बलि का ''बकरा'' निकला भाग्यशाली, तेंदुओं को दी मात, अब चीतों से आमना-सामना
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बलि का ''बकरा'' निकला भाग्यशाली, तेंदुओं को दी मात, अब चीतों से आमना-सामना

कूनो नेशनल पार्क kuno national park में चीतों को बसा दिया गया है, लेकिन इन चीतों के साथ-साथ कूनो पार्क में घूम रहे के बकरे की चर्चा भी जमकर हो रही है. क्योंकि यह बकरा भाग्यशाली माना जा रहा है. जिसके पीछे की वजह हम आपको बताने जा रहे हैं. 

बलि का ''बकरा'' निकला भाग्यशाली, तेंदुओं को दी मात, अब चीतों से आमना-सामना

श्योपुर। एक पुरानी कहावत है कि बलि का बकरा कब तक अपनी खेर मनाएगा. लेकिन एक बकरा ऐसा भी हैं जो गया था तो बलि के लिए लेकिन कोई उसका कुछ नहीं कर सका. यह मामला कूनों में नेशनल पार्क kuno national park का है, वहीं जहां आठ चीतों को बसाया गया है. खास बात यह है कि इस बकरे का सीधा संबंध इन चीतों से ही जिससे अब उनका आमना-सामना होने वाला है. लेकिन यह बकरा तेंदुओं को तो मात दे चुका है, अब वह रफ्तार के सौदागर चीतों के सामने होगा. आप सोच रहे होंगे आखिर यह मामला क्या है तो इसकी पूरी जानकारी हम आपको बताते हैं. 

यह है पूरा मामला 
दरअसल, 70 साल बाद एक बार फिर से चीतों को कूनो नेशनल पार्क में बसा दिया गया है. लेकिन कूनो नेशनल पार्क के जिस बाड़े में इन चीतों को छोड़ा गया है, उसके पास 6 बाघ भी थे, जिनसे चीतों को खतरा था. ऐसे में इन तेंदुओं को पकड़ने के लिए उस पार्क में एक बकरा छोड़ा गया था. ताकि इस बकरे का शिकार करने के चक्कर में बाघ पकड़ में आ जाए. 6 तेंदुओं के बीच पहुंचने से बकरे की मौत निश्चित मानी जा रही थी, लेकिन हुआ बिल्कुल उलटा. क्योंकि यह बकरा बहुत किस्मत वाला निकला. 

20 बार मौत को मात देकर आया बकरा 
जैसे ही इस बकरे को बाडे़ में छोड़ा गया तेंदुओं ने उस पर अटैक किया लेकिन बकरा 20 बार तेदुओं तो झकाते हुए बाहर निकल गया. जबकि खास बात यह है कि सभी 6 तेंदुओं को नेशनल पार्क की टीम ने पकड़ लिया लेकिन वह बकरे का कुछ नहीं कर सके. वन विभाग की टीम का कहना है कि जिस बकरे को बाड़े में छोड़ा गया था, वही अभी पार्क में मस्ती से घूम रहा है, जबकि तेंदुए पकड़े जा चुके हैं. 

अब चीतों से होगा सामना 
20 बार तेंदुओं से बचकर निकले इस बकरे को अब कूनो नेशनल पार्क के अधिकारी भाग्यशाली बकरा बता रहे हैं. उनका कहना है कि जिसे बलि का बकरा बनाने के लिए भेजा था, वह तो भाग्यशाली निकला. कूनो पार्क के अधिकारियों को कहना है कि इस बकरे की वजह से सभी 6 तेंदुए पकड़े गए और 12 किलोमीटर का वर्ग क्षेत्र पूरी तरह से तेंदुआ मुक्त हो चुका है. हालांकि अब इस बकरे का सामना रफ्तार के सौदागर चीतों से होने वाला है. जिनसे यह बच पाता है या नहीं यह देखने वाली बात होगी. 

बताया जा रहा है कि नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को कूनो नेशनल पार्क के 12 किलोमीटर के बनाए गए बाड़े में रखा गया है. लेकिन बाड़े में पहले मौजूद 6 तेंदुओंकी वजह से पार्क के अधिकारी चिंता में थे, लेकिन अब बकरे की वजह से इन तेंदुओंको पकड़ा जा चुका है.

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