जिंदगी जिंदाबाद! बोरवेल से सकुशल निकाला गया दीपेंद्र, इस गलती से गड्ढे में गिरा था बच्चा
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जिंदगी जिंदाबाद! बोरवेल से सकुशल निकाला गया दीपेंद्र, इस गलती से गड्ढे में गिरा था बच्चा

छतरपुर में बोरवेल में गिरे 5 साल के मासूम को सकुशल निकाल लिया गया है. करीब 7 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बच्चे को निकाला गया है. रेस्क्यू टीम ने बोरवेल के गड्ढे में रस्सी डाली, ये रस्सी बच्चे ने अपने कंधे में फंसा ली. जिसके बाद उसे धीरे-धीरे खींचकर गड्ढे से निकाल लिया गया.

जिंदगी जिंदाबाद! बोरवेल से सकुशल निकाला गया दीपेंद्र, इस गलती से गड्ढे में गिरा था बच्चा

छतरपुर: मध्यप्रदेश के छतरपुर में बोरवेल में गिरे 5 साल बच्चे को सकुशल निकाल लिया गया है. करीब 7 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चला. रेस्क्यू टीम ने बोरवेल के गड्ढे में रस्सी डाली, ये रस्सी बच्चे ने अपने कंधे में फंसा ली, जिसके बाद उसे धीरे-धीरे खींचकर गड्ढे से निकाल लिया गया. उसे तत्काल अस्पताल भेज दिया गया है. उसके साथ उसकी मां भी अस्पताल गई है. बचाव कार्य के दौरा बारिश के कारण कुछ परेशानी होने लगी थी, लेकिन प्रशासन की मेहनत और बच्चे की हिम्मत ने रंग लाई और दीपेंद्र जिंदगी की जंग जीत गया.

सेना, SDERF और प्रशासन ने संभाला मोर्चा
रेस्क्यू में सेना ने भी मोर्चा संभाला. इसके अलावा SDERF, प्रशासन और पुलिस भी पूरे समय मौके पर मौजूद रही. बच्चे को सकुशल निकाले जाने के बाद परिजनों के साथ ही ग्रामीणों और प्रशासन की टीम ने राहत की सांस ली. इससे पहले रुक-रुककर हुई बारिश से रेस्क्यू में परेशानी भी आई. टीम ने बारिश से बचने के लिए तिरपाल से गड्ढे के आसपास का क्षेत्र कवर कर बचाव कार्य किया. खुद कलेक्टर और पुलिस अधिकारी कई बार बचाव के लिए खोदे गए गड्ढे में उतरे और स्थिति का जायजा लिया.

ऑपरेशन की कामयाबी पर सीएम ने दताई खुशी
बच्चे के रेस्क्यू के बाद सीएम ने ऑपरेशन की कामयाबी पर खुशी जताई. सीएम ने कहा- रंग लाईं आप सभी की दुआएं. प्रदेशवासियों की दुआओं, जिला प्रशासन और रेस्क्यू टीम के अथक प्रयासों से बोरवेल में फंसे बेटे दीपेंद्र को सकुशल और सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. दीपेंद्र पूर्ण रूप से स्वस्थ है. फिलहाल उसे डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है.

सीएम ने कहा कि दीपेंद्र के माता-पिता किसी बात की चिंता न करें, हम सब उनके साथ हैं. जांच और चिकित्सा में किसी तरह की कमी नहीं रखी जायेगी. मुझे विश्वास है कि मेरा प्यारा भांजा जल्द स्वस्थ होकर घर लौटेगा. मैं दीपेंद्र के मंगलमय जीवन के लिए अपनी शुभकामनाएं देता हूं. मैं अपने नन्हे भांजे के पूर्णत: स्वस्थ एवं सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं.

दोपहर करीब चार बजे बोरवेल में गिरा था बच्चा
छतरपुर के ओरछा रोड थाना क्षेत्र के नारायणपुरा और पठापुर गांव के पास दोपहर करीब चार बजे पांच साल का दीपेंद्र खेलते-खेलते खुले बोर में गिर गया था. घटना की जानकारी लगते ही ग्रामीण और पुलिस-प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए. बच्चे को निकालने की कोशिशें शुरू की गई. उसे पाइप के जरिए ऑक्सीजन दी गई. मौके पर जिले के आला अधिकारी मौजूद रहे और उन्होंने पूरे रेस्क्यू की निगरानी की.

तत्काल सीएम ने लिया था संज्ञान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इसका संज्ञान लिया और रेस्क्यू ऑपरेशन पर लगातार जानकारी लेते रहे. मुख्यमंत्री ने खुद बच्चे की मां से बात की और ढांढस बंधाया. उन्होंने परिवार को भरोसा दिया कि वो उनके साथ है. सरकार और प्रशासन हर कीमत पर बच्चे को बचाने की कोशिश करेगी. आखिरकार बच्चे को सकुशल बाहर निकाल लिया गया.

दादा के साथ खेत गया था बच्चा
मां लक्ष्मी यादव ने बताया कि बेटा दादा के साथ खेत पर गया था. उनके दो बेटे हैं. बड़ा नरेश और छोटा दीपेंद्र है. पिछले साल ही नर्सरी में दाखिल करवाया था. एक साल पहले ही खेत पर बोरवेल लगवाया था. पानी नहीं निकलने के कारण बोरवेल को कंटीली झाड़ियां रखकर बंद कर दिया गया था. बारिश के पहले खेत बनाने के लिए हाल ही में झाड़ियों को हटाया गया था. वहां खेलते हुए दीपेंद्र बोरवेल के पास गया और हादसा हो गया.

इस टीम की मेहनत लाई रंग
बच्चे को बचाने के लिए रेस्क्यू टीम के करीब 150 लोग लगे. इसमें एसडीआरएफ, पुलिस, नगर पालिका और नगर सेना की टीम शामिल है. इसके अलावा करीब 300 से ज्यादा ग्रामीण भी मदद के लिए मौजूद रहे. बोरवेल में कैमरा डाला गया. वहीं, तीन जेसीबी से खुदाई कार्य में जुटी रही.

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