दुनिया में डिजिटल करंसी के रूप में अभी तक क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन का दबदबा रहा है. भारत भी अब डिजिटल करंसी लेकर आ रहा है. खास बात ये है कि क्रिप्टोकरंसी की तरह इसमें बिजली या इंटरनेट की जरूरत नहीं होगी.
डिजिटल करंसी ई-रुपी पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक वाउचर के रूप में होगा जिसका कोई प्रिंट आउट लेकर नहीं चलना होगा और न ही ई-वाउचर का प्रिंट आउट किसी को देना होगा. ई-वाउचर से पूरा लेनदेन वेरिफिकेशन कोड से होगा. खास बात है कि इसमें किसी कैश या कार्ड की जरूरत नहीं होगी.
बता दें कि हाल के दिनों में बैंकिंग धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए ई-रुपी का कांसेप्ट रखा गया है जो कि लेनदेन में पूरी तरह सुरक्षित होगा.
इस ई-रुपी से हम वो सारे काम कर सकेंगे जो हम नोट से करते हैं. बल्कि ई-रुपी से लेनदेन बटुए में रखे नोट से अधिक तेज और सुरक्षित होगा.
ई-रुपी को इस्तेमाल करने का तरीका भी पेटीएम या गूगल पे की तरह होता है. इस पैसे को किसी के हाथ में देने की जरूरत नहीं बल्कि उस शख्स के खाते में डिजिटली ट्रांसफर करते हैं. इस लेनदेन के लिए बिजली या इंटरनेट की जरूरत नहीं है.
ई-रुपी के लिए किसी बैंक अकाउंट की जरूरत नहीं पड़ेगी. यूपीआई वॉलेट या कार्ड से पेमेंट तभी होता है जब कोई बैंक खाता हो लेकिन ई-रुपी में किसी बैंक खाते की जरूरत नहीं होगी.
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