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चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने बुधवार (16 मार्च) पंजाब के 17वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां में आयोजित कार्यक्रम में पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने भगवंत मान को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण समारोह में आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पंजाब सह प्रभारी राघव चड्ढा भी मौजूद रहे.
खटकड़ कलां में शपथ लेने को लेकर भगवंत मान ने कहा, 'यहां आने की एक खास वजह है. पहले शपथ ग्रहण राजमहलों में होते थे. अब शपथ ग्रहण समारोह शहीदों के गांव आया है, जिन्होंने हमें ये देश दिया उन्हें याद तो करें, केवल 23 मार्च और 28 सितंबर को ही थोड़ी याद करना है. वे हमारे दिल में बसे हैं.' शपथ लेने के बाद भगवंत मान ने कहा, 'हमें यहां रहकर अपना देश ठीक करना है. दूसरे देशों में हमें धक्के नहीं खाने. यहीं रहकर काम करेंगे. खेती, रोजगार, व्यापार, स्कूल, अस्पताल कहानी बहुत उलझी पड़ी है. आप लोगों के साथ मिलकर इसे सुलझाना है. जैसे दिल्ली में लोग विदेशों से स्कूल देखने आते हैं, मोहल्ला क्लीनिक देखने आते हैं वैसे ही हम पंजाब में स्कूल और अस्पताल ऐसे बनाएंगे कि विदेशों से लोग यहां स्कूल और अस्पताल देखने आएंगे.'
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पंजाब विधान सभा चुनाव 2022 (Punjab Assembly Election) में आम आदमी पार्टी ने बड़ी जीत हासिल की और दो-तिहाई बहुमत हासिल किया. चुनाव आयोग द्वारा जारी नतीजों के मुताबिक, आम आदमी पार्टी (AAP) ने पंजाब की 117 सीटों में से 92 पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस 18 सीट ही जीत पाई. शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने तीन और भाजपा ने दो सीट पर जीत हासिल की, वहीं एक सीट बसपा और एक सीट निर्दलीय ने भी जीती.
भगवंत मान (Bhagwant Mann) के करियर की शुरुआत एक कॉमेडियन के रूप में हुई थी और उन्होंने साल 2008 में कपिल शर्मा के साथ टीवी शो 'द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज' में हिस्सा लिया था. इस शो से भगवंत मान को काफी लोकप्रियता मिली. कॉमेडी के साथ-साथ भगवंत को एक्टिंग में काफी दिलचस्पी थी और वो फिल्मों में आ गए. उन्होंने फिल्म 'कचहरी' से अपने करियर की शुरुआत की और 12 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया.
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प्रकाश सिंह बादल के भतीजे और तत्कालीन वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने जब मार्च 2011 में पंजाब में पीपुल्स पार्टी (People's Party) का गठन किया, तो भगवंत मान (Bhagwant Mann) भी राजनीति में कूद पड़े और पीपीपी के संस्थापक नेताओं में से एक बन गए. फरवरी 2012 में पंजाब विधान सभा चुनाव में भगवंत मान ने लहरागागा निर्वाचन क्षेत्र से पीपीपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए.
पीपुल्स पार्टी को विधान सभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली, जिसके बाद मनप्रीत सिंह बादल ने कांग्रेस में शामिल होने की तैयारी शुरू कर दी. वहीं भगवंत मान ने कांग्रेस में शामिल होने के बजाय एक अलग रास्ता चुना और साल 2014 में आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हो गए.
2014 के लोक सभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को पंजाब में भारी समर्थन मिला और पार्टी ने चार सीट जीतीं, जिसमें भगवंत मान की सीट भी शामिल थी. इस चुनाव में भगवंत मान आम आदमी पार्टी के प्रचार का चेहरा थे और उन्होंने संगरूर लोक सभा सीट से जीत दर्ज की. इसके बाद 2019 के लोक सभा चुनाव में भगवंत मान ने जीत दर्ज की.
आम आदमी पार्टी ने इस बार का विधान सभा चुनाव भगवंत मान (Bhagwant Mann) को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाकर लड़ा और ऐतिहासिक जीत दर्ज की. आम आदमी पार्टी (AAP) ने पंजाब की 117 सीटों में से 92 पर जीत हासिल की और दो-तिहाई बहुमत हासिल किया.
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