Modi Cabinet: राज्य या जाति..किस 'आधार' पर मंत्री, मोदी सरकार 3.0 में BJP पर भारी पड़ेगा NDA?
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Modi Cabinet: राज्य या जाति..किस 'आधार' पर मंत्री, मोदी सरकार 3.0 में BJP पर भारी पड़ेगा NDA?

Modi Government 3.0: मोदी सरकार 3.0 का शपथ ग्रहण समारोह रविवार 9 जून को है. बीजेपी को अपने दम पर पूरा बहुमत नहीं मिला है. सरकार चलाने के लिए उसे अपने NDA सहयोगियों पर निर्भर रहना पड़ रहा है.

Modi Cabinet: राज्य या जाति..किस 'आधार' पर मंत्री, मोदी सरकार 3.0 में BJP पर भारी पड़ेगा NDA?

Modi Government 3.0: मोदी सरकार 3.0 का शपथ ग्रहण समारोह रविवार 9 जून को है. बीजेपी को अपने दम पर पूरा बहुमत नहीं मिला है. सरकार चलाने के लिए उसे अपने NDA सहयोगियों पर निर्भर रहना पड़ रहा है. ऐसे में यह सबसे बड़ा सवाल है कि मोदी मंत्रिमंडल में बंटवारे का आधार क्या होगा. भाजपा और एनडीए में शामिल दलों में किस हिसाब से मंत्रालय बांटे जाएंगे. आइये जानने की कोशिश करते हैं मोदी मंत्रिमंडल की रूप-रेखा कैसी हो सकती है.

मोदी मंत्रिमंडल- बंटवारे का आधार क्या ?

1.जाति- जातीय समीकरण साधने के लिए

2.हारे हुए राज्य- नेताओं को खुश करने के लिए

3.जिन राज्यों में नाराजगी- करीबियों को पद मिलेगा ?

वसुंधरा राजे से गर्मजोशी से मिले पीएम मोदी

पीएम मोदी राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से गर्मजोशी से मिले थे. तो क्या मोदी मंत्रिमंडल में वसुंधरा राजे के बेटे को जगह मिल सकती है? जबकि बिहार और यूपी को साधने के लिए जातीय आधार पर पद का बंटवारा साफ दिख रहा है.

बीजेपी कोटे से मंत्रियों की संख्या कम हो सकती है!

मोदी की 3.0 सरकार का शपथ ग्रहण रविवार शाम को होने वाला है. इस बार बीजेपी को अपने दम पर पूरा बहुमत नहीं मिला है. सरकार चलाने के लिए उसे अब NDA के अपने सहयोगियों पर निर्भर रहना होगा. शपथ ग्रहण समारोह में शपथ लेने वाले मंत्रियों की लिस्ट पर भी इसका असर देखा जा सकता है. इस बार हो सकता है कि बीजेपी कोटे से मंत्रियों की संख्या कम हो और एनडीए के सहयोगी दलों के मंत्रियों की संख्या बढ़ जाए. इसकी वजह है... बीजेपी के कई मंत्रियों को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा.

जातीय आधार पर होगा मोदी मंत्रिमंडल?

जिस तरह से 24 के चुनाव में सोशल इंजीनियरिंग ने बीजेपी की सारी मेहनत को धराशाई कर दिया. बीजेपी पूरी तरह से सजग है और सोच समझकर मोदी मंत्रिमंडल की टीम को तैयार कर रही है. सबसे पहले जानिए की बिहार में किन-किन जातियों को साधने के लिए NDA की तैयारी है.

एक जाति एक मंत्री पद..

भूमिहार
राजपूत
ब्राह्मण
अतिपिछड़ा
कुशवाहा
यादव
दलित

सूत्रों से जो खबरें मिल रही हैं, वो इन जातियों को साधने के आधार पर ही बनाई गई हैं. और इसका फॉर्मूला है... एक जाति एक मंत्री पद. बिहार में जातियों को साधने के लिए किसे मंत्री बनाया जा सकता है वो समझिए. जेडीयू से लल्लन सिंह के अलावा बाल्मीकिनगर से सुनील कुमार.. अतिपिछड़ा कोटे में राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर या सुपौल से सांसद दिलेश्वर कामत मंत्री बनाये जा सकते हैं. बीजेपी से महराजगंज से सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल या राजीव प्रताप रूडी मंत्री बनाए जा सकते हैं. दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर और उजियारपुर से सांसद नित्यानंद राय को मंत्री बनाया जा सकता है. हालांकि बिहार से मंत्री बनने की रेस में कुछ और नाम भी है. बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह , विवेक ठाकुर और बेतिया से संजय जायसवाल.

NDA के दलों को 18 मंत्री पद?

उधर, चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी से एक मंत्री बनाया जा सकता है. जबकि हम पार्टी से मांझी को मंत्री बनाया जा सकता है. क्योंकि दोनों दलित समाज से आते हैं और दलितों को साधने का ये फॉर्मूला तय किया गया है. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी की तरफ से 18 सांसद मंत्री बनाए जा सकते हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी से अलग NDA के बाकी दलों को कुल 18 मंत्री पद मिल सकते हैं. जिसमें 7 को कैबिनेट और 11 को राज्य मंत्री पद मिल सकता है. टीडीपी और जेडीयू से 2-2 मंत्री हो सकते हैं. शिवसेना, NCP, LJP, JDS और HAM से एक-एक मंत्री पद मिलने की संभावना जताई जा रही है. सूत्रों के मुताबिक इसी पैटर्न पर बात पक्की भी हो चुकी है.

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