Beawar News: कनोजिया को 17 जून 2022 को पट्टे जारी करने के प्रकरण में निलंबित करने के बाद उठापटक चलती रही, इसके बाद कनोजिया को न्यायालय से राहत मिली...
Trending Photos
Beawar News: राजस्थान उच्च न्यायालय ने स्वायत शासन विभाग की ओर से 16 दिसबंर को जारी किए नगर परिषद सभापति नरेश कनोजिया के निलंबित आदेशों पर स्टे देते हुए कनोजिया को राहत दी है. न्यायालय के आदेशों की अनुपालना में नरेश कनोजिया ने ब्यावर नगर परिषद सभापति का पदभार ग्रहण किया.
साथ ही इस दौरान परिषद आयुक्त गुरुदीप सिंह ने न्यायालय के आदेशों की अनुपालना में कनोजिया को पदभार ग्रहण करवाया. कनोजियों के तीसरी बार सभापति पद का पदभार ग्रहण करने के दौरान भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों ने उन्हें फूल मालाओं से लादते हुए उनका स्वागत करते हुए शुभकामनाएं दी.
इस दौरान उपस्थित पार्षदों ने भारतीय जनता पार्टी और नरेश कनोजिया जिंदाबाद के नारे भी लगाए. नरेश कनोजिया के कार्यभार ग्रहण करने के दौरान उपसभापति रिखबचंद खटोड, पार्षद श्रीराज सिंह, माया शंकर यादव, मनोजराज तंवर, सुनीता भाटी, गोपाल सिंह रावत, विनोद खाटवा, अनिल भोजक, विरेन्द्र सिंह रावत, विष्णुप्रकाश हेडा, पिंकी कुमावत, मुन्नीदेवी और बार एसोसिएशन अध्यक्ष टीकम सिंह चौहान आदि उपस्थित थे. मालूम हो कि स्वायत्त शासन विभाग की ओर से निलंबित चल रहे सभापति नरेश कनोजिया को न्यायालय ने 17 जनवरी को राहत देते हुए डीएलबी की और से 16 दिसबंर को जारी निलंबन आदेश पर स्टे दिया था, इससे पहले भी डीएलबी ने सभापति को 17 जून को निलंबित कर दिया था. उक्त आदेश को भी न्यायालय ने नवबंर माह में अपास्त कर दिया था, जिसके बाद कनोजिया ने 24 नवंबर को को वापस सभापति पद का कार्यभार संभाला था, जिसके बाद डीएलबी ने एक बार फिर से 16 दिसबंर को कनोजिया को पुन: निलंबित कर दिया था.
साथ ही मालूम हो कि सभापति कनोजिया को 17 जून 2022 को पट्टे जारी करने के प्रकरण में निलंबित करने के बाद उठापटक चलती रही. इसके बाद कनोजिया को न्यायालय से राहत मिली. 24 नवंबर को वापस सभापति पद का कार्यभार संभाला. इसके बाद 16 दिसंबर को कनोजिया को वापस निलंबित कर दिया गया. इसके बाद 19 दिसंबर को गोविंद वापस सभापति पद पर मनोनीत किए गए, इससे पहले आठ जुलाई, 9 सितंबर और 10 नवंबर को सभापति पर गोविंद पंडित का मनोनयन किया गया था.
आपको बता दें कि सभापति पद का कार्यभार ग्रहण करने के दौरान नरेश कनोजिया ने कहा कि राज्य सरकार के पट्टा वितरण अभियान के तहत उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के सुपरविजन में तैयार पत्रावली और अनुशंषा के बाद ही पट्टें जारी किए गए थे, उसमें उनका कोई दोष नहीं था. पूर्व के कार्यकाल में उन्होंने शहर के विकास में किसी तरह की कोई कसर नहीं छोड़ी और अब आगे में भी शहर के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.
Reporter: Dilip Chouhan
यह भी पढ़ेंः
Lopamudra Raut की बोल्डनेस के आगे फीका पड़ा Urfi Javed का जलवा, फोटोज देख फैंस ने की तुलना
फाइनल हुआ Sidharth Malhotra और Kiara Advani का वेडिंग वेन्यू, चंडीगढ़ में लेंगे सात फेरे!