Maharashtra Politics: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पार्टी नेतृत्व से मुलाकात करने दिल्ली पहुंच रहे हैं. उधर, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा पार्टी के सीनियर नेता अमित शाह से मुलाकात करने पहुंचे.
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Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की उद्धव सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे के नाराज होने से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे टेंशन में हैं. शिंदे सोमवार को हुए विधान परिषद चुनाव के बाद से पार्टी के संपर्क में नहीं हैं. वह गुजरात के सूरत के एक होटल में हैं. जानकारी के मुताबिक, शिंदे के संपर्क में 34 विधायक हैं. शिंदे के इस कदम के बाद महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली में हलचल बढ़ गई है.
महाराष्ट्र के घटनाक्रम पर बीजेपी की भी नजर है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पार्टी नेतृत्व से मुलाकात करने दिल्ली पहुंच रहे हैं. देवेंद्र फडणवीस के दिल्ली जाने पर महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि परंपरा है कि चुनाव के बाद मिठाई देने जाते हैं. देवेंद्र फडणवीस सभी को मिठाई देने गए हैं. उधर, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा गृह मंत्री और पार्टी के सीनियर नेता अमित शाह से मुलाकात करने पहुंचे.
एक और राज्य सरकार को खतरा बताया जा रहा है तो वहीं महा विकास अघाड़ी सरकार के तीनों दल अलग-अलग पार्टी मीटिंग में जुट चुके हैं. कांग्रेस नेता बाला साहब थोराट के घर कांग्रेस की बैठक में पार्टी के कई बड़े नाम शामिल हुए.
इस बीच, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शिवसेना में जो चल रहा है वह चिंता का विषय जरूर है, लेकिन एकनाथ शिंदे ऐसे व्यक्ति नहीं जो धोखा दें. यह उनका अंदरूनी मामला है, सरकार को कोई खतरा नहीं. कांग्रेस में सब कुछ ठीक है.
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महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल पर कहा कि हम घटनाओं को बारीकी से देख रहे हैं. यह कहना थोड़ा जल्दबाजी होगी कि इससे कोई बदलाव आएगा. हमें इसे बहुत गौर से देखना होगा. हम सभी स्थितियों पर नजर रख रहे हैं.
उन्होंने कहा कि संजय राउत के भड़काऊ बयानों से ही उनकी पार्टी में मुश्किलें पैदा हुई हैं. बर्दाश्त नहीं करेंगे लोग. एकनाथ शिंदे की बगावत एक मिसाल है. संजय राउत को विनम्रता से बोलना चाहिए. उन्हें हर मामले पर कठोर बोलने की जरूरत नहीं है.
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