Sawan 2022: सावन में जरूर करें मध्य प्रदेश के पवित्र शिव मंदिरों के दर्शन, जानिए क्यों हैं खास
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Sawan 2022: सावन में जरूर करें मध्य प्रदेश के पवित्र शिव मंदिरों के दर्शन, जानिए क्यों हैं खास

Sawan 2022: सावन का महीना भगवान शिव का माना जाता है और इस महीने में आपको मध्य प्रदेश के पवित्र शिव मंदिरों के दर्शन जरूर करना चाहिए.

ओंकारेश्वर

Sawan 2022: सावन का महीना भगवान शिव का माना जाता है और हिंदू धर्म में कहा जाता है कि इस महीने में भगवान शिव को प्रसन्‍न करने के लिए आपको उनकी पूजा जरूर करना चाहिए. बता दें कि सुबह उठकर भगवान शिव को जल चढ़ाने से भोलेनाथ बहुत ज्यादा खुश होते हैं. 

बता दें कि मध्यप्रदेश में भगवान शिव के ओमकारेश्वर, महाकालेश्वर जैसे कई मंदिर हैं. अगर आप मध्य प्रदेश के हैं तो आपको सावन के महीने में भगवान शिव का आशीर्वाद लेने के लिए इन मंदिरों में जरूर जाना चाहिए तो चलिए हम आपको मध्य प्रदेश से कुछ ऐसे प्रमुख मंदिरों के बारे में बताते हैं जो भगवान शिव को समर्पित हैं. 

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महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग
उज्जैन को महाकाल की नगरी कहा जाता है क्‍योंकि यहां पर भगवान शिव को समर्पित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर है. महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग शिवजी के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में देश-विदेश से भक्तगण भगवान शिव के दर्शन के लिए आते हैं. बता दें कि महा शिवरात्रि के दिन, हर साल मंदिर के पास एक विशाल मेले का आयोजन किया जाता है और मंदिर पूरी रात खुला रहता है. 

ओंकारेश्वर
खंडवा जिले का ओंकारेश्वर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. बता दें कि यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित सबसे प्रसिद्ध हिंदू मंदिरों में से एक है. ये खंडवा के मांधाता में है. ओंकारेश्वर नर्मदा नदी और नर्मदा की सहायक नदी कावेरी के तट पर स्थित है. इसलिए सावन के महीने में भोलेनाथ का आशीर्वाद पाने के लिए आपको ओंकारेश्वर जाना चाहिए. 

पशुपतिनाथ मंदिर
मंदसौर का श्री पशुपतिनाथ मंदिर राज्य के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक है जो भगवान शिव को समर्पित है. बता दें कि यहां भक्तों द्वारा भगवान शिव के पशुपतिनाथ रूप की पूजा की जाती है. माना जाता है कि पशुपतिनाथ मंदिर का निर्माण 5वीं या 6वीं शताब्दी में हुआ था. पशुपतिनाथ मंदिर में शिवलिंग पर भगवान शिव के आठ चेहरे चित्रित हैं. गौरतलब है कि शैव धर्म में भगवान शिव के आठ चेहरे आठ पहलुओं के प्रतीक हैं. 

मतंगेश्वर मंदिर
मतंगेश्वर मंदिर खजुराहो के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है. जो भगवान शिव को समर्पित है. बता दें कि यह मंदिर लगभग 1100 साल पहले चंदेल शासन काल में बना था. मतंगेश्वर मंदिर उत्तर भारत के सबसे बड़े शिवलिंगों में से एक है. भगवान शिव को समर्पित मतंगेश्वर मंदिर खजुराहो के सबसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में से एक है. यहां पर शिवरात्रि बहुत धूमधाम से मनाई जाती है. 

गौरी सोमनाथ मंदिर
ओंकारेश्वर का गौरी सोमनाथ मंदिर राज्य के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक है. गौरी सोमनाथ मंदिर में शिव लिंग छह फीट लंबा है. ये मंदिर तारे के आकार का है. बता दें कि मंदिर में गर्भगृह के बाहर नंदी की मूर्ति और शिव लिंग के पीछे देवी पार्वती की मूर्ति भी है. 

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