कमलनाथ की उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा वाली पोस्ट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने अलग-अलग बातें बताईं. किसी ने उन्हें घेरा तो किसी ने शिवराज सरकार को. किसी ने अपनी समस्या बताई तो किसी ने सुझाव भी दे दिया.
PCC चीफ कमलनाथ ने ट्वीट किया- मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल भोपाल द्वारा आयोजित उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने शिकायत की है कि परीक्षा के दौरान बड़ी संख्या में गलत प्रश्न पूछे गए. इसके अतिरिक्त परीक्षा में चयन के लिए मानदंड को लेकर भी अभ्यर्थियों में असंतोष है.मैं मुख्यमंत्री जी से अनुरोध करता हूं कि वह सभी अभ्यर्थियों की शिकायतों पर ध्यान दें और न्याय पूर्ण तरीके से चयन सुनिश्चित कराएं.
इस पर एक यूजर ने लिखा- आपको दूसरों पर टिप्पणी करने से पहले आत्म मूल्यांकन करना चाहिए, कांग्रेस सरकार के दौरान मध्य प्रदेश हर परीक्षा में भ्रष्टाचार के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध था.
एक कमेंट आया- सर... वर्ग 1 इंग्लिश पेपर में 11 सवाल गलत थे, ये व्यापमं ने भी लिखित में बताया लेकिन 11 सवालों के मार्क्स किसी भी अभ्यर्थी को नहीं मिले ये तो व्यापमं की मनमानी हुई... जिसकी कोई सुनवाई नहीं है.
एक यूजर ने लिखा- शिवराज सरकार को हटाओ, मध्य प्रदेश को समृद्ध बनाओ, यही हमारा संकल्प है.
एक कमेंट में लिखा था- कमलनाथ जी, आप चुनावों में अपने फायदे के लिए ये आरोप लगा रहे हो पर कभी खुद पे लगे आरोपों की सफाई नहीं दी।. आपका पोल खोलने के लिए ये वीडियो ही काफी है.
एक यूजर ने लिखा- महिलाओं की सुरक्षा BJP के राज में जोखिम में है. बढ़ती भयावह संख्या में हंसे या रोएं. नेताओं को कोई फर्क नहीं पड़ता है.
एक और कमेंट आया- मध्य प्रदेश के भावी मुख्यमंत्री माननीय कमलनाथ जी विनम्र अनुरोध है कि उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा में चयन के मानदंड को संशोधन कर 40%-50% की घोषणा अपने घोषणा पत्र मे शामिल करने की कृपा करें, जिससे उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल लाखो अभ्यर्थियों का भविष्य संवर सके.
एक ने लिखा- जो हमारी 40-50% की बात मानेगा उसी को मध्य प्रदेश की सत्ता मिलेगी. कांग्रेस हमारी मांग अपने वचनपत्र में शामिल कर पूरा कर सकती है . Bjp हमारी मांग को अभी पूरा कर सकती है. हम कोई नोकरी नहीं मांग रहे. हम सिर्फ पात्रता मांग रहे ताकि चयन परीक्षा में शामिल हो सकें.
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