Maheswar: गर्मियों की छुट्टियां कुछ ही दिनों में शुरू होने जा रही हैं. अगर भी दोस्तों या फैमिली के साथ कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं और आपका बजट कम है तो यहां आपको ऐसे शहर के बारे में बताएंगे जहां आपको आध्यात्मिक शांति के साथ प्रकृति का सुकून भी मिलेगा. यह शहर मध्य प्रदेश का महेश्वर है.
महेश्वर मध्य प्रदेश के खरगोन ज़िले में स्थित एक नगर है. महेश्वर रावण को पराजित करने वाले हैहयवंशी राजा सहस्त्रार्जुन की राजधानी रहा है. यहां भगवान परशुराम ने सहस्त्रार्जुन का वध किया था. कालांतर में अहिल्याबाई होल्कर की भी राजधानी रहा है.
नर्मदा नदी के किनारे बसा यह शहर अपने बहुत ही सुंदर व भव्य घाट तथा महेश्वरी साड़ियों के लिये प्रसिद्ध है. घाट पर अत्यंत कलात्मक मंदिर हैं, जिनमे से राजराजेश्वर मंदिर प्रमुख है. यहां ऐसी कई जगह हैं, जहां आप घूम सकते हैं.
होलकर किला के बायीं ओर विंध्या रेंज और दायीं ओर सतपुड़ा की पहाड़ियाँ और बीच से बहती नर्मदा नदी है. इसी नर्मदा के किनारे बना हुआ है ये खूबसूरत किला जिसे महेश्वर किला भी कहा जाता है. किले की दीवारों पर खूबसूरत नक्काशी बनी हुई है. जो कई कहानियों को दर्शाता है.
नर्मदा नदी के किनारे बसे यह शहर भारत के खूबसूरत जगहों में से एक है. नदी के किनारे बने घाटों को देखकर लगता है कि ये बनारस के घाट हैं. इसकी खूबसूरती के ही कारण यहां कई बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग हुई है. जैसे कि बाजीराव मस्तानी, पैड मैन, सलमान खान की दबंग 3, तेवर फिल्म का गाना राधा नाचेगी.
बनारस की तरह ही यहां ही एक काशी विश्वनाथ का मंदिर है. महेश्वर में आपको कई मंदिर देखने को मिलेंगे. विंध्यावासिनी, बाणेश्वर और अहिल्येश्वर जैसे फेमस मंदिर भी हैं. महेश्वर जाएं तो इन मंदिरों को जरूर देखें.
महेश्वर की साडियां केवल भारत में ही नहीं बल्कि विश्व भर में फेमस हैं. महेश्वर में आपको चारों तरफ रंगी-बिरंगी साड़ियां दिखेंगी. यहां हर तरफ आपको हथकरघे के चलने की आवाज सुनाई देगी. इन साड़ियों पर महेश्वर किला के आर्किटेक्चर को उकेरा जाता है जो इन साड़ियों को और भी खास बनाती है.
महेश्वर गढ़ वह उन जगहों में से एक है जहां आज भी राजसी परिवार रहते हैं. ये भारत की उन चुनिंदा जगहों में से एक है जहां राजा महाराजाओं के लोग रह रहे हैं. महेश्वर गढ़ में एक विशाल प्रवेश द्वार बना है, लोग प्रवेश द्वार तक आते जाते हैं. यह विशाल गेट हाथियों के लिए बनाया गया था.
छतरियां वह जगह जहां राजा महाराजाओं की समाधि बनी हुई है. छतरियां की खूबसूरती देखने लायक है. प्राचीन काल के नक्काशी और इमारतों की बनावट आपको यहां देखने को मिलेंगी. यहां अहिल्या शिवालय, विठोजी की खूबसूरत छतरियां हैं.
महेश्वर के सबसे फेमस मंदिरों में राज राजेश्वर मंदिर भी एक है. इस मंदिर में 11 अखंड दीप हमेशा जलते रहते हैं. कहा जाता है इस मंदिर को औरंगजेब ने तोड़ दिया था. बाद में अहिल्या बाई होल्कर ने इस मंदिर को फिर से बनवाया था.
कहा जाता है कि अहिल्या बाई होल्कर ने खुद के लिए न कोई बड़ा महल बनवाया था, न ही कोई पैलेस. वह महेश्वर के एक छोटी सी जगह में रहती थीं जो खपरैल का बना हुआ था. उसी घर को रजवाड़ा के नाम से जाना जाता है. महेश्वर आने वाला व्यक्ति रजवाड़ा जरूर आता है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़