Milind Deora Shivsena: देवड़ा ने कहा, 'वही पार्टी जो इस देश को रचनात्मक सुझाव देती थी कि देश को आगे कैसे ले जाया जाए, आज उस पार्टी का एक ही उद्देश्य है कि प्रधानमंत्री मोदी जो कहते हैं, जो करते हैं, उसके खिलाफ बोलना.
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Milind Deora Narendra Modi: शिवसेना का दामन थामने वाले मिलिंद देवड़ा ने रविवार को कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. मिलिंद देवड़ा ने कहा कि आज की कांग्रेस सुझाव नहीं मानती है. मैंने इस पार्टी के अपना 55 साल पुराना रिश्ता तोड़ लिया है. देवड़ा ने कहा कि आज की कांग्रेस और पुरानी कांग्रेस में अंतर है.
कांग्रेस पर साधा निशाना
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की मौजूदगी में शिवसेना में शामिल होने वाले देवड़ा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. देवड़ा ने कहा, 'वही पार्टी जो इस देश को रचनात्मक सुझाव देती थी कि देश को आगे कैसे ले जाया जाए, आज उस पार्टी का एक ही उद्देश्य है कि प्रधानमंत्री मोदी जो कहते हैं, जो करते हैं, उसके खिलाफ बोलना. कल को अगर प्रधानमंत्री मोदी कहेंगे कि कांग्रेस बहुत अच्छी पार्टी है तो वे इसका भी विरोध करेंगे. मैं पॉलिटिक्स ऑफ गेन (GAIN- ग्रोथ,एस्पीरेशन, इंक्लूजिविटी, नेशनलिज्म) में विश्वास करता हूं. मैं PAIN- (पर्सनल अटैक, इनजस्टिस,नेगेटिविटी ) की राजनीति में विश्वास नहीं करता.'
मिलिंद देवड़ा ने कहा, 'मैं नकारात्मक राजनीति में विश्वास नहीं करता. मैं लोगों के लिए काम करने में विश्वास रखता हूं, लोगों को गाली देने, नकारात्मक राजनीति करने में मैं विश्वास नहीं करता. जिनके पास कोई एजेंडा, कोई कार्यक्रम नहीं है देश को आगे बढ़ाने के लिए वे नकारात्मक बातें करते रहें.'
बताया क्यों तोड़ा 55 साल पुराना रिश्ता
देवड़ा ने कहा, 'मुझे सुबह से बहुत सारे फोन आ रहे हैं कि मैंने कांग्रेस पार्टी से अपने परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता क्यों तोड़ा. मैं सबसे चुनौतीपूर्ण दशक के दौरान पार्टी के प्रति वफादार रहा. अगर कांग्रेस और यूबीटी ने रचनात्मक, सकारात्मक सुझावों और योग्यता, क्षमता को अहमियत दी होती तो आज एकनाथ शिंदे और मैं यहां नहीं होते. एकनाथ शिंदे को एक बड़ा फैसला लेना पड़ा, मुझे एक बड़ा निर्णय लेना पड़ा.'
देवड़ा ने इस दौरान पीएम मोदी की तारीफ भी की. उन्होंने कहा, भारत में केंद्र और राज्य में एक मजबूत सरकार की जरूरत है. यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत आज मजबूत है...मैं यह जोड़ना चाहूंगा कि पिछले 10 वर्षों में मुंबई में एक भी आतंकवादी हमला नहीं हुआ है. यह मुंबईकरों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है.