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प्रदीप शर्मा/भिंड: मध्यप्रदेश में लगातार ईओडब्ल्यू की कार्रवाई जारी है. इसी कड़ी में गुरुवार को ईओडब्ल्यू की टीम ने भिंड में दबिश दी. यहां बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर को पचास हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. जेई ने प्राइवेट अस्पताल के बिजली बिल संबंधी मामले में रिश्वत की मांग की थी.
बकाया बिल के नाम पर मांगी रिश्वत
दरअसल निजी अस्पताल के संचालक आशुतोष शर्मा द्वारा ईओडब्ल्यू ग्वालियर को बीते दिनों शिकायत की गई थी कि मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भिंड में तैनात जूनियर इंजीनियर अरुण सैनी द्वारा उनको बकाया बिजली बिल का भुगतान करने के बाद भी चोरी के केस में फंसाने की धमकी देकर पचास हजार रुपये की मांग की जा रही है.
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बिजली चोरी प्रकरण बनाने की दी थी धमकी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भिंड में मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल का मैनेजमेंट संभालने वाले आशुतोष ने ईओडब्ल्यू से शिकायत की थी कि बिजली कंपनी के जूनियर इंजीनियर अरुण सैनी पर 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगने की शिकायत की थी. आवेदक ने बताया कि अरुण सैनी ने चेतावनी दी थी कि रिश्वत नहीं देने पर उनके खिलाफ बिजली चोरी का प्रकरण बना देंगे.
ईओडब्ल्यू टीम ने रंगे हाथों पकड़ा
आशुतोष शर्मा की शिकायत पर ईओडब्लू की टीम ने पहले बातचीत को रिकॉर्ड करवाया और आज मौके पर पहुंचकर बिजली विभाग ऑफिस में फरियादी आशुतोष शर्मा से पचास हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए जूनियर इंजीनियर अरुण सैनी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. जब उनके हाथ धुलवाए गए तो पचास हजार रुपये के नोटों का बंडल हाथ में लेने के चलते उनके हाथों से लाल रंग निकलने लगा. जिससे साबित हो गया कि उन्होंने ईओडब्ल्यू द्वारा दिए गए. वहीं पचास हजार रुपये रिश्वत में लिए हैं, और ईओडब्ल्यू टीम द्वारा बिधिवत लिखा पढ़ी की कार्रवाई मौके पर जारी है.