प्रदेश में इस बार लहसुन की बंपर उत्पादन हुआ है. इस कारण इसके दाम में बारी गिरावट आई है. किसानों को उनकी मेहनत तो छोड़िये माल भाड़े का भी पैसा नहीं मिल पा रहा है. इस कारण किसान फसल नदी में फेंक रहे हैं. इसका एक वीडियो भी धार से सामने आया है.
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धार: मध्य प्रदेश इन दिनों किसान लहसुन की कीमतों को लेकर परेशान है. उन्हें मंडी में वाहन के भाड़े के पैसे भी नहीं मिल पा रहे हैं. लहसुन की कीमत 1 रुपये से भी कम चली गई है. इस कारण वो अब अपनी फसल को खुद किसी तरह से नष्ट कर रहे हैं. ऐसा ही एक वीडियो सामने आया है धार से जहां किसान अपनी फसल को बोरियों में भरकर नदी में फेक रहा है.
धार के बदनावर का वीडियो
वीडियो धार के बदनावर तहसील के ग्राम नागदा का है. इसमें किसान अपनी लहसुन की फसल का दाम सही नहीं मिलने पर लहसुन की बोरीयां चामला नदी में फेंक रहा है और अपनी पीड़ा जाहिर कर रहा है. इतना ही नहीं सरकार से अपील भी कर रहा है कि सरकार किसानों को बचा लो.
नहीं मिल रहे हैं लहसुन के दाम
आपको बता दें कि लहसुन की फसल किसानों के लिए नुकसानदायक साबित हो रही है, इसके भाव किसानों को कम मिल रहे है. मंडी तक बिक्री के लिए ले जाने पर भाड़ा भी नहीं निकल पा रहा है. ऐसे में किसान लहसुन फेंक रहे है.
तीन किसानों में नदी में फेंकी फसल
धार जिले के गांव नागदा के पास चामला नदी में 3 किसानों ने आयशर भरकर लगभग सो कट्टे लहसन नदी में फेंक दिए. नागदा के पास चामला नदी में किसान कमल सिंह ग्राम गोपाल खेड़ी, कृष्णा सांखला, गणेश पवार ने पिकअप में लहसुन भरकर सुखी हुई चामला नदी में फेंक दिया है. उन्होंने कहा कि फसल को मंडी तक ले जाने में जो खर्च होगा आज के भाव के हिसाब से उन्हें वो भी मिल पाएग. इस कारण फसल को नदी में फेक रहे हैं.
खर्चा भी नहीं हो रहा वसूल
किसानों का कहना है कि लहसुन का भाव नहीं मिल रहा है. 40 कट्टे बिक्री के लिए इंदौर लेकर गए थे. जिसमें भाड़ा माल आदि का खर्चा मिलाकर करीब 1800 रुपये खर्च हो गए, उनकी सफाई करवाई वह अलग, भाव नहीं मिलने से किसानों ने आयशर में भरकर अपना लहसुन चामला नदी में फेंक दिया. लहसुन से भरे कट्टे फेंकने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.