MP के 18 जिलों में हुई घनघोर बारिश, कई जिले अब भी सूखे, जानिए कैसी रही बरसात
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MP के 18 जिलों में हुई घनघोर बारिश, कई जिले अब भी सूखे, जानिए कैसी रही बरसात

मध्य प्रदेश में इस बार मानसून के दो रूप नजर आये. क्योंकि कही झमाझम बरसात हुई तो एमपी के कई क्षेत्र बारिश की मेहरबानी के लिए तरस गए हैं. क्योंकि मौसम विभाग का कहना है कि अब प्रदेश में तेज बारिश का दौर गुजर चुका है. 

MP के 18 जिलों में हुई घनघोर बारिश, कई जिले अब भी सूखे, जानिए कैसी रही बरसात

प्रमोद शर्मा/भोपाल। मध्य प्रदेश में इस बार बदरा जमकर बरसे हैं. प्रदेश के कई जिलों में जोरदार बारिश हुई है. जुलाई से लेकर अगस्त तक प्रदेश में झमाझम बारिश का दौर जारी रहा. जबकि मौसम विभाग के मुताबिक अभी भी कुछ दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश के आसार बन रहे हैं. लेकिन मौसम विभाग ने बारिश के जो आंकड़े जारी किए है उसके हिसाब से प्रदेश में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है. लेकिन फिर भी प्रदेश के कुछ जिले अभी भी सूखे हैं. जहां औसत से भी कम बारिश हुई है. जानिए इस बार मध्य प्रदेश में अब तक कितनी बारिश हुई है. 

18 जिलों में जोरदार बारिश तो 11 जिलों में कम बारिश 
मध्य प्रदेश के 18 जिलों में इस बार जोरदार बारिश हुई है, जबकि प्रदेश के 11 जिलों में सामान्य से भी कम बारिश हुई है. यानि ये 11 जिले अभी भी सूखे हैं. वहीं बात अगर पूरे प्रदेश की जाए तो मध्य प्रदेश में कुल साढ़े 12 इंच बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन प्रदेश में इस बार अब तक 17 इंच बारिश हो चुकी है. जो सामान्य से चार इंच ज्यादा है. यानि अगस्त के महीने में इस बार सबसे ज्यादा बारिश हुई है. यानि ओवर इस साल प्रदेश में अच्छी बारिश हुई है. 

इन जिलों में सबसे कम बारिश 
मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड, बघेलखंड के कुछ हिस्से से मानसून इस बार रूठा नजर आया है. प्रदेश के जिन 11 जिलों सबसे कम बारिश हुई है, उनमें झाबुआ, अलीराजपुर, दतिया, टीकमगढ़, निवाड़ी, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, कटनी और डिंडौरी. इन जिलों को अब भी अच्छी बारिश का इंतजार है. इन सभी जिलों में कोटे के 21 प्रतिशत से लेकर 45 प्रतिशत तक कम पानी गिरा है. जबकि इनमें भी झाबुआ, अलीराजपुर दतिया, रीवा और सीधी पांच जिले ऐसे हैं जहां सबसे कम बारिश हुई है. 

18 जिलों में बारिश का बबंडर 
वहीं प्रदेश के 18 जिले ऐसे भी हैं जहां बारिश का बबंडर नजर आया. राजधानी भोपाल सहित श्योपुर, गुना, विदिशा, राजगढ़, आगर मालवा, शाजापुर, सीहोर, देवास, हरदा, खंडवा, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी और नर्मदापुरम में सबसे ज्यादा बारिश हुई. इनमें कई जिलों में बाढ़ की स्थिति भी बन गई. यहां सामान्य से 20 प्रतिशत से लेकर 77 प्रतिशत तक ज्यादा बारिश हुई है. 

भोपाल औसत से दोगुनी बारिश 
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी इस बार बारिश जमकर हुई. भोपाल के बड़े तालाब पर बने सभी डैमों के गेट इस बार खोलने पड़े. हालात ऐसे बन गए कि भोपाल के बड़े तालाब में क्रूज आधा डूब गया. साल 2006 के बाद ऐसा पहला मौका आया जब भोपाल के भदभदा डैम के सभी 11 गेट खोलने पड़े. इसके अलावा कलियासोत, कोलार-केरवा डैम के भी सभी गेट खोले गए. भोपाल में इस बार औसत से दोगुनी बारिश हुई है. जबकि प्रदेश के अन्य तीन बड़े शहर ग्वालियर-जबलपुर और इंदौर में भी सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है. वहीं बात अगर पूरे प्रदेश के डैमों की जाए तो लगभग सभी डैम इस बार ओवर फ्लो हुए जिससे सभी डैमों के गेट खोले गए.

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