PM Ayodhya Visit: प्रधानमंत्री मोदी का अयोध्या में करीब 4 घंटे रुकने का पूरा प्लान है. इसी दौरान पीएम अयोध्या Railway Station से नई अमृत भारत ट्रेनों और वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे.
Trending Photos
Minute To Minute Programme: अयोध्या में 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी दौरा करेंगे. इस दौरे पर प्रधानमंत्री कई परियोजनाओं का उद्धघाटन भी करेंगे. साथ ही प्रधानमंत्री मोदी का 15 किलोमीटर लंबा रोड शो होगा. जिसकी भव्य तैयारियां चल रही हैं. कल सुबह से लेकर शाम तक क्या कार्यक्रम रहेगा उसकी जानकारी हम आज ही आपको दे रहे हैं. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 23 जनवरी से श्रद्धालु राम मंदिर में रामलाल के दर्शन करने आएंगे. जिसके लिए पूरी अयोध्या नगरी को संवारा जा रहा है. नया Airport बनाया गया, Railway Station को नया रूप दिया गया है. आधुनिक Hospital भी बनकर तैयार है. 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री इन सबका उद्धघाटन भी करेंगे.
Minute to Minute कार्यक्रम पहले से तय
असल में अयोध्या दौरे के लिए पीएम मोदी का Minute to Minute कार्यक्रम पहले से तय है. PMO यानी प्रधानमंत्री कार्यालय ने जो जानकारी साझा की है, उसके मुताबिक
- प्रधानमंत्री मोदी 30 दिसंबर की सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर अयोध्या Airport पहुंचेंगे.
- इसके 15 मिनट बाद यानी 11 बजे पीएम मोदी का Road Show शुरू होगा, जो धर्मपथ से अयोध्या Railway Station तक प्रस्तावित है.
- दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या Railway Station का उद्घघाटन करेंगे.
- इसके बाद दोपहर 1 बजे अयोध्या में बनकर तैयार हुए Airport का पीएम मोदी उद्धघाटन करेंगे.
- दोपहर एक बजकर 30 मिनट पर Airport के पास ही पीएम मोदी विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे.
- इसके बाद दोपहर 3 बजे प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या से दिल्ली के लिए वापसी करेंगे.
करीब 4 घंटे रुकने का पूरा प्लान
इस तरह प्रधानमंत्री मोदी का अयोध्या में करीब 4 घंटे रुकने का पूरा प्लान है. इसी दौरान पीएम अयोध्या Railway Station से नई अमृत भारत ट्रेनों और वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे. राम मंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या के विकास पर भी काम किया गया है. Airport, Railway Station के अलावा 200 Bed का आधुनिक अस्पताल बनकर तैयार है. जिसमें Operation Theatre समेत सभी आधुनिक सुविधाएं हैं.
15,700 करोड़ रुपये की लागत की परियोजना
इसके अलावा पीएम मोदी 15,700 करोड़ रुपये की लागत की परियोजनाओं का उद्धघाटन और शिलान्यास करेंगे. इनमें 11,000 करोड़ की परियोजनाएं अयोध्या और आसपास के क्षेत्र के लिए हैं, जबकि 4600 करोड़ की परियोजनाएं उत्तर-प्रदेश के बाकी क्षेत्रों के लिए हैं. प्रधानमंत्री के पहले से तय अयोध्या दौरे और Road Show के लिए अयोध्या को फूलों से सजाया जा रहा है. जिस Route पर प्रधानमंत्री का Road Show प्रस्तावित है. वहां चाक चौराहों और आसपास के क्षेत्र को सजाया संवारा जा रहा है.
राम नगरी को अभेद्द किले में बदल दिया गया
प्रधानमंत्री के अयोध्या दौरे को लेकर पूरी राम नगरी को अभेद्द किले में बदल दिया गया है. सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम स्थलों और Road Show के पूरे Route पर 6 ड्रोन कैमरों से नज़र रखी जाएगी, जिसका Trial भी सुरक्षाबलों ने किया है.
