Supermoon 2022: पूरी दुनिया ने बुधवार रात को प्रकृति का खूबसूरत नजारा देखा. जब लोगों को आसमान में विशालकाय चंद्रमा दिखाई दिखाई दिया. वैज्ञानिक भाषा में इसे पूर्णिमा या Supermoon कहते हैं. यह स्थिति तब बनती है, जब पृथ्वी और चंद्रमा एक-दूसरे के काफी नजदीक आ जाते है. इस तरह की स्थिति साल में 3-4 बार बनती है. इस साल का यह दूसरा सुपरमून था. इसके बाद अगला सुपरमून 12 अगस्त को दिखाई देगा.
सामान्य दिनों की बात करें तो उसमें पृथ्वी और चंद्रमा की दूरी 384,400 किलोमीटर होती है. हालांकि बुधवार को सुपरमून के वक्त वो दूरी घटकर 3 लाख 57 हजार 264 किलोमीटर रह गई. जिसके चलते चंद्रमा ज्यादा खूबसूरत और बड़ा दिखाई दिखाई.
इस बार के सूपरमून की खास बात ये रही कि सूरज पृथ्वी की कक्षा से सबसे दूर बिंदु पर रहा. Supermoon का यह अदभुत नजारा लोग 3 दिन तक यानी 15 जुलाई तक देख सकेंगे. इसके बाद अगला सुपरमून 12 अगस्त को नजर आएगा.
सुपरमून (Supermoon) दिखना कोई अलौकिक नहीं बल्कि एक दुर्लभ खगोलीय घटना है. यह सब जानते हैं कि चंद्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता है. जब वह पृथ्वी के ज्यादा नजदीक आ जाता है तो पूर्णमासी वाले दिन उसका आकार ज्यादा बड़ा और चमकीला दिखाई देता है. इसी घटना को सुपरमून कहा जाता है.
हालांकि इसके पीछे कई विचित्र मान्यताएं भी हैं. माना जाता है कि सुपरमून (Supermoon) वाले दिन ही हिरण के नए सींग उगते हैं. इसलिए काफी लोग इसे बक मून भी कहते हैं. सुपरमून को कई लोग थंडर मून भी कहते हैं. उनका मानना है कि इसकी शुरुआत गर्मियों में बारिश और गरज के साथ होती है. इसलिए यह थंडरमून होता है.
बुधवार देर रात लोगों ने अपने-अपने घर की छतों से प्रकृति के इस दुर्लभ नजारे को देखा. चंद्रमा की मनोहारी तस्वीर देखकर कई लोग हैरान रह गए. वहीं कई लोगों ने इसे अपने मोबाइल कैमरों में कैद किया. लोगों के मुताबिक पूरे आकार वाले चंद्रमा (Supermoon) का मोहक रूप देखने लायक था.
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