशन पर बैठे पटवारियों की अब तबीयत बिगड़ने लगी है. आमरण अनशन पर बैठे एक पटवारी की तबीयत बिगड़ने पर उसे इस स्थल पर ही इलाज मुहैया कराया गया. इस मौके पर सभी पटवारियों ने अपना विरोध प्रकट करते हुए जल्द से जल्द उनकी मांगे पूरी हो इसे लेकर विरोध जाहिर किया. राजस्थान पटवार संघ के बैनर तले प्रदेश भर की पटवारी 7 सूत्रीय मांगों के साथ ही 3 जुलाई और 4 अक्टूबर 2022 को हुए समझौते को लागू करने की मांग को लेकर लामबंद है और सरकार के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन करते हुए आंदोलन को उग्र किया जा रहा है.
विगत 14 नवंबर से प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र कुमार के नेतृत्व में राजस्व मंडल के बाहर आमरण अनशन की शुरुआत की गई और 14 दिनों से यह आमरण अनशन लगातार जारी है. इस दौरान अलग-अलग पटवारियों की ओर से भी सहयोग किया है जिनमें से एक की तबीयत आज अचानक बिगड़ गई जिसे लेकर अस्पताल की टीम मौके पर पहुंची और उसे इलाज मुहैया कराया गया.
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हालांकि पटवारियों के निवेदन पर उसे अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया वहीं अन्य पटवारियों का भी चेकअप कराते हुए उचित इलाज मुहैया हो इसे लेकर भी कार्रवाई की जा रही है. वहीं स्थानीय प्रशासन की ओर से पटवारियों से समझाइश करते हुए आमरण अनशन समाप्त करने की मांग भी की जा रही है लेकिन प्रदेश भर के पटवारी मांग पूरी नहीं होने तक अपने आंदोलन को जारी रखने की बात पर अड़े हुए हैं.
पटवारियों का कहना है कि 30 नवंबर को प्रदेशभर के पटवारी न्याय यात्रा रैली निकालकर अपनी नाराजगी राजस्व मंडल के बाहर व्यक्त करेंगे जहां महापड़ाव डालने के साथ अनिश्चितकालीन हड़ताल की भी घोषणा की जा सकती है इससे पहले गांधीवादी तरीके से राजस्थान सरकार से अपनी मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की जा रही है.
Reporter- Ashok Bhati