अयोध्या के चप्पे चप्पे पर सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है. पीएम की सुरक्षा में 3000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं. इनमें
- 3 DIG और 17 SP की देखरेख में पीएम की सुरक्षा होगी. इनके अलावा
- 40 एडिशनल एसपी, 82 डिप्टी एसपी, 90 इंस्पेक्टर और 325 सब-इंस्पेक्टर तैनात होंगे
- 2000 सिपाही, 450 ट्रैफिक पुलिसकर्मी, 14 कंपनी PAC और 6 कंपनी अर्धसैनिक बल अयोध्या में तैनात हैं.
अयोध्या में अलग अलग रंग दिखने लगे
इतने सुरक्षा इंतजामों से अलग प्रधानमंत्री की सुरक्षा में SPG कमांडो भी तैनात रहते हैं. जिन्होंने पीएम के दौरे से पहले ही सभी कार्यक्रम स्थल को अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया है. पीएम मोदी का ये अयोध्या दौरा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से ठीक पहले है. ऐसे में अयोध्या में अलग अलग रंग दिखने लगे हैं. इसपर हमने एक Special Report तैयार की है. जिसे आपको देखना चाहिए.
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या राममयी हो गई है, जहा प्रभु राम के अलग-अलग रंग दिखने लगे हैं. 22 जनवरी को लेकर अयोध्या में अभी से गजब का उत्साह दिख रहा है. फूल की पंखुडियों पर भगवान राम, पीएम मोदी, सीएम योगी और भारत के झंडे की तस्वीरें आपका मन मोह लेंगी. अपनी कला से फूलों पर इन तस्वीरों को गुजरात के अशोक भानुशाली ने उकेरा है. जिसके लिए उन्होंने खास तकनीक का इस्तेमाल किया.
हज़ारों फूलों से गर्भगृह को सजाया जाएगा
22 जनवरी को जब रामलला विराजमान होंगे तब ऐसे हज़ारों फूलों से गर्भगृह को सजाया जायेगा. ऐसे 10,000 फूलों को तैयार करने का ऑर्डर इन्हें मिला है. हालांकि, हर फूल पर मैनुअली काम करना पड़ता है. इसलिए अशोक कहते हैं कि उनकी कोशिश होगी कि कम से कम 3500 फूल तो तैयार कर ही दिये जायें. इन फूलों की लाइफ भी बहुत लंबी है, इसलिए बहुत जल्दी ये मुरझाएंगे भी नहीं. इसके अलावा राम मंदिर को भी फूलों से सजाया जा रहा है. इसके लिए देश के अलग अलग हिस्सों से कई तरह के फूल मंगाए गए हैं.
रामभक्तों ने सबका दिल जीत लिया
फूलों से अलग अलग कलाकृति बनाकर इन रामभक्तों ने सबका दिल जीत लिया है, लेकिन इनका काम अभी खत्म नहीं हुआ है. करीब 300 कारीगर फूलों से रामनगरी को सजाने में जुटे हैं. शायद यही वजह है, कि अयोध्या में फूलों की मांग में तेजी से इजाफा हुआ है. प्राण प्रतिष्ठा के उत्सव को फूलों की सजावट भव्य बनायेगी. इसके लिए मंदिर ट्रस्ट ने फूलों का ऑर्डर दिया है. इनमें
- गेंदे के फूल
- ऑर्किड के फूल
- गुलाब के फूल
- जलबेहरा की पत्ती
- अशोक की पत्ती के ऑर्डर दिये गये हैं.
रामेश्वरम से लाया गया घंटा
इस विशाल घंटी को लेकर कहा जा रहा है, कि इसे राम मंदिर में लगाया जायेगा. इस घंटी को तमिलनाडु के रामेश्वरम से लाया गया है. और फिलहाल इसे राम मंदिर की कार्यशाला में रखा गया है. इसे देखने के लिए रामभक्तों में गजब का उत्साह है. सैंकड़ों की संख्या में रामभक्त घंटी देखने के लिए पहुंच रहे हैं. घंटी का वजन 600 किलोग्राम से ज्यादा है, इसपर श्रीराम लिखा हुआ है. ऐसा दावा है कि जब रामभक्त इस घंटी को बजायेंगे तब इससे ओम की ध्वनि निकलेगी. हालांकि, इस विशाल घंटी को राम मंदिर में लगाया जायेगा या नहीं इसे लेकर तस्वीर साफ नहीं है. लेकिन भक्तों को ये विशाल घंटी अपनी तरफ आकर्षित जरूर कर रही है.
