Interim Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024 का अंतरिम बजट पेश कर दिया. उन्होंने करीब 58 मिनट लंबी बजट स्पीच में कई बड़ी बातें कही. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने परंपरा को नहीं बदला है और बजट में कोई बड़ा ऐलान नहीं किया.
Trending Photos
Nirmala Sitharaman Speech: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नई संसद में लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश किया. बतौर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का यह छटा बजट था, यह अंतरिम बजट था, क्योंकि अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में उन्होंने कोई बड़ा ऐलान नहीं करते हुए मोदी सरकार के कार्यकाल की उपलब्धियों गिनाया. 58 मिनट लंबे बजट भाषण में उन्होंने कहा 'हमने अंतरिम बजट की परंपरा को जारी रखा है'. मतबल अंतरिम बजट में किसी तरह की कोई लोकलुभावन घोषणाएं नहीं करने की परंपरा चली आ रही है, ऐसे में सरकार की तरफ से बजट में कोई बड़ा ऐलान नहीं किया गया है. हालांकि अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री ने कुछ अहम बातें जरूर कही हैं.
इन चार बातों पर सरकार का फोकस
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के भाषण में चार बातों पर सबसे ज्यादा फोकस दिया, जिसमें महिलाएं, किसान, गरीब वर्ग और युवाओं पर सबसे ज्यादा फोकस दिखा. इन्हीं चार वर्गों के इर्द-गिर्द बजट भाषण पर सबसे ज्यादा फोकस दिखा.
बजट की दो अहम बातें
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में दो अहम बातें कही. जिसमें सबसे अहम इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया है, सरकार ने आम आदमी को इस बार इनकम टैक्स में कोई राहत नहीं दी है. यानि 7 लाख तक कोई टैक्स नहीं लगेगा, उसके ऊपर टैक्स की प्रक्रिया शुरू होगी. वित्त मंत्री ने बताया कि पिछले 10 सालों में
इनकम टैक्स कलेक्शन तीन गुना बढ़ा है. इसलिए हमने टैक्स रेट में कटौती की है, जिसमें 7 लाख की आय वालों को कोई कर देय नहीं है. आगामी 2025-2026 तक घाटा को और भी कम करेंगे. आने वाले समय में राजकोषीय घाटा 5.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है. फिलहाल 44.90 लाख करोड़ रुपए का खर्च है और 30 लाख करोड़ का रेवेन्यू आने का अनुमान लगाया गया है.
इसी तरह से इस बार बजट में कुछ भी सस्ता या फिर महंगा भी नहीं किया गया है. ऐसा इसलिए क्योंकि 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद से ही केवल कस्टम ड्यूटी और एक्साइज ड्यूटी को ही बढ़ाया या फिर घटाया जा सकता है. जिसका असर केवल कुछ ही चीजों पर पड़ता है.
रक्षा खर्च में 11.1 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी
वित्त मंत्री ने बताया कि रक्षा खर्च में 11.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है, जिसके तहत अब यह जीडीपी का 3.4 प्रतिशत की होगी. इसके अलावा रक्षा क्षेत्र में आने वाली योजनाओं की झलक आगामी पूर्ण बजट में दिख सकती है.
2047 तक विजन बताया
वित्त मंत्री के अंतरिम बजट भाषण में आगामी योजनाओं की झलक साफ दिख रही थी, जिसे उनके सरकार वापसी के विश्वास में भी देखा जा रहा है. उन्होंने अपने बजट भाषण में 2047 तक सरकार को आने वाले समय में विकसित भारत बनाने के विजन पर जोर दिया. बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद ही पूर्ण बजट पेश किया जाएगा.