Omar Abdullah का केंद्र पर निशाना, बोले- लद्दाख में चीन को रोक नहीं पाए, लेकिन मुझे कारगिल नहीं जाने दे रहे
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Omar Abdullah का केंद्र पर निशाना, बोले- लद्दाख में चीन को रोक नहीं पाए, लेकिन मुझे कारगिल नहीं जाने दे रहे

Omar Abdullah Kargil Visit: नेशनल कांफ्रेंस (NC) के नेता उमर अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है और दावा किया है कि उन्हें करगिल जाने से रोकने की कोशिश की गई.

Omar Abdullah का केंद्र पर निशाना, बोले- लद्दाख में चीन को रोक नहीं पाए, लेकिन मुझे कारगिल नहीं जाने दे रहे

Omar Abdullah takes jibe at Centre: नेशनल कांफ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है और तंज कसते हुए कहा है कि सरकार चीन को लद्दाख में घुसने से रोक नहीं सकती, लेकिन उन्हें कारगिल जाने से रोक रही है. उमर अब्दुल्ला ने दावा किया है कि केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख में प्राधिकारियों ने उन्हें करगिल जाने से रोकने की कोशिश की.

शहर पर कब्जा जमाने नहीं आए: उमर अब्दुल्ला

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने द्रास में अपने समर्थकों की सभा में कहा, 'उन्होंने मुझे यहां नहीं आने को कहा. पूर्वी लद्दाख (East Ladakh) में चीन आ गया है, आप उन्हें रोक नहीं सके, आप उन्हें वापस नहीं भेज सके. हम केवल श्रीनगर (Sri Nagar) से द्रास के जरिए करगिल (Kargil) जा रहे हैं। हम यहां शहर पर कब्जा जमाने नहीं आए हैं.'

कुछ फैसले समझ में नहीं आते: उमर अब्दुल्ला

उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने आरोप लगाया कि उन्हें द्रास में सार्वजनिक संबोधन प्रणाली का इस्तेमाल करने और ‘डाक बंगला’ सुविधा का लाभ उठाने की अनुमति नहीं दी गई. उन्होंने कहा, 'मैं छह साल जम्मू-कश्मीर का मुख्यमंत्री रहा हूं, लेकिन उनके कुछ फैसले मेरी समझ में नहीं आते.

काल्पनिक रेखा से खत्म नहीं होगा संबंध: उमर अब्दुल्ला

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने कहा कि सरकार को अपने फैसले पर ही भरोसा नहीं है. उन्होंने कहा, 'उन्होंने अगस्त 2019 में आपको (लद्दाख को) जम्मू-कश्मीर से अलग कर दिया. यदि यह आपकी दिली मांग थी, तो वे हमें प्रवेश करने की अनुमति देने से क्यों डरते हैं?'

उन्होंने केंद्र में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वे काल्पनिक रेखाएं बनाकर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों के बीच सदियों पुराने संबंध समाप्त नहीं कर सकते. उन्होंने कहा, 'हमारे संबंध बहुत मजबूत हैं और ये फर्जी रेखाएं इन्हें कमजोर नहीं कर सकतीं. हम आपका दर्द समझ सकते हैं, हम जानते हैं कि आपको नजरअंदाज किया जा रहा है.'
(इनपुट- न्यूज एजेंसी भाषा)

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