22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 3 मूर्तियां तैयार की गई हैं. इनमें से किसी एक मूर्ति का चयन कर उसकी प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. मूर्ति के चयन को लेकर आज मंदिर Trust के सदस्यों की बैठक हुई. इस बैठक में Trust के सभी सदस्य मौजूद थे और सबने अपने मत पर्ची पर लिखकर राम मंदिर Trust के महासचिव चंपत राय को सौंप दिये. लेकिन किस मूर्ति का चयन किया गया है, इसे लेकर कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है. अब आखिरी फैसला राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र के महासचिव और अध्यक्ष को लेना है.
रामलला की तीनों मूर्तियों को बालरूप में तैयार किया गया है, इन मूर्तियों को कर्नाटक के दो और राजस्थान के एक पत्थर से तराशा गया है. कर्नाटक के पत्थर की मूर्तियां श्याम रंग की हैं जबकि राजस्थान की मूर्ति सफेद संगमरमर की हैं. जिन तीन मूर्तिकारों ने इन मूर्तियों को तराशा है, उनमें
- पहले मूर्तिकार कर्नाटक के गणेश भट्ट हैं. इनकी बनाई मूर्तियां Britain, Germeny, France और Italy में लग चुकी हैं.
- मूर्तिकार गणेश भट्ट को कर्नाटक राज्य में कई Award से सम्मानित किया जा चुका है. गणेश भट्ट उन मूर्तिकारों में शामिल हैं, जिन्होंने अब तक 1000 से ज्यादा मूर्तियां बनाई हैं.
- दूसरे मूर्तिकार जयपुर के सत्यनारायण पांडे हैं. पिछले 7 दशकों से इनका परिवार संगमरमर की मूर्तियां बनाने का काम कर रहा है. सत्यनारायण पांडे ने सफेद संगमरमर से रामलला की मूर्ति तैयार की है.
- तीसरे मूर्तिकार मैसूर के अरूण योगीराज हैं. योगीराज ने ही जगद्गुरु शंकराचार्य की भव्य प्रतिमा का निर्माण किया था.
- जगद्गुरु शंकराचार्य की इस प्रतिमा को केदारनाथ में स्थापित किया गया है. योगीराज के काम की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी तारीफ कर चुके हैं.
आदित्यनाथ ने अयोध्या का दौरा किया
इन तीनों मूर्तिकारों में से किसकी मूर्ति का चयन होगा, अभी नहीं कहा जा सकता है. लेकिन इतना तो तय है कि प्रभु राम के बालरूप की मूर्ति भव्य-दिव्य और अद्भुत होगी.
अयोध्या में प्रधानमंत्री मोदी के भव्य स्वागत की तैयारी है. जिसके लिए पूरे अयोध्या को सजाया गया है. तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अयोध्या का दौरा किया.
दोपहर करीब तीन बजे सीएम योगी अयोध्या पहुंचे, पहले उन्होंने हनुमानगढ़ी और श्रीराम जन्मभूमि के दर्शन किये. इसके बाद पीएम मोदी के दौरे से जुड़ी तैयारियों का जायजा लिया. साथ ही Road Show के Route पर तैयारियों की जानकारी ली. कल प्रधानमंत्री अयोध्या का दौरा करेंगे इसके बाद 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में यजमान बनकर शामिल होंगे. रामभक्तों के लिए 22 जनवरी 2024 का दिन ऐतिहासिक रहने वाला है, जिसका हर रामभक्त को बेसब्री से इंतजार है. DNA